यह चाइना रेडियो इंटरनेशनल है। श्रोता दोस्तो, न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम में, मैं हेमा कृपलानी आप सब का हार्दिक स्वागत करती हूँ। दोस्तो, एक बार फिर हम हाजिर है न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम के साथ।
दोस्तो, आपके पत्र और ई-मेल हमें लगातार मिल रहे हैं। हम आपको थैंक यू कहना चाहते हैं कि आप अपना कीमती समय हमारे कार्यक्रम को दे रहे हैं और इतना ही नहीं हम किस तरह और सुधार कर सकें अपने कार्यक्रम में यह भी लगातार आप बताते रहते हैं और आपकी तारीफ़ और हौसला अफ़जाही हमें और बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित करती है। चलिए, तो इसी जोशो-खरोश के साथ शुरु करते हैं आज का कार्यक्रम।
फ्रैंडस, आजकल बीजिंग में पर्यटक बहुत नज़र आ रहे हैं। आजकल यहाँ ट्यूरिस्ट सीजन चल रहा है हालांकि मौसम गर्म है लेकिन बाहर घूमने के लिए यही सबसे अच्छा समय है क्योंकि एक बार जब यहाँ ठंड शुरु हो जाती है तब तो बाहर निकलना किसी चैलेंज से कम नहीं होता और आजकल तो भारत के समाचार पत्रों में कई विज्ञापन दिखाई दे रहे हैं जिनमें चाइना के लिए पैकेज टूअर टिकट की ऑफर सस्ते में मिल रही है जिसमें आपको बीजिंग, शांगहाई और शिआन शहरों का दौरा करवाया जाएगा। चलिए, मैं किसी टूअर ऑपरेटर का प्रमोशन नहीं कर रही अपने शो पर। हाँ, तो मैं बात कर रही थी बीजिंग में आजकल ट्यूरिस्ट बहुत दिख रहे हैं अब जाहिर-सी बात है अगर कोई बाहर से चीन देखने के लिए आएगा तो शॉपिंग नहीं करेगा ऐसा तो हो ही नहीं सकता और वो भी चीन जिसे शॉपर्स पेराडाइस कहा जाता है। यहाँ तो जो लोग जेब को कस कर आते ही वो भी जेब खाली करवाके ही जाते हैं। शॉपिंग किए बिना यहाँ से बाहर कोई ही नहीं जा सकता। नहीं, नहीं, ऐसा कोई नियम-कानून नहीं लेकिन दिल नहीं मानता ना जी। इतनी सारी चाइनीस सुंदर-सुंदर चीज़ें, हैंडिक्राफ्टस, पैंटिंगस, कपड़े, बैग, शूज़स और आपका दिल जो भी चाहे वो सब उपलब्ध है यहाँ। तो बताएँ कैसे न होगी जेब यहाँ ढीली। अजी, ये बात खाली ट्यूरिस्ट पर ही नहीं हम जैसे जो यहाँ पर ही रहते हैं उन पर भी लागू होती है। जब भी बाहर से घर लौटे जब तक हाथ में 2-3 थैले शॉपिंग के न हो बात ही नहीं बनती जी। उसके बाद चाहे घर में सामान रखने की जगह हो न हो, दिल में तो वे अपनी जगह बना ही लेते हैं। ओह हो, मैं फिर मुद्दे से भटक गई। मैं आपको शॉपिंग के सामान की लिस्ट सुनाकर बोर नहीं करना चाहती बल्कि मैं तो आपको ये बताना चाहती हूँ कि यहाँ चाइना में शॉपिंग करने का मज़ा ही कुछ और है। अब आप सोचेंगे कि लेडीस को तो बहाना चाहिए होता है शॉपिंग करने का इसलिए उन्हें तो कहीं भी मज़ा आएगा। हममम.....यहाँ मैं आपसे सहमत नहीं क्योंकि यहाँ चाइना में सिर्फ लेडीस ही नहीं मैन भी यहीं मानते हैं कि चाइना में शॉपिंग करने का मज़ा ही कुछ और है। नहीं, विश्वास हो रहा आपको। कोई बात नहीं मैं आपको कुछ मज़ेदार किस्से बताती हूँ फिर शायद आप मान लें। यहाँ शॉपिंग के दौरान होने वाली बारगेनिंग में जो मज़ा आता है और अगर आप इस गेम में माहिर हैं तो वाह क्या बात है क्योंकि हर गेम की तरह बारगेनिंग गेम के भी कुछ रूल्स हैं। ना,ना हम आपको रूल्स-वूल्स नहीं बता रहे वो तो आप समझ ही जाएँगे। तो क्या, चलिए पहले कुछ खास बाज़ारों के बारे में भी आपको बता दें क्योंकि यहाँ हर किसी की पसंद के अनुसार बाज़ार भी मौजूद हैं।
आजकल, बीजिंग के कई रंगारंग सांस्कृतिक बाजार जहाँ चीनी परंपरा और चीनी विशेषताओं वाली कई वस्तुएँ विशेष रूप से विदेशियों को आकर्षित कर रही हैं। Panjiayuan Flea Market, Hongqiao Market, Yaxiu Clothing Market, Silk Street Market और अन्य सांस्कृतिक बाजार कई विदेशियों के पसंदीदा स्थल बन गए हैं और वे इन बाज़ारों में चीन के छीपे खजानों को बड़ी प्रसन्नता और शिद्दत से खोजने में जुटे हुए हैं। और अब तो चीनी विक्रेता भी हैरान हैं कि उनके विदेशी ग्राहक भी बारगेनिंग करने में माहिर हो गए हैं। हर दिन, बीजिंग की सिल्क स्ट्रीट में विक्रेताओं के स्टालों पर ग्राहकों की भीड़ जमा हुई देखना अब आम हो गया है। इन बाज़ारों में बहुत सारी चीज़ें मिलती हैं जिनमें कपड़े, रेशम, मोती, चीनी मिट्टी के बरतन और अन्य हस्तशिल्प सहित अनगिनत चीज़ें यहाँ मिल जाती हैं। अनगिनत ग्राहकों के बीच कई विदेशी जो चीनी संस्कृति से रोमांचित हैं वे भी यहां दिखते हैं।
कुछ महीने पहले, न्यूजीलैंड से एन्ना, पहली बार इस बाज़ार में गईं। उससे पहले उसने अपनी कई चीनी दोस्तों से चीनी विक्रेताओं के साथ सौदेबाजी (बारगेनिंग) का उपयोग करने के गुर सीखे। बाज़ार में टहलते हुए उसकी नज़र एक ब्राइट रंग के सिल्क स्कार्फ पर पड़ी, बजाय उसका दाम पूछने के वह दूसरे स्कार्फ को देखने लगी। जब उसने पता कर लिया कि जो स्कार्फ वह खरीदना चाहती है उसकी लोएस्ट कीमत कितनी है वह कोशिश करने लगी कि दुकानदार अपना दाम और नीचे लेकर आए। एन्ना उस स्कार्फ की दुकानदार द्वारा कही कीमत का आधा देना चाहती थी। जब विक्रेता ने कहा "नहीं," तो एन्ना ने वह स्टाल छोड़ आगे बढ़ गई। विक्रेता ने एन्ना को तुरंत वापस बुलाया और उसकी कीमत पर सहमत हुए। एन्ना ने घर लौटते ही बेसब्री से अपना बैग खाली कर अपनी अमेरीकन रूममेट को वह ढेर सारा सामान दिखाया जो वह खरीदकर आई थी। चिपाओ, सिल्क स्कार्फ, परफ्युम, बैगस, फोलडिंग पंखे जिन पर पारंपरिक चीनी डिजाइनस बने हुए थे, कैलीग्राफी की हुई थी। वाह क्या बाजी मारी है, आज तो सारा बाज़ार ही खरीद लाई, ऐसा सोच उसने कहा कि इनमें से कुछ सामान मैं अपने रख लूँगी और बाकी जब अपने घर वापस जाऊँगी तो अपने रिश्तेदारों को चीन की सौगात करके उन्हें दूँगी। यकीनन उन्हें भी ये सारी चीज़ें देख चीन से प्यार हो जाएगा।
रू फेफेई, बीजिंग की होंगचिआओ मार्केट में मोती बेचती है, वह पर्ल मालाएँ बनाकर बेचती है। उनका भी मानना है कि वे अपने विदेशी ग्राहकों की बारगेंनिंग कौशल को देखकर दंग हैं। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले उनकी दुकान पर डेनमार्क से आए एक पुरुष ने उनसे मोती की एक स्ट्रिंग दिखाने के लिए कहा, रू ने उन्हें एक लड़ी दिखाई जिसका दाम करीब 2000 युआन था। डच विदेशी ने कहा, "क्या तुम इसे मुझे 500 युआन में दे सकती हो?" "मेरे एक दोस्त ने ऐसी ही मोती की एक स्ट्रिंग इसी कीमत पर कुछ दिन पहले खरीदी थी।" रू ने मना कर दिया, "नहीं, मैं इतने का नहीं दे सकती। देखिए, इन मोतियों की क्वालीटी बहुत बढ़िया है। ये उत्कृष्ट गुणवत्ता वाले मोती हैं। वह व्यक्ति बैचेन हो गया और बोला देखिए ये मुझे अपनी सासू माँ को भेंट करने हैं, आप मुझे ये 1000 युआन में दे सकती हैं। जब उस डच ग्राहक ने देखा कि विक्रेता अपने दाम कम नहीं करने वाला तो उसने अपने ट्रम्प कार्ड का इस्तेमाल किया, अपने चेहरे पर मासूमियत के भाव लाकर उसने रू की तरफ देखा और दर्द भरी आवाज़ में बोला कि मुझ पर दया करें, मेरे सारे पैसे खत्म हो गए हैं। मेरे पास घर वापस लौटने जितने भी पैसे नहीं बचे। यह सुन रू की हँसी छुट गई।
एक और किस्सा हुआ जब कुछ महीने पहले उनकी दुकान पर एक अमेरीकन ग्राहक आया। रू उनसे भी बहुत प्रभावित हुईं। उस आदमी ने कहा कि वह बास्केटबॉल कोच है और मुझसे पूछा, क्या आप लांग पिंग को जानती हैं, वह और मैं एक दूसरे को अच्छी तरह पहचानते हैं। वह चीनी लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय है ना? हम अमेरिकियों को भी वह बहुत पसंद हैं। रू उनको देखकर मुस्कुरा दी क्योंकि वह जानती थी कि ग्राहक उन्हें पिघलाने की कोशिश कर रहा है। यहाँ आपको बता दें कि लांग पिंग का जन्म बीजिंग में 10 दिसंबर को हुआ और वह चीन की प्रसिद्ध वोलीबॉल प्लेयर थी और यू एस वुमन नेशनल वोलीबॉल टीम की कोच रह चुकी हैं। लांग को आयरन हैमर भी कहा जाता हैं।
रू ने कहा कि "कई विदेशी आगंतुक अच्छे, लेकिन सस्ते उत्पादों को खरीदना पसंद करते हैं जब वे चीन में यात्रा करते हैं हालांकि उनमें से कुछ नए आगमन रहे हैं ... वे तेजी से नए वातावरण के अनुकूल अपने आप को ढाल लेते हैं और वे अपने आसपास की सब चीजों में रुचि रखते हैं।" चेन जिओ, Panjiayuan यात्रा एजेंसी की टूअर गाइड (Panjiayuan फ्ली बाजार चीन में अपनी तरह का सबसे बड़ा बाज़ार है) ने अपने दौरों के दौरान यह देखकर हैरान रह गई हैं कि किस तरह विदेशी आगंतुकों ने विभिन्न तरीके अपना करके अपने लिए "सर्वोत्तम मूल्य, बेस्ट प्राइस पर उत्पादों की खरीद की है।भाषा-बाधा के बावजूद, कुछ विदेशियों ने एक खास तरीका अपनाया है, साइन भाषा का इस्तेमाल कर चीनी विक्रेताओं के साथ सौदा करते हैं। कुछ विदेशी अपने मोबाइल फोन पर पिक्चरस लेकर आते हैं, और अपने मोबाइल फोन में विक्रेताओं को दिखाते है कि वे क्या खरीदना चाहते हैं और कुछ ने तो अपने मोबाइल फोन में मौजूदा मुद्रा विनिमय दर की भी कॉपी बना रखी है।
कुछ विदेशी तो दोनों चीनी और उनकी मातृभाषा में विभिन्न वाक्यों को कागज़ पर लिखकर लाते हैं, खरीददारी और बारगेंनिंग करते समय वे उस वाक्य की तरफ इशारा करते हैं दुकानदार को दिखाते हैं कि उन्हें क्या चाहिए। चेन कहती हैं "बॉय गॉड मेरा विश्वास करो, बारगेंनिंग करने में विदेशी हम चीनियों से किसी भी तरह कम नहीं है।
Panjiayuan व्यापक रूप से बीजिंग में सबसे अच्छा बाजार माना जाता है। चीन में अपनी तरह का सबसे बड़ा बाजार, Panjiayuan एक प्रसिद्ध आकर्षण बन गया है। यह विभिन्न लोक हस्तशिल्प, प्राचीन वस्तुएँ, प्राचीन पुस्तकों, चित्रों और दैनिक आवश्यकताओं से जुड़ी वस्तुएँ यहाँ उपलब्ध हैं। लगभग 300 एकड़ से अधिक क्षेत्रफल में फैला बड़ा बाज़ार, दोनों स्थानीय और विदेशी कलेक्टरों के लिए खुशी लाया है और उनमें से कुछ के तो संग्रह उनके लिए भाग्यशाली साबित हुए हैं। इसके विपरीत जो लोग इस बाज़ार में लगातार जाते रहते हैं वे अपना भाग्य कैलीग्राफी या सिलेब्रेटीस की पेंटिंगस या कुछ बहुमूल्य प्राचीन वस्तुओं को ढँढ़ने में आजमाते हैं। फ्रांस से आए एक युवा फ्रेंच आदमी सबसे पुराने, चीनी स्टाइल फर्नीचर में रुचि रखते हैं। पिछले महीने उन्होंने चिंग राजवंश (1644-1911) स्टाइल "आठ इममोरटल मेज़ (एक स्क्वैर टेबल जिसके दोनों साइड पर दो लोग बैठ सकते हैं) खरीदी।
मुझे पुराना फर्नीचर अच्छा लगता है। पिछले साल बीजिंग आने से पहले मैंने अपने ही देश में चीनी फर्नीचर की दुकान से कुछ फर्नीचर खरीदा। मैं यह फर्नीचर अपने घर लौटकर अपने दोस्तों को दिखाऊँगा, यह ऑथेंटिक फर्नीचर है। मुझे Panjiayuan बाज़ार से प्यार हो गया है क्योंकि यह सच में एक ऐसी अद्भुत- करामाती जगह है जहाँ चीनी सांस्कृतिक तत्व भरे पड़े हैं।
ली जवैओन, दक्षिण कोरिया से आई एक युवती, बीजिंग भाषा और संस्कृति विश्वविद्यालय (BLCU), चीन का एकमात्र अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय जिसका प्राथमिक कार्य विदेशी छात्रों को चीनी भाषा और संस्कृति का अध्ययन करवाना है। वह बीजिंग प्रेस और प्रकाशन ब्यूरो के तहत चीनी किताबों की दुकान पर अक्सर जाती है। जो विशेष रूप से पुरानी पुस्तकों में डील करते हैं,बीजिंग में एकमात्र किताबों की दुकान है जो प्राचीन किताबें इकट्ठा करती हैं और बेचती है। "जैसा कि मैं यहाँ हर दो हफ्ते में एक बार आती हूँ, कई विक्रेता मेरे दोस्त बन गए हैं मैं पुरानी पुस्तकों को ढूँढ़ने के साथ-साथ उनके साथ बातें करने का भी आनंद लेती हूँ। वे अक्सर मुझे पुरानी किताबें, जिन से मैं चीनी संस्कृति के बारे में अधिक समझ सकती हूँ से संबंधित कहानियाँ भी बताते हैं।
ली जवैओन गर्मी की छुट्टी में दक्षिण कोरिया वापस लौटने की योजना बना रही हैं। हाल ही में, वह Panjiayuan गईं, जहां से उन्होंने कुछ हस्तशिल्प और चीनी चित्रों और कैलीग्राफी खरीदी। वह उन्हें अपने दोस्तों को उपहार के रूप में देना चाहती है।
उन्होंने कहा, "कई लोगों का कहना है कि मैं एक चीनी महिला की तरह ही लगती हूँ","तो, मैं अक्सर इसका फायदा लेती हूँ जब भी मैं बीजिंग के सांस्कृतिक बाजार में खरीददारी करने जाती हूँ। अगर आप एक विदेशी हैं तो कई विक्रेता अपने उत्पादों के लिए आपसे उच्च कीमत चार्ज करते हैं।"
ली मुस्कुराई और फिर कहा, "हालांकि, कभी-कभी कुछ स्मार्ट विक्रेताओं को शक होता है कि मैं चीनी हूँ और जब ऐसा होता है, तो मैं उन्हें बताती हूँ कि मैं पुतोंगहुआ (चीन की आधिकारिक भाषा) अच्छी तरह से नहीं बोल सकती क्योंकि मैं पूर्वोत्तर चीन के जिलिन प्रांत के यानबिअन कोरियाई स्वायत्त प्रिफेक्चर से आई एक कोरियाई हूँ।
बीजिंग आने से दो साल पहले, ली को इस विशाल शहर के बारे में थोड़ा ज्ञान था। तब से उसने धीरे-धीरे नए माहौल में अपने आप को ढाल लिया है और प्रतिभाशाली चीनी संस्कृति पर मोहित हो गईं हैं।
तो देखा आपने कि हर किस्म, हर तरह का बाज़ार मौजूद है यहाँ हर किसी के लिए बस आपको स्मार्ट बनना पड़ेगा, कब कहां चीनी खजाना मिल जाए कोई नहीं कह सकता और साथ-साथ किस तरह बारगेनिंग करनी है वो भी आना चाहिए। चीनी लोगों का मानना है कि अगर आप मेरे करीब आना चाहते हो तो पहले मुझे करीब से जानो-पहचानो, मेरी भाषा में बात करो और देखो सनम हम तुम्हारे और तुम हमारे।
श्रोताओं, आपको हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम का यह क्रम कैसा लगा। हम आशा करते हैं कि आपको पसंद आया होगा। आप अपनी राय व सुझाव हमें ज़रूर लिख कर भेजें, ताकि हमें इस कार्यक्रम को और भी बेहतर बनाने में मदद मिल सकें। क्योंकि हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम आप से है, आप के लिए है, आप पर है। इसी के साथ हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम यहीं समाप्त होता है। आप नोट करें हमारा ई-मेल पताः hindi@cri.com.cn । आप हमें इस पते पर पत्र भी लिख कर भेज सकते हैं। हमारा पता हैः हिन्दी विभाग, चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पी .ओ. बॉक्स 4216, सी .आर .आई.—7, पेइचिंग, चीन , पिन कोड 100040 । हमारा नई दिल्ली का पता हैः सी .आर .आई ब्यूरो, फस्ट फ्लॉर, A—6/4 वसंत विहार, नई दिल्ली, 110057 । श्रोताओ, हमें ज़रूर लिखयेगा। अच्छा, इसी के साथ मैं हेमा कृपलानी आप से विदा लेती हूँ इस वादे के साथ कि अगले हफ्ते फिर मिलेंगे।
तब तक प्रसन्न रहें, स्वस्थ रहें। नमस्कार