ओ मॉय गॉड, मैं चाइना में हूँ। हैल्लो, फ्रैंन्डस, चाइना रेडियो इन्टरनेशनल पर एक नया, ब्रांड न्यू शो लेकर मैं हेमा कृपलानी हाजिर हूँ। जैसा नाम वैसा ही होगा काम, जी हमारे इस नए शो- ओ मॉय गॉड, मैं चाइना में हूँ, में हम लेकर आ रहे हैं आपके लिए चटपटी मसालेदार बातें जिसे हम जैसे विदेशी जिन्हें एक्सपेट भी कहा जाता है चाइना में कैसे आकर सैटल होते हैं, वे कौन-सी चीज़ें हैं या वे बातें या लोग जिनके साथ उन्हें एडजस्ट करना पड़ता है, कल्चर शॉक क्या होता है, इस शॉक का झटका किसको कितना ज़ोर से लगता है, या ज़ोर का झटका कितना धीरे से लगता है। वे कौन-सी नई चीज़ें है जो यहां के लोग, यहाँ का माहौल उन्हें सीखाता है। अपने देश, परिवार-दोस्त, लोग, कल्चर, माहौल, अपनी पुरानी आदतें पीछे छोड़, नए जीवन की नई शुरूआत करने जब हम जैसे लोग बाहर से आकर यहाँ चाइना में रहने लगते हैं उन्हीं सभी खट्टी-मीठी, कुछ इमोशनल तो कुछ प्रैक्टीकल, कुछ एडवेन्चरस तो कुछ बोरिंग इन्हीं सभी बातों का पीटारा खोलने मैं आ रही हूँ आप सब के पास। तो हमारा साथ बनाए रखिएगा क्योंकि आपकी बहुत ज़रूरत हैं हमें, क्योंकि ओ मॉय गॉड, मैं चाइना में हूँ। चलिए, सुनते हैं आज की हमारी मेहमान के अनुभव और सुनकर आप ही फैसला कीजिएगा।
आज हम बात कर रहे हैं दक्षिण चीन के क्वांगचो में रह रही श्रीमती करिशमा जी से।
तो हमें बताना मत भूलिएगा कि कैसे लगा आपको हमारा पहला शो जिसका नाम है, ओ मॉय गॉड, मैं चाइना में हूँ। मैं हेमा कृपलानी अब लेती हूँ आपसे विदा। अगले हफ्ते फिर मुलाकात होगी आपसे यहीं क्योंकि- ओ मॉय गॉड, मैं चाइना में हूँ।