मध्य शरद दिवस, वसंतोत्सव, ड्रेगन बोट उत्सव और छिंगमिंग उत्सव चीन के चार परंपरागत त्योहार हैं। चीनी पंचांग के अनुसार 7वां, 8वां और 9वां महीना शरद ऋतु माना जाता है। 8वें चंद्र मास के 15 तारीख शरद ऋतु का मध्य दौर में ही स्थित है। इसलिए इसी दिन मध्य शरद दिवस का नाम रखा गया है। मध्य शरद दिवस सबसे रोमांटिक त्योहार माना जाता है। लोग कहते हैं कि उत्सव के समय लोग परिवारजनों की ज्यादा याद करते हैं। मध्य शरद दिवस के दिन आसमान में चांद सबसे पूर्णांक और रोशनी है। विदेशों में रह रहे चीनी लोग चांद देखते हुए स्वदेश और परिजनों की याद करते हैं। इसलिए मध्य शरद दिवस का एक अन्य नाम भी है, यानी पुनर्मिलन दिवस।
मध्य शरद दिवस का इतिहास और कहानी
मध्य शरद दिवस का लम्बा इतिहास है। बाकी परंपरागत दिवस की ही तरह, मध्य शरद दिवस की स्थापना भी धीरे से हुई। प्राचीनकाल में राजा की वसंत में सूर्य की पूजा और पतझड़ में चांद की पूंजा करने की व्यवस्था है। आज से 3000 साल पहले लिखित चो संस्करा नामक किताब में मध्य शरद दिवस का रिकॉर्ड मिला है। बाद में कुलीनताओं और साहित्यकारों की भी मध्य शरद दिवस में चांद के सामने अपना भावना प्रकट करने की आदत है। ऐसा ही यह रिवाज लोकप्रिय हो गया। 618 से 907 तक थांग राजवंश के दौरान यह रिवाज लोगों का और ज्यादा ध्यान केन्द्रित हुआ। मध्य शरद दिवस स्थाई त्योहार के रूप में रखा गया। 14वीं सदी से मध्य शरद दिवस नव वर्ष की तरह चीन का एक महत्वपूर्ण त्योहार बन गया।
मध्य शरद दिवस के बारे में लोककथा बहुत अधिक हैं। चंद्रमा पर उड़कर जाने वाली छांग अ और लॉरल पेड काटने वाला वु कांग जैसे लोककथा लोकप्रिय होकर देश भर में प्रचलित हो रहे हैं।