स्वीकार कीजिए नमस्कार, हेमा कृपलानी का। अपराध- समाज द्वारा निर्धारित आचरण का उल्लंघन करना। यह ऐसी क्रिया या क्रिया में त्रुटि है, जिसके लिये दोषी व्यक्ति को कानून द्वारा निर्धारित दंड दिया जाता है। अपराध करने के भिन्न-भिन्न कारण हो सकते हैं; जैसे क्षणिक आवेग, भावुकता, पूर्वविचार, भावी विनाश से रक्षा, आदि। चाहे कारण कोई भी रहा हो लेकिन इसका शिकार हमेशा मासूम, बेगुनाह, निर्दोष लोग ही हमेशा रहते हैं। जिन्हें अनजान होते हुए भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है। आधुनिक समाज में बढ़ती जरूरतें, प्रतिस्पर्धा, हर एक से आगे निकल जाने की होड़ में कुछ लोग अपने लक्ष्य को पाने के लिए कानून तोड़ अपराध की दुनिया का रुख कर लेते हैं। आप सब को समाज में बढ़ते अपराध और उनके पीछे छिपे कारण, हम आप जैसे साधारण लोगों की बदलती मानसिकता उनसे क्यों ऐसे अपराध करवाने को मजबूर हो रही है। इन सब को दिखाने कलरस टी.वी चैनल पर हर शनिवार और रविवार 1 दिसम्बर से नया कार्यक्रम शुरु हुआ है-जिसका नाम है- शैतान- अ क्रिमीनल माइंड। चलिए जानने की कोशिश करते है, शैतान- अ क्रिमीनल माइंड नए कार्यक्रम के पीछे क्या सोच है, क्या दिखाया जाने वाला है और इससे हम सब कैसे अधिक सावधान और सचेत रह सकते हैं। इसके बारे में आज फोन लाइन पर हमसे जुड़ने वाली है, शैतान- अ क्रिमीनल माइंड की क्राइम रिसर्चर,शोधकर्ता लक्ष्मी पंजाबी।
बातचीत....................................................................................................
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तब तक प्रसन्न रहें, स्वस्थ रहें। नमस्कार