स्वीकार कीजिए नमस्कार हेमा कृपलानी का। मैं एक बार फिर हाज़िर हूँ आपके अपने कार्यक्रम न्यूशिंग स्पेशल के साथ। दोस्तों, पिछले सप्ताह हमने आपकी मुलाकात रैनिंग(कक्षा 7) और जैरी (कक्षा 6) दो चीनी छात्रों से करवाई थी। इस सप्ताह हमने अपने स्टूडियो में आमंत्रित किया उन दोनों की माताओं को जिन्हें आप सब न केवल बखूबी जानते हैं बल्कि चाहते भी हैं। रैनिंग की मम्मी हम सबकी अपनी श्याओयांग जी और जैरी की मम्मी हम सबकी प्यारी श्याओथांग जी(सपना जी) और की उनसे ढेर सारी बातें। हमने उनसे जानने की कोशिश की कि वे कैसे अपने बच्चों पर बढ़ते पढ़ाई के बोझ को, उनके स्ट्रैस, टेंशन को मैनेज कर रही हैं। चीनी अभिभावकों की अपने बच्चों से क्या अपेक्षाएँ हैं, क्या उम्मीद रखती हैं, वे अपने बच्चों से। चलिए, आपको भी सुनवाते हैं, बातचीत का दूसरा भाग।
बातचीत....................................................................................................
श्रोताओं, आपको हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम का यह क्रम कैसा लगा। हम आशा करते हैं कि आपको पसंद आया होगा। आप अपनी राय व सुझाव हमें ज़रूर लिख कर भेजें, ताकि हमें इस कार्यक्रम को और भी बेहतर बनाने में मदद मिल सकें। क्योंकि हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम आप से है, आप के लिए है, आप पर है। इसी के साथ हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम यहीं समाप्त होता है। आप नोट करें हमारा ई-मेल पताः hindi@cri.com.cn । आप हमें इस पते पर पत्र भी लिख कर भेज सकते हैं। हमारा पता हैः हिन्दी विभाग, चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पी .ओ. बॉक्स 4216, सी .आर .आई.—7, पेइचिंग, चीन , पिन कोड 100040 । हमारा नई दिल्ली का पता हैः सी .आर .आई ब्यूरो, फस्ट फ्लॉर, A—6/4 वसंत विहार, नई दिल्ली, 110057 । श्रोताओ, हमें ज़रूर लिखयेगा। अच्छा, इसी के साथ मैं हेमा कृपलानी आप से विदा लेती हूँ इस वादे के साथ कि अगले हफ्ते फिर मिलेंगे।
तब तक प्रसन्न रहें, स्वस्थ रहें। नमस्कार