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13-02-26
2013-02-26 16:40:53

न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम में मैं हेमा कृपलानी आप सब का हार्दिक स्वागत करती हूँ। दोस्तों, चीनी नए साल को भी शुरु हुए आज दो हफ्ते हो गए। सब लोग अपने-अपने कामों पर नए जोश, नए उत्साह, उमंग, नई ताज़गी के साथ वापस लौट आए हैं। तो हमने भी न्यूशिंग स्पेशल पर मनाया अपना 150 वां कार्यक्रम का जश्न और आप सब के साथ फिर एक बार कुछ देर रुक कर पीछे मुड़े और 150 हफ्तों के सुहावने सफर पर डाली एक नज़र। जीवन चलने का नाम चलते रहो सुबह शाम। जी हम भी चलते हैं आपको अपने साथ लिए आज के न्यूशिंग स्पेशल के इस अंश में। दोस्तों, प्यार, प्रेम,इशक, मुहब्बत, जुनून ये सब शब्द सुनने,बोलने में बड़े भारी-भरकम लगते हैं और इन शब्दों से बस आँखों के आगे किसी प्रेमी-प्रेमिका की तस्वीर ही सामने आती है। लेकिन प्यार, प्रेम,इशक, मुहब्बत और जुनून किसी को भी किसी के भी साथ हो सकता है। चाहे वह प्रकृति हो, अपनी कोई कला हो, कोई शौक हो या हो फिर ट्रेन हो, छुक-छुक करती रेलगाड़ी हो। जी हाँ, ट्रेन। इश्क के किस्से तो आपने कई सुने होंगे, पढ़े होंगे, देखे होंगे। लेकिन क्या कभी किसी ऐसे के बारे में जाना है जो सही मायनों में ट्रेन से करता हो लऊ, लव,प्यार,प्रेम। चलिए,संस्पेंस बहुत हुआ और सुनाते हैं आपको एक रेलगाड़ी प्रेमी की कहानी। जो चाइनीस न्यू ईयर पर अपने घर तक पहुँचने के लिए कुछ भी करेगा। जी हाँ, ये है चीन मेरी जान, जरा हँस के, जरा बच के ये है चीन मेरी जान।

तो ये गाथा है एक आदमी की जिसने आठ रेल टिकटें खरीदीं चाइनीस न्यू ईयर के दौरान होने वाले रश को हराने के लिए

आठ ट्रेन टिकटें और पाँच बार स्थानान्तरण, ऐसा लगता है कि कोई दक्षिण ध्रुव की तरफ जा रहा है। लेकिन यह वास्तव में एक युवा ने छुट्टियाँ के दौरान होने वाली भीड़ को हराने के लिए घर लौटने की ऐसी योजना बनाई।

ये है आज के मार्डन समय के फिलीयस फौग ,जी हाँ वहीं जो 1873 जुलस वरने के अरॉउंड द वर्ल्ड इन 80 डेयस उपन्यास के किरदार थे। वांग दोंग नाम हैं इस युवक का जिसके बारे में हम आपको बताने वाले हैं, देयांग, स्छवान प्रांत के निवासी, शंघाई में फुदान विश्वविद्यालय में पी एच डी के द्वितीय वर्ष के छात्र है। शंघाई से देयांग,तक की टिकट खरीदने के बजाय 27 वर्षीय वांग दोंग ने छुट्टियों में घर तक पहुँचने के लिए एक अद्वितीय रेलवे मार्ग डिजाइन किया ताकि टिकट खरीदने की परेशानी से बचा जा सके इस वसन्तोत्सव के दौरान होने वाले हॉलिडे रश में। 5 शहरों में स्थानांतरण करते हुए यह महाशय पूरा ट्रिप लगभग 2000 कि.मीटर है जिसे इन्होंने कवर किया। वह 8 फरवरी को शांघाई से 1 बजकर 20 मिनट पर निकला नानंजिग, हांकोह, ईचांग, दाजोअ, छंगदू होते हुए फिर आखिरकार अपने घर देयांग 9 फरवरी को वसन्तोत्सव की पूर्व संध्या पर 11 बजकर 50 मिनट पर पहुँचा।

वांग ने रेलवे के उन वर्गों की अच्छी तरह छानबीन की जहाँ की टिकटें आसानी से उपलब्ध थीं और उन स्टॉप से आसानी से ट्रांसफर मिले, उनकी भी। वांग ने कहा, "मुझे इन वर्गों में टिकट खरीदने में कोई मुश्किल नहीं हुई"।

शंघाई से देयांग तक जाने वाली सीधी गाड़ियों पर टिकट की आपूर्ति कम हैं। वहाँ केवल दो गाड़ियाँ सीधी जाती हैं। पहला साल शांगहाई में, मैं पांच घंटे तक लाइन में खड़ा रहा टिकट खरीदने के लिए।" वांग ने कहा। जैसे ही लुनार न्यू ईयर यानी चीनी नव वर्ष करीब आता है लाखों-करोड़ों चीनी लोग किसी भी संभव तरीके से घर वापस जाना चाहते हैं। इस साल जनवरी 26 से 6 मार्च तक इस रश पीरियड में 3.4 मिलीयन रिकार्ड यात्रा करने वाले हैं लोग। उम्मीद है कि रेल नेटवर्क को इस साल 225 मिलियन ट्रिप की जिम्मेदारी को संभालना है।

एक ट्रेन का टिकट खरीदना किसी चुनौती से कम नहीं। 2011 में भी वांग ने इस तरह गोल घुमकर अपने घर तक पहुँचने की योजना बनाई थी। उसने बताया कि लोग समझते हैं कि इस तरह गोल घुमकर जाने में, इतने स्थानांतरणों में समय लगता है, लेकिन वास्तव में,मेरी इस यात्रा से 12 घंटे जल्दी अपने गंतव्य पर पहुँत सकता हूँ, सीधी रेल सेवा की तुलना में। देयांग से शांगहाई तक की सीधी ट्रेन 34 घंटे लेती है जबकि वांग के ट्रिप से केवल 22 घंटे लगे पहुँचने में। वांग, जो रेलवे का एक बड़ा प्रशंसक और प्रेमी है, अपने अनुभव इंजॉय करता है। उसके माइक्रो ब्लॉग रेलगाड़ियों की तस्वीरों से भरे हैं। वांग ने कहा, "मेरी राउंडअबाउट यात्रा में मुझे चार प्रकार की रेलगाड़ियों से यात्रा करनी पड़ती है। नियमित गाड़ियों से लेकर उच्च गति(हाई स्पीड) की रेलगाड़ियों से यात्रा करना। वांग ने कहा कि यात्रा के दौरान दृश्यों से उन्हें बेइंतहा प्यार है। "कभी - कभी एक दिन में, ट्रेन मुझे सफेद, बर्फीली दुनिया से उष्णकटिबंधीय समुद्र तट तक ले जाती है। यह किसी जादू से कम नहीं। उन्होंने कहा कि यात्रा के साथ ट्रेन पर कहानियों का आनंद भी मिलता है उन्हें।

मैं किसी भी रेलवे स्टेशन पर जाता हूँ, वहाँ खड़े अपने आस-पास के यात्रियों को देखता हूँ और उनकी यात्रा की कहानियों के बारे में कल्पना करता हूँ। कभी-कभार जब मैं किसी रेलवे स्टेशन के हॉल के बीचो-बीच खड़ा होता हूँ ऐसा लगता है मानो समय थम-सा गया है। मेरे आस-पास आते-जाते लोग, गुजरते लोग कुछ फुरसत से तो कुछ दौड़ते-भागते हुए और मैं उनके बीचों-बीच खड़ा ऐसा महसूस करता हूँ मानो मैं किसी फिल्म के सीन में हूँ। रेलगाड़ियों के प्रति उनका प्रेम हाई-स्कूल में शुरू हुआ। उसका हाई स्कूल ट्रेन स्टेशन के पास था इसलिए उसे रेलगाड़ियों को देखना, ट्रेन की सीटी की आवाज़ सुनना बहुत अच्छा लगता था। वांग के दोस्त उससे ट्रेन मार्ग चुनने की सलाह लेते हैं। पिछले साल उसने माइक्रो ब्लाग का सहारा लेकर अपनी ट्रेन यात्रा का उल्लेख किया। वांग ने बताया कि पिछले साल 2012 में उन्होंने 30 हज़ार किलोमीटर की यात्रा की ट्रेन से।

वह अपनी रेल टिकट खरीदने की विशेषज्ञता का लाभ उठाकर खुद का रेल मार्ग डिजाइन करता है और वसंत महोत्सव के दौरान रेल टिकट खरीदने की विशेषज्ञता का भरपूर लाभ लेता है, लेकिन नेटीजनों ने इस पर सवाल उठाया कि अधिक स्थानान्तरण देरी का कारण बन सकते हैं और ट्रेन के छूट जाने का जोखिम भी उठाना पड़ सकता है। वांग ने कहा कि मैं कोई नौसिखिया नहीं हूँ और मैं पूरी योजना के साथ चलता हूँ। उसकी इस तरह से स्थानातरंण कर अपने गतंव्य तक पहुंचने का कारण एक प्रेम कथा है। वांग की गर्लफ्रेंड शियामन में काम करती है और वो शांगहाई में पढ़ता है। वहाँ सीधी ट्रेन सुबह जाती है और रात को पहुँचती है। वांग ने इस तरह से अपने लिए रॉउडअबाउट ट्रिप प्लान किया कि वह रात तो ट्रेन में बिताएगा ताकि ट्रेन सुबह पहुँचे और वह पूरा दिन अपनी गर्लफ्रेंड के साथ बिता सके। आखिर हर महिने शियामन जाने का अभ्यास जो है उसे। हममम...सुना आपने ट्रेन प्रेमी की ट्रेन की प्रेम गाथा। वैसे आप सोच रहे होंगे कि यह सब बातें हमें सुनाने का क्या फायदा। तो फायदा है जनाब, गिनवाऊं, पहला- आपको इससे आइडिया मिल सकता है, अगर आप भारत में कहीं यात्रा करना चाहते हैं। दूसरा-समय और पैसे की बचत हो सकती है। तीसरा- अगर आप टिकटिंग और टूअरस एंड ट्रैवलस जैसे व्यवसाय में हैं तो आप अपने ग्राहकों के लिए इस तरह की कोई नई स्कीम या ऑफर शुरु कर सकते हैं और अगर आप रेल मंत्रालय के कर्मचारी हैं तो पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आपको कोई-न-कोई आइडिया मिल जाएगा। चौथा, आजकल तो लोग कुछ भी करते हैं फेसबुक और माइक्रो ब्लॉग पर डाल देते हैं। तो ये आपको भी मौका देता है कि इस तरह आप भी यात्रावृतांत लिखे और दुनिया को बताएँ। पाँचवा, आपको जानने को मिलता है कि यहाँ चीन के लोगों के बारे में, यात्रा को लेकर या दुनिया की सैर करने के बारे में क्या विचार रखते हैं। अजी जनाब, हर जानकारी कुछ न कुछ सीखाकर ही जाती है,यकीन तो कीजिए। हम जानते हैं कि आप हम पर यकीन करते हैं तभी तो हर सप्ताह आप हमारे कार्यक्रम पर ध्यान देते हैं और हम भी यहाँ से जो भी नई जानकारी, समाचार मिलता है आप तक जल्द-से-जल्द पहुँचाने का प्रयास करते हैं। चलिए, खबरों की बात है तो आपको ज़रा ये भी बता दें।

झंगजियाजिए का पहला ग्लास का बना केबल ब्रिज

इस साल केबल स्टाइल की ग्लास ब्रिज, जो अपने आप में अनूठी है और पहली ब्रिज है का निर्माण झंगजियाजिए घाटी और हुनान प्रांत की चोटियों के बीच किया जा रहा है। यह ब्रिज पृथ्वी पर सबसे लंबा और ऊँचा ब्रिज होगा जो 370 मीटर लंबा, 3.2 मीटर चौड़ा और 400 मीटर धरती से ऊँचा। इसी पर दुनिया का सबसे लंबा बंजी जम्पिंग प्लेटफार्म माना जाएगा जो पारदर्शी ग्लास का बना हुआ होगा। इस ब्रिज का डिजाइन उन्हीं हेअम दोतान ने किया हैं जिन्होंने 2010 शांगहाई एकस्पो के दौरान इसराइली पवैलियन का डिजाइन बनाया था। ब्रिज का केबल सपोर्ट सालों से इस्तेमाल होने वाले कंम्पांउड मटीरियल से होगा जिसका प्रयोग स्पेस विमान की स्थिरता और विश्वसनीयता के लिए किया जाता है। पर्यटकों के लिए यह ब्रिज 2013 के अंत में खोल दिया जाएगा।

और अब एक खबर जिसमें आप सब की दिलचस्पी है। वह यह कि ......

बीजिंग-शांगहाई पर्यटकों को देंगे तीन दिन का वीज़ा

इस साल 1 जनवरी से 45 देशों के नागरिक बीजिंग-शांगहाई में 72 घंटों के लिए वीज़ा मुक्त प्रवास नीति का लाभ उठा सकते हैं। जिन पर्यटकों के पास तीसरे देश का वीजा और टिकट है वे भी दोनों शहरों के अंतर्राष्टीय हवाईअड्डे पर ट्रांसिट(पारगमन) के लिए अप्लाई कर सकते हैं। बिना वीज़ा के ट्रांसिट(पारगमन) जैसी योजनाएँ कई देश लागू करते हैं आगंतुकों को आकर्षित करने के लिए। 2011 में लंदन और पेरिस में 20.1 मिलियन और 18.1 मिलियन यात्रियों ने इस योजना का फायदा उठाया। लंदन में 20 प्रतिश्त और पेरिस में 43 प्रतिश्त की बढ़त देखी गई आगंतुकों की संख्या में। पिछले सालों की तुलना में। लेकिन अब भी ये संख्या बीजिंग के मुकाबले 3 प्रतिश्त कम है। 72 घंटों की पालीसी से अनुमान लगाया जा रहा है कि बीजिंग-शांगहाई में इस संख्या में 6लाख से 8 लाख की बढ़त देखी जाएगी। बीजिंग कैपीटल अंतर्राष्टीय हवाईअड्डे पर यात्रियों की वार्षिक संख्या में इजाफे की उम्मीद लगाई जा रही है। 2015 तक इस संख्या का 1.28 मिलियन तक जाने का अनुमान है और इससे सेवा(सर्विस इंडस्ट्री) उद्योग में कई नौकरियों के नए अवसर खुलेंगे। जी हाँ, है न बढ़िया, अब आप भी अपने दोस्तों, रिश्तेदारों को इसके बारे में बताएँ। और हाँ नई नौकरियों के खुलते नए अवसरों के बारे में भी।

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वैज्ञानिकों को मानव मूत्र में पाई जाने वाली कोशिकाओं का नए प्रयोग मिला

चीनी वैज्ञानिकों को एक नया, नवीन मानव मूत्र में पाए जाने वाली कोशिकाओं से neurodegenerative विकारों के इलाज में सहायता करने का एक रास्ता मिल गया है।

वैज्ञानिकों ने एक नई तकनीक की खोज की है जहाँ मानव मूत्र में बहने वाली कोशिकाओं का reprogramming कर तंत्रिका जनक कोशिकाओं neural progenitor cells (NPCs) जो कि बहुआयामी neuronal उपप्रकारों और glial कोशिकाओं में विकसित कर सकते हैं। इस तकनीक का पार्किंसंस रोग, अल्जाइमर रोग और अन्य neurodegenerative विकारों जैसे तंत्रिका विकारों के उपचार के अध्ययन और उसमें इस्तेमाल होने की उम्मीद है।

वैज्ञानिक लंबे समय से न्यूरोलोजिकल विकारों के इलाज के लिए न्यूरल स्टेम कोशिकाओं को प्राप्त करने और रोपण के लिए और अध्ययन करने की मांग कर रहे थे। हालांकि, भ्रूण या वयस्क मानव ऊतकों से कोशिकाओं का उपयोग या तो नैतिक सरोकारों और प्रतिरक्षा प्रणाली से रिजेक्शन के कारण चुनौतीपूर्ण रहेगा, उन्होंने कहा।

"यह स्टेम सेल के क्षेत्र में एक उल्लेखनीय प्रगति है" फ्रेड गेज, बायोलॉजिकल अध्ययन के लिए सॉल्क संस्थान के एक प्रोफेसर ने कहा। इस अध्ययन से प्राप्त परिणाम और तरीके इस क्षेत्र के लिए महान मूल्य और महत्व रखते हैं।

चीनी अंतरिक्ष यात्री चंद्रमा पर सब्जियाँ उगा सकते हैं।

एक अधिकारी ने कहा कि बीजिंग में हाल में संपन्न प्रयोगशाला प्रयोग के बाद कहा कि चीनी अंतरिक्ष यात्री भविष्य में extraterrestrial अड्डों में बागवानी के द्वारा ताजा सब्जियाँ और ऑक्सीजन की आपूर्ति कर सकते हैं।

दंग ईबिंग, बीजिंग स्थित चीनी अंतरिक्ष यात्री अनुसंधान और प्रशिक्षण केन्द्र के उप निदेशक ने कहा कि प्रयोग में ऑक्सीजन का डायनमिक संतुलित तंत्र,कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को लोगों और पौधों के बीच एक बंद व्यवस्था में रखकर ध्यान केंद्रित किया गया।

दंग के अनुसार, प्रयोग के दौरान 300 घन मीटर के एक केबिन को स्थापित किया गया जिसमें दो प्रतिभागियों के लिए हवा, पानी और भोजन की सतत आपूर्ति प्रदान की गई।

सब्जियों के चार प्रकार उगाए जा रहे थे, जो कार्बन डाइऑक्साइड ले रहे थे और ऑक्सीजन प्रदान कर रहे थे, कमरे में रहने वाले दो लोगों के लिए। केबिन, एक नियंत्रित पारिस्थितिक जीवन समर्थन प्रणाली (CELSS) जिसे 2011 में बनाया गया। चीन की तीसरी पीढ़ी के अंतरिक्ष यात्री के जीवन समर्थन प्रणाली का एक मॉडल है, जिसके चंद्रमा या मंगल ग्रह पर extraterrestrial अड्डों में इस्तेमाल होने की उम्मीद है।

श्रोताओ, आपको हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम का यह क्रम कैसा लगा। हम आशा करते हैं कि आपको पसंद आया होगा। आप अपनी राय व सुझाव हमें ज़रूर लिख कर भेजें,या फोन पर बताएँ ताकि हमें इस कार्यक्रम को और भी बेहतर बनाने में मदद मिल सकें। क्योंकि हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम आप से है, आप के लिए है, आप पर है। आज से अपनी एक बुरी आदत छोड़कर एक अच्छी अपनाएँ। इसी विचार के साथ हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम यहीं समाप्त होता है। आप नोट करें हमारा ई-मेल पताः hindi@cri.com.cn । आप हमें इस पते पर भी पत्र लिख कर भेज सकते हैं। हमारा पता हैः हिन्दी विभाग, चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पी .ओ. बॉक्स 4216, सी .आर .आई.—7, पेइचिंग, चीन , पिन कोड 100040 । हमारा नई दिल्ली का पता हैः सी .आर .आई ब्यूरो, फस्ट फ्लॉर, A—6/4 वसंत विहार, नई दिल्ली, 110057 । श्रोताओ, हमें ज़रूर लिखयेगा। अच्छा, इसी के साथ मैं हेमा कृपलानी आप से विदा लेती हूँ इस वादे के साथ कि अगले हफ्ते फिर मिलेंगे।

तब तक प्रसन्न रहें, स्वस्थ रहें। नमस्कार

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