मध्य शरद ऋतु महोत्सव के मौके पर चीन में प्राचीन काल से चांद का आनंद लेने का रिवाज है। प्राचीन चीनी ग्रंथों में चंद्र देवता की पूजा करने की परंपरा भी है। चो राजवंश काल में मध्य शरद ऋतु महोत्सव पर ठंड का स्वागत करने और चंद्र देवता के पूजा की जाती थीं। थांग राजवंश काल में मध्य शरद ऋतु महोत्सव पर चांदनी का आनंद लेना प्रचलित था। जब सोंग राजवंश आने के बाद चांदनी का आनंद लेने की गतिविधि होती थी। इसी दिन पर राजधानी में सभी दुकानों और होटलों पर ताज़ा फल और परिष्कृत खाद्य पदार्थ बेचे जाते थे। शाम के वक्त बाज़ारों में बहुत रौनक़ रहती थी। ज्यादातर आम लोग मंडप पर चढ़ावा डालते थे। कुछ अमीर लोग अपने घर के महल-मंडप से चांदनी का आनंद लेते थे। सभी लोग अपने परिजनों के साथ डिनर करने के साथ-साथ बातचीत करते थे।
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