मैं पहली बार एनपीसी और सीपीपीसीसी की रिपोर्टिंग कर रही हूं। मेरे लिए सबसे कठिन काम है एक एक प्रतिनिधि को अपना अपना नाम के साथ जोड़ना। मुझे वेबसाइट से बड़ा फायदा मिलता है। जब मुझे पता नहीं है कि यह प्रतिनिधि कौन है, तो मैं वेबसाइट पर उसका नाम और फोटो सर्च करती हूं। मैंने देखा है कि बहुत संवाददाता इस प्रकार करते हैं।
मौजूदा एनपीसी में उपस्थित बहुत से प्रतिनिधियों की उम्र 30 के पास या इससे भी कम है। मैं सोचती हूं कि यह एक अच्छी बात है। वे जीवन शक्ति से ओतप्रोत हैं और उनकी अपनी विशेष दृष्टिकोण है। मुझे लगता है कि इससे एनपीसी और सीपीपीसीसी में नई जीवन शक्ति संचार होगा।