Web  hindi.cri.cn
12-07-24
2012-07-25 16:12:43

यह चाइना रेडियो इंटरनेशनल है। श्रोता दोस्तो, न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम में, मैं हेमा कृपलानी आप सब का हार्दिक स्वागत करती हूँ। दोस्तो, एक बार फिर हम हाजिर है न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम के साथ। दोस्तों, आपका हमारा साथ इस न्यूशिंग स्पेशल के सफर पर 120 हफ्ते पुराना है। अपने इस सफर पर हमने जीवन से जुड़े़ हर पहलू पर बात की है- स्वास्थ्य-सेहत, मनोरंजन, ज्ञान-विज्ञान, जानकारी, फैशन-सौंदर्य, रहन-सहन, खान-पान, साज-सज्जा, घर-संसार, दोस्ती-रिश्ते-नाते, क्लचर-हिस्टरी, रस्में-रिवाज़, कायदे-कानून, समस्याएँ-समाधान और भी बहुत कुछ। न्यूशिंग स्पेशल पर हमने प्रयास किया परिवार के हर एक सदस्य के साथ जुड़ने का, उनके करीब आने का, उनका प्यार पाने का। उम्मीद करते हैं, हमारा ये प्रयास आपको पसंद आ रहा होगा। अपने इस कार्यक्रम में हम आप सब का भी स्वागत करना चाहते हैं। अगर आप में कोई टैलेंट हैं या कोई हुनर या आपके जीवन से जुड़ा कोई ऐसा किस्सा या वाकया जिसने आपके जीवन में बड़ा बदलाव किया हो,या आपकी जान-पहचान में ऐसा कोई हो जिसे आप जानते हो, जो आप हमारे साथ शेयर करना चाहे ताकि आपके अनुभव और सफलता की कहानी हम अपने दूसरे श्रोता दोस्तों के साथ भी शेयर कर सकें और लाभ उठा सकें तो देर मत कीजिए हमें फोन कीजिए कहीं से भी, चाहे किसी का फोन उधार लेकर भी लेकिन हमें फोन कीजिए और हम आपकी कहानी आपकी जुबानी प्रसारित करेंगे आपके अपने कार्यक्रम न्यूशिंग स्पेशल में। चलिए, करते हैं आज के कार्यक्रम की शुरुआत।

दोस्तो, आप सबने तो खबरों में पढ़ा ही होगा चीन की राजधानी बीजिंग में छह दशकों में हुई सबसे भारी बारिश के कारण 37 लोगों की मौत हो गई है और कुछ इलाकों में 30,000 से अधिक नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। वहां बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई। दोस्तो, छह दशकों में हुई सबसे भारी बारिश के बावजूद मैं आपको बताना चाहूँगी कि बीजिंग नगर पालिका ने बड़ी मुस्तैदी से बिगड़ते हालातों को संभाल लिया और जहाँ पानी भरने लगा वहाँ रेत की बोरियाँ बिछा दी गईं। लंबे-लंबे पाइपों से मेन होल में पानी को पंप किया जाने लगा और ये सब इतनी अलर्टनेस से किया जा रहा था मानो वे हर वक्त आपदा के लिए तैयार हैं। हैट्स ऑफ बीजिंग नगर निगम पालिका। चलिए, चलते हैं अगली खबर की तरफ।

अब आप भी अमीर पति को पाने के लिए ट्यूशन ले सकते हैं। जहां आपको अमीर पति को हासिल करने के गुर सिखाए जाएँगे। जी हाँ, चीन में अरबपति से शादी रचाने वाली एक महिला ने एक ट्यूटोरियल शुरू किया है, जिसमें वह दूसरी युवतियों को सिखाती है कि अमीर पति कैसे हासिल किया जा सकता है। स्छवान प्रांत के छंगदू की इस कक्षा में शामिल होने का खर्च 10 हज़ार युआन है। एक 42 वर्षीय महिला सू फी कक्षा लेती है। इस कक्षा में युवतियों से वादा किया गया है कि उन्हें अमीर लोगों के सम्पर्क में आने का मौका दिया जाएगा। सू फी कहती हैं कि सात साल पहले क्वांगतोंग प्रंत के शनचन में कक्षा सफल रही थी और 100 से भी अधिक युवतियों ने दाखिले के लिए आवेदन किया आथ। महिला अपनी चेलियों को बहुत सारी शिक्षाओं में से एक यह बताती है कि यदि वह अमीर पति खोजना चाहती है तो पहले उसे सीखना चाहिए कि अमीरों के शौक क्या-क्या होते हैं और वे कहाँ-कहाँ जाते हैं। उसके बाद युवतियों को उन जगहों पर जाना चाहिए और ऐसा दिखाना चाहिए कि संयोगवश उनकी मुलाकात किसी अमीर से हो रही है और संयोगवश उनके शौक समान हैं। एक अन्य शिक्षा में से एक यह है कि यदि कोई अरबपति उन्हें दो साल तक संबंध रखने के बाद भी शादी नहीं कर रहा है, तो शादी की सम्भावना नहीं है।

देखिए, हम आपको यहां चीन में होने वाली हर ब्रेकिंग न्यूज़ से अवगत कराते रहते हैं। क्या अजब-गजब होता रहता है यहाँ उसकी भी अपडेटस देते रहते हैं। चलिए, अपडेटस तो हो गई अब बात करते हैं पारंपरिक चीनी चिकित्सा पद्धति के बारे में यानि टी.सी.एम। दोस्तों, जैसा कि हम आपको बताते रहते हैं कि चीन में हर वस्तु-विशेष का संबंध उसकी शुरुआत, उसका चलन कैसे,कब,कहाँ शुरु हुआ का कनैक्शन इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों में लिखा होता है जो उस युग से इस युग से जुड़ा होता है और यह तो पारंपरिक चीनी चिकित्सा पद्धति है जिसे हज़ारों सालों से विश्वभर के चिकित्सकों ने उच्चतम माना है और बहुत सम्मान दिया है। जिसके बारे में आज हम आपको कुछ टी.सी.एम टिप्स देने वाले हैं जिनका प्रयोग आप भी कर सकते हैं। चीनी औषधीय भोजन जो टी.सी.एम पर आधारित हैं। उसे बनाना बहुत आसान है और कुछ स्वादिष्ट दवाइयाँ जी हाँ, कुछ स्वादिष्ट दवाइयाँ चीनी महिलाओं में खासकर बहुत प्रचिलित हैं। वैसे भी महिलाओं के बारे में ही कहा जाता है कि वे अपनी सुदंरता और सेहत को लेकर बहुत सजग रहती हैं। वैसे भी चीन में एक कहावत बहुत मश्हूर है कि भोजन में भले न हो मांस पर ज़रूरी है सूप। चीनी लोग अपने भोजन में सूप को बहुत महत्व देते हैं खासकर पौष्टिक और औषधीय सूप। आजकल तो फूड एकस्पर्टस का भी मानना है कि कुछ सूप में अच्छी सेहत के चमत्कारी गुण मौजूद होते हैं। पुरानी चीनी कहावत को मानते हुए कि, भोजन एक व्यक्ति की मूल ज़रुरत है। प्राचीन समय से ही चीनी लोगों ने अपने भोजन में अच्छे स्वास्थ्य के लिए औषधीय गुणों से भरपूर आहार को भी सम्मिलित किया है। चीन में एक फूड एकस्पर्टस का कहना है कि मैडीकैटीड चीनी फूड जिसमें चीनी जड़ी-बुटियाँ और मसाले डाले जाते हैं। उन्हें बहुत ही सावधानीपूर्वक बनाया जाता है और मूल अर्थ को ध्यान में रखते हुए कि भोजन को केवल स्वाद के लिए नहीं पकाया जाना चाहिए उसके पीछे वैज्ञानिक दृष्टिकोण का होना बहुत ज़रुरी है। किसी भोजन के फलैवर को बिना बिगाड़े जिसमें औषधीय गुण है उसका सेवन करने से दीर्घायु प्राप्त होती है और कई तरह की बीमारियों से बचा जा सकता है या कई रोगों का इलाज किया जाता है। पारंपरिक चीनी चिकित्सा पद्धति यानि टी.सी.एम के सिद्धांत के अनुसार किसी को भी औषधीय गुणों से भरपूर भोजन अपने रोगों को ठीक करने के लिए या खुद को स्वस्थ रखने के लिए तभी खाना चाहिए जब वह उसके शरीर और स्वास्थ्य के अनुकूल हो। उदाहरण के तौर पर अगर किसी को लू लग जाती है(गर्मी के कारण) सनस्ट्रोक तो उसे ठंडे तासीर वाले खाद्य पदार्थ जैसे दूधी, करेले और हरी मूँग दाल खाना चाहिए और अगर सर्दी के कारण पेट दर्द हो तो सौंफ और दालचीनी खाना चाहिए। पारंपरिक चीनी दवाइयाँ बहुत कड़वी होती हैं इसलिए लोग खासकर बच्चे उन्हें खाने से कतराते हैं। लेकिन औषधीय गुणों से भरपूर आहार भी बहुत ज़रुरी है। जैसा कि चीनी भोजन में चीनी जड़ी-बुटियों के साथ मिलाकर उन्हें सावधानीपूर्वक पकाया जाता है जिससे स्वाद तो मिलता ही है साथ में मिलते हैं सेहत से जुड़े अनेक फायदे। आप लोगों ने देखा होगा या सुना होगा कि चीनी भोजन में हरी पत्तियाँ हो या अन्य सब्जियाँ उन्हें केवल कढ़ाई में थोड़े से तेल के साथ उतना ही पकाया जाता है कि उनका कच्चापन कम हो, जी हाँ, कम हो पूरी तरह खत्म नहीं और फिर चीनी मसालों का जिनमें नमक और कुछ जड़ी-बुटियाँ ही होती हैं मिलाकर खाना तैयार। जी हाँ, सुनने में जितना आसान लग रहा है, चीनी भोजन बनाना भी उतना ही आसान होता है। भारतीय भोजन की तरह सब्जियों को महीन-महीन काटा भी नहीं जाता। बस कोने निकाल और कुछ बड़े-बड़े टुकड़े कर कढ़ाई के दर्शन करा दिए जाते हैं। जी हाँ, तभी तो चीनी लोग हर रोज़ अपने खाने की थाली में मांस-मछली के अलावा तीन से चार सब्जियाँ खाते हैं। हमारे लिए रोज़ इतना खाना पकाना मतलब सुबह से शाम तक रसोई में बिताना। तभी तो कहते हैं कि भारत में मिलने वाला चीनी भोजन इंडियन टेस्ट के अनुसार बनकर मिलता है असली चीनी भोजन का आदी होने के लिए बहुत समय लग जाता है क्योंकि उसमें भारतीय भोजन की तरह घी-तेल मसालों का प्रयोग नहीं होता। अरे देखिए, हम बात कर रहे थे टी.सी.एम के बारे में और कहाँ पहुँच गए। चलिए, आपको भी कुछ टी.सी.एम टिप्स दे देते हैं।

अगर आपको अनिद्रा यानि इनसोमनिया हैं तो आप आजमा सकते हैं इन्हें।

- एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर रात को पीकर सो सकते हैं। इससे आपको नींद अच्छी आएगी।

- कमल के फूल के बीजों को लेकर उबाल लें, उसमें थोड़ा नमक मिलाएँ और रात को सोने से पहले पीएँ। इससे भी नींद अच्छी आएगी।

- और अब अगर बात करें महिलाओं की खूबसूरती के बारे में तो लिजिए उसका भी नुस्खा है, टी.सी.एम में। पाँच केले लिजिए, दूध, करीब 300 ग्राम ओट मील और 100 ग्राम किशमिश। इन सब को एक साथ मिलाकर एक तरह की खचड़ी बना लें और रोज़ सुबह इसे खाएँ। ये आपकी त्वचा में कसाव के साथ नमी बनाए रखेगा और झुर्रियों को भी दूर रखेगा। तो दोस्तों, ये थे कुछ टिप्स आपकी अच्छी सेहत के लिए। आप भी इन्हें ज़रूर आजमाएँ और हमें बताएँ कि कैसे लगे आपको ये टिप्स और हमारा आज का कार्यक्रम। दोस्तों, मैं पूरी कोशिश करूँगी कि इस कार्यक्रम में आपको चीन से जुड़ी हर छोटी-बड़ी बातों से अवगत करवाने की साथ-साथ सेहत-स्वास्थ्य से जुड़े टिप्स जिन्हें आजमा कर आप उठाएँ उनका पूरा लाभ।

श्रोताओं, आपको हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम का यह क्रम कैसा लगा। हम आशा करते हैं कि आपको पसंद आया होगा। आप अपनी राय व सुझाव हमें ज़रूर लिख कर भेजें, ताकि हमें इस कार्यक्रम को और भी बेहतर बनाने में मदद मिल सकें। क्योंकि हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम आप से है, आप के लिए है, आप पर है। इसी के साथ हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम यहीं समाप्त होता है। आप नोट करें हमारा ई-मेल पताः hindi@cri.com.cn । आप हमें इस पते पर पत्र भी लिख कर भेज सकते हैं। हमारा पता हैः हिन्दी विभाग, चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पी .ओ. बॉक्स 4216, सी .आर .आई.—7, पेइचिंग, चीन , पिन कोड 100040 । हमारा नई दिल्ली का पता हैः सी .आर .आई ब्यूरो, फस्ट फ्लॉर, A—6/4 वसंत विहार, नई दिल्ली, 110057 । श्रोताओ, हमें ज़रूर लिखयेगा। अच्छा, इसी के साथ मैं हेमा कृपलानी आप से विदा लेती हूँ इस वादे के साथ कि अगले हफ्ते फिर मिलेंगे।

तब तक प्रसन्न रहें, स्वस्थ रहें। नमस्कार

आप की राय लिखें
Radio
Play
सूचनापट्ट
मत सर्वेक्षण
© China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040