Web  hindi.cri.cn
13-01-22
2013-02-26 16:27:29

 

न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम में मैं हेमा कृपलानी आप का हार्दिक स्वागत करती हूँ। न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम में हमारी यही कोशिश रहती है कि हम आपको चीन के लोग, उनके जीवन के बारे में कुछ कहे, कुछ अनकहे, कुछ सुने, कुछ अनसुने पहलुओं के बारे में बताते रहे ताकि आपको यहाँ के समाज के बारे में लगातार जानकारी मिलती रहे और आप चीन को और करीब से जान सकें। तो चलिए करते हैं, आज के कार्यक्रम की शुरूआत।

आने वाली 27 जनवरी को सूंग चिंग लिंग, चीन की सबसे बड़ी philanthropists का 120वां जन्मदिन है। आधुनिक चीन के राष्ट्र पिता की पत्नी के रूप में, सूंग को मैडम सन येत सेन के रूप में भी जाना जाता था। उन्होंने अपने जीवनकाल में चीन के सामाजिक कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण योगदान दिए। हालांकि, 1981 में उनका निधन हो गया, लेकिन उनकी विरासत के रुप में आज भी जमीनी स्तर पर काम करने वाले कई चेरीटेबल संगठन हैं जहां समाज में वंचित वर्ग की लगातार मदद की जा रही है। सूंग ने एक समय था जब चीनी लोगों के राहत प्रशासन, चीन की रेड क्रॉस एसोसिएशन और चीन कल्याण संस्थान का नेतृत्व किया। सार्वजनिक रूप से सेवा के लिए अपनी प्रतिबद्धता के कारण बहुत जल्द आधुनिक चीन की प्रथम महिला बन गईं। झोउ अनलाए,चीनी गणराज्य के प्रथम प्रधानमंत्री ने एक बार कहा कि मैडम सन के कारण ही चीन का कल्याण संभव हो सका है। सूंग चीन में आज भी साहस का प्रतीक मानी जाती हैं और सभी क्षेत्रों से और उम्र के लोगों को चैरीटेबल यानी धर्मार्थ कार्यों के लिए प्रेरित करती हैं। उनके 120वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य पर हमें यह कहते हुए फक्र हो रहा है कि चीन की पहली प्रथम महिला के आजीवन योगदान के कारण आज भी लोगों के जीवन पर असर दिख रहा है और वे खुश हैं।

वे सब के लिए उदाहरण रहीं।

सूंग चिंग लिंग का 27 जनवरी, 1893 को शांगहाई के एक व्यापारी मिशनरी परिवार में जन्म हुआ। सन यात सेन, चीन की 1911 की क्रांति और Kuomintang (KMT या नेशनलिस्ट पार्टी) के संस्थापक के नेता से मिलने से पहले वे अमेरीका के जॉर्जिया में Wesleyan College for Women में अध्ययन कर रही थीं। दोनों ने 25 अक्टूबर, 1915 को शादी कर ली।

सन यात सेन का 1925 में निधन हो गया था। अपने पति को खोने के बाद, चीन के सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य में सूंग का महत्व और भी मजबूत हो गया। 1937 में जापान ने पूर्ण पैमाने पर चीन पर आक्रमण आरंभ कर दिया था। उसके अगले साल जून में सूंग चिंग लिंग ने हांगकांग में चीन की रक्षा लीग की स्थापना की, जो जापान के खिलाफ चीन की लड़ाई का समर्थन करने के लिए और युद्ध प्रभावित क्षेत्रों में बच्चों को मदद प्रदान करने के लिए स्थापित किया गया था। जब युद्ध समाप्त हो गया तब चीन रक्षा लीग का नाम बदलकर चीन कल्याण निधि (China Welfare Fund) कर दिया गया था। बाल - कल्याण केन्द्र और बच्चों के लिए के लिए कला थिएटर स्थापित किया गया ताकि बच्चों को सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ-साथ शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएँ भी प्रदान की जा सकें।

अगस्त 1950 में चीन कल्याण निधि (China Welfare Fund) का नाम बदलकर चीन कल्याण संस्थान (China Welfare Iinstitute) रख दिया गया था। तब से लेकर इस संस्था का मकसद सामाजिक कारणों का अध्ययन करना और मातृ एवं शिशु स्वच्छता, स्वास्थ्य सेवाओं और बच्चों की शिक्षा जैसी नई पहल को लागू करने पर जोर दिया। इन्होंने International Peace Maternity and Child Health Hospital की स्थापना की और नर्सरी, बालविहार, बच्चों के महल और बच्चों के लिए थिएटर खोले। इन्होंने बच्चों का युग और China Reconstructs नामक पत्रिका भी शुरु की जिसका अब नाम चाइना डेली है। CW I यानी (China Welfare Iinstitute) ने दुनिया भर के संगठनों और फांउडेशनस के साथ आदान - प्रदान और सहकारी संबंधों को बनाए रखा है। 1970 के दशक में चीन के सुधार और खुलेपन की नीति को अपनाने के बाद CWI बच्चों की शिक्षा, सूंग चिंग लिंग बालवाड़ी, अनुसंधान और सूचना केन्द्र, शांगहाई सूंग चिंग लिंग फाउंडेशन, कैम्फर ट्री पुरस्कार(उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने मातृत्व देखभाल और बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार के लिए उत्कृष्ट योगदान दिया है) और सूंग चिंग लिंग छात्रवृत्ति के लिए एक टेलीविजन प्रोडक्शन केन्द्र की स्थापना की।

हाल के वर्षों में CWI ने अपनी गतिविधियों के दायरे का विस्तार किया है। नौ साल की अनिवार्य शिक्षा के एक नए दृष्टिकोण को जानने और चौतरफा शिक्षा को बढ़ावा देने के मकसद से इन्होंने एक प्रायोगिक स्कूल स्थापित किया है। शांगहाई में भी एक प्रयोगात्मक नर्सिंग होम की स्थापना की है जहाँ वरिष्ठ नागरिकों को एक स्वस्थ जीवन शैली जीने के लिए कई इन-हाउस व्यापक गतिविधियों का आयोजन किया जाता है।

CWI की स्थापना के बाद शीघ्र ही सूंग चींग लिंग ने कहा कि उनका मकसद सरकार को बदलना नहीं बल्कि सरकार का पालन करने के लिए एक उदाहरण स्थापित करना है। CWI सरकारी सुविधाओं और राष्ट्रीय नीतियों से मेल खाती उनकी पूरक हैं। अन्य बातों के अलावा देश का दृष्टिकोण दिखाने के लिए यह एक रोल मॉडल की तरह है जहाँ शिक्षा और पश्चिम से आयातित शिक्षकों को लाया जा रहा है। इसकी पहल कुछ इस प्रयोगात्मक तरीकों से की गई है, जहाँ अमेरिका से अपने एक बाल विहार के लिए बाल मनोविज्ञान में डॉक्टरेट की उपाधि धारक की नियुक्ति प्राचार्य के रूप में की गई। चीनी समाज की चुनौतियों का सामना करने के लिए एक सूक्ष्म दृष्टिकोण को CWI ने बड़े पैमाने पर बदलकर बहुत फर्क कर दिखाया है।

1980 के दशक के शुरू में, विदेशी सरकारों और राजनीतिक दलों के कई नेताओं ने चीन की यात्रा की। उन्होंने CWI बाल महल (CWI Children's Palace) के अलावा, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की पहली राष्ट्रीय कांग्रेस की साइट और शांगहाई के पुराने फ्रैंच कोलोनी के दौरान बने भगवान के मंदिर देखे। नेताओं ने CWI की परोपकारी गतिविधियों के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया।

बच्चों की देखभाल के लिए मैडम सन यात सेन ने अपना पूरा जीवनकाल समर्पित कर दिया और यही मकसद CWI द्वारा बनाए रखा गया है। CWI अपने किंडरगार्टनस और स्कूलों में समान अवसर पर जोर देती है और बच्चों की व्यक्तिगत जरूरतों को प्राथमिकता देती है। इस अर्थ में, CWI द्वारा संचालित स्कूल पश्चिम के मारिया मोंटेसरी स्कूलों से भिन्न नहीं है। CWI किंडरगार्टनस और स्कूलों में सीखने की प्रक्रिया को हर संभव रूप से छात्रों के लिए सहभागी(interactive) बनाया गया है। उदाहरण के तौर पर हर छात्र को बालवाड़ी संगीत समारोहों में प्रदर्शन में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। प्रत्येक चरण में, अलग-अलग बच्चों की अद्वितीय प्रतिभा- चाहे वह कला में, विज्ञान में या संगीत में हो – उन्हें आत्मविश्वासी बनने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। सूंग चिंग लिंग द्वारा बच्चों की जरूरतों को ध्यान में रख स्थापित संगठनों की संख्या ज्यादा बड़ी नहीं है, फिर भी, वे चीन में बाल शिक्षा के क्षेत्र में एक अलग स्थान रखती है। CWI द्वारा स्थापित स्कूल शिक्षा के कई क्षेत्रों में अग्रणी रहे हैं। सूंग ने कई CWI स्कूलों और संस्थाओं की स्थापना स्वयं की थी। 1947 में, उन्होंने CWF बच्चों के आर्ट थियेटर की स्थापना की, 1949 में, शांगहाई के पहले बोर्डिंग नर्सरी की स्थापना की। 1950 में, उन्होंने नए चीन के बच्चों के लिए पहली सामयिक पत्रिका बच्चों का युग छपवाई। 1952 में, सूंग ने नई चीन का पहला मातृ और शिशु स्वास्थ्य अस्पताल बनाया ,CWI अंतरराष्ट्रीय शांति मातृत्व और बाल स्वास्थ्य अस्पताल की स्थापना की Peace Maternity and Child Health Hospital। उन्हें सोवियत संघ द्वारा 100,000 रूबलस का एक शांति पुरस्कार दिया गया। 1953 में, उन्होंने व्यक्तिगत रूप से नई गतिविधियों के लिए चीन के पहले व्यापक युवा केंद्र के लिए साइट को चुना, जो अब CWI बच्चों के महल के रूप में जाना जाता है। CWI ने भी देश भर के शिक्षकों को बालवाड़ी प्रशिक्षण देने की जिम्मेदारी ले ली है। प्रशिक्षण की तीन श्रेणियाँ हैं। पहला, गरीब परिवारों से नवोदित शिक्षकों को शामिल करना है। इसके लिए ट्यूशन लागत मिले हुए दान के माध्यम से CWI द्वारा कवर किया जाता है। इस कार्यक्रम से 8700 से अधिक लोगों को लाभ हुआ है। दूसरी श्रेणी शिक्षण सिद्धांत और व्यवहार में उन्नत प्रशिक्षण है, 1,000 लोगों ने इस कोर्स की स्थापना के बाद से स्नातक की उपाधि प्राप्त की है। तीसरा, प्रशिक्षण कोर्स शिक्षा मंत्रालय द्वारा प्रायोजित है और जिसका लक्ष्य देश में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले बालवाड़ी शिक्षकों को आकर्षित करना है। आज तक 400 शिक्षकों को इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया है और वे अपने प्रांतों में वापस लौट गए हैं, जहां वे बच्चों को पढ़ाने और अन्य शिक्षकों को अपने ज्ञान और कौशल के प्रसार का काम कर रहे हैं।

CWI को बालवाड़ी और स्कूलों को चलाने का 6 दशकों से भी ज्यादा का अनुभव है। इनकी विशेषज्ञता अमूल्य है, चीन के लिए क्योंकि यहाँ देश भर में शिक्षा के समग्र मानकों को बढ़ाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। CWI के शांगहाई स्कूल विशेष रूप से चीन की शिक्षा के मामले में सबसे आगे हैं। पिछले एक दशक से हर गर्मियों में CWI अपने बालवाड़ी में काम करने वाले शिक्षक और शिक्षकों को शिनजियांग, निंगशिया और तिब्बत जैसे कम विकसित प्रदेशों में भेजते हैं। इस तरह CWI इन क्षेत्रों के शैक्षिक स्तर में सुधार के ठोस कदम उठा रही है।

CWI और शांगहाई सूंग चिंग लिंग फाउंडेशन अलग संस्थाएँ हैं, लेकिन उन्होंने इस दौरान बड़े पैमाने पर सहयोग किया है। कुल मिलाकर उन्होंने संयुक्त रूप से चीन के गरीब क्षेत्रों में 10 लाख युआन जमा कर खर्च किए हैं।

इस पैसे के एक हिस्से को ग्रामीण इलाकों में शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए इस्तेमाल किया गया था। कमज़ोर परिवहन, कम आय और पारंपरिक तरीकों से जन्म देने के कारण कुछ ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में केवल 10 प्रतिशत गर्भवती महिलाएं ही जन्म देती हैं। ये न सिर्फ शिशुओं के लिए, लेकिन माताओं में भी उच्च मृत्यु दर का कारण बनता है। इस मुद्दे से निपटने के लिए, CWI ने अपनी माँ और शिशु सुरक्षा परियोजना शुरू की। जिसमें महिलाओं को अस्पताल में जन्म देने के लाभों के बारे में बताकर जागरूकता बढ़ाई गई, स्थानीय दाइयों को प्रशिक्षित किया गया और मातृत्व और शिशु स्वास्थ्य केन्द्रों की स्थापना करना शुरू किया। इस परियोजना से चीन के पश्चिमी क्षेत्रों में काफी बदलाव आया है। हाल के दिनों में, CWI ने सिचुआन प्रांत के दालियांग मॉउटेन रेंज में अल्पसंख्यक यी जाति की शैक्षिक आवश्यकताओं को समर्थन दिया है। वहाँ के कुछ गाँवों में केवल 10 परिवार रहते हैं इसलिए कठोर वातावरण, दुर्लभ हालात और कम वेतन के कारण शिक्षक मिलना कठिन है। बच्चों को पहाड़ों से गुजरकर स्कूल पहुँचना पड़ता है कभी-कभी तो सात घंटे से ज्यादा का समय लग जाता है। CWI स्टाफ ने क्षेत्र का दौरा किया और स्थानीय लोगों की विशिष्ट जरूरतों को जानने के लिए शिविर का आयोजन किया तथा उन लोगों के साथ कई दिन बिताएँ। बाद में एक मसौदा तैयार किया जिसमें शिक्षा मंत्रालय द्वारा दिए गए सुझावों को अपनाया गया और बच्चों के लिए उस क्षेत्र में शिक्षकों की उपलब्धि में सुधार देखा गया।

सूंग चिंग लिंग ने एक बार टिप्पणी की कि सार्थक दान का सार यही है कि जहां मदद की जरूरत दिख रही है मदद उस जगह पर जा रही है। हाल के वर्षों में वरिष्ठ नागरिकों को मदद की ज़रूरत पड़ी है। चीन पहले की तुलना में अधिक तेज़ी से बूढ़ा हो रहा है। बुजु़र्ग जो अल्प पेंशन पर गुजारा कर रहे हैं उनके लिए अपनी ज़रुरतों को पूरा करने में कठिनाई आ रही है। देश अमीर हो रहा है और सामाजिक प्रणाली में सुधार देखा जा रहा है लेकिन फिर भी कुछ बुजुर्ग इससे वंचित रह जाते हैं। इस समस्या को देखते हुए CWI ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए नर्सिंग होम खोलना शुरू कर दिया है।

CWI के नर्सिंग होम को अपनी गतिविधियों में शामिल करने को लेकर कुछ उलझन में हैं। उन्होंने परंपरागत रूप से ध्यान हमेशा महिलाओं और बच्चों को दिया है और उन समूहों के साथ काम करने के लिए उन्होंने अच्छी-खासी प्रतिष्ठा हासिल की है। लेकिन CWI द्वारा वरिष्ठ नागरिकों की दुर्दशा को नहीं संबोधित किया जाना चाहिए इसका कोई कारण नहीं दिखता है। पारंपरिक चीनी सामाजिक दर्शन, के अनुसार बच्चों को सबसे महत्वपूर्ण पीढ़ी समझा जाता रहा है वरिष्ठ नागरिकों की तुलना में। इसलिए पारंपरिक परिवार, समाज और बड़ों का ध्यान युवाओं की रक्षा और उनके समर्थन पर केंद्रित है। CWI के अनुसार इस पर गंभीरता से विचार करने की ज़रूरत है। जैसा की सूंग ने कहा देखो कहाँ मदद की ज़रूरत है और वहाँ जाओ। और वर्तमान में चीन में बुजुर्गों को मदद की ज्यादा ज़रूरत है।

CWI का पहला नर्सिंग होम निवासियों के जीवन को बेहतर बनाने के तरीके को देखने के लिए एक प्रयोगात्मक केंद्र के रूप में स्थापित किया गया था। सेवानिवृत्तों की जरूरतों को वैज्ञानिक तौर पर समझने पर जोर दिया गया है। उन्होंने इसके लिए फूदान विश्वविद्यालय और शांगहाई विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विश्वविद्यालय से समाजशास्त्र के स्नातकों को कार्यरत किया है। CWI के पहले नर्सिंग होम के संचालन को अब चार साल हो गए हैं और खुद को वरिष्ठ नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता के मामले में देश के अग्रणी नर्सिंग होम के रूप में ख्याति अर्जित कर ली है। CWI नर्सिंग होम संस्थान स्कूलों द्वारा सेट उदाहरण का पालन करें और वृद्धों की देखभाल कैसे की जाती है, में सरकार और अन्य केन्द्रों के साथ अपनी विशेषज्ञता को साझा करें। यह भविष्य में अन्य देशों के लिए इनके अनुभवों से सीखने का एक सिलसिला शुरू हो सकता है।

श्रोताओं, आपको हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम का यह क्रम कैसा लगा। हम आशा करते हैं कि आपको पसंद आया होगा। आप अपनी राय व सुझाव हमें ज़रूर लिख कर भेजें, ताकि हमें इस कार्यक्रम को और भी बेहतर बनाने में मदद मिल सकें। क्योंकि हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम आप से है, आप के लिए है, आप पर है। इसी के साथ हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम यहीं समाप्त होता है। आप नोट करें हमारा ई-मेल पताः hindi@cri.com.cn । आप हमें इस पते पर पत्र भी लिख कर भेज सकते हैं। हमारा पता हैः हिन्दी विभाग, चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पी .ओ. बॉक्स 4216, सी .आर .आई.—7, पेइचिंग, चीन , पिन कोड 100040 । हमारा नई दिल्ली का पता हैः सी .आर .आई ब्यूरो, फस्ट फ्लॉर, A—6/4 वसंत विहार, नई दिल्ली, 110057 । श्रोताओ, हमें ज़रूर लिखयेगा। अच्छा, इसी के साथ मैं हेमा कृपलानी आप से विदा लेती हूँ इस वादे के साथ कि अगले हफ्ते फिर मिलेंगे।

तब तक प्रसन्न रहें, स्वस्थ रहें। नमस्कार

आप की राय लिखें
Radio
Play
सूचनापट्ट
मत सर्वेक्षण
© China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040