आज हमने ली नदी कि यात्रा की. हमने सुबह अपना नाश्ता करके गुइलिन शहर से युन्शोऊ शहर के लिए निकले. आज हमने पानी के जहाज़ से यात्रा की. हमें पहुँचने में करीब 5 घण्टे लगे. जहाज़ पर मेरा सफर बहुत बढिया रहा. जब जहाज़ चल रहा था तो आस पास का द्रश्य एक दम बढिया था. आस पास पहाड़ ही पहाड़ और हम उन पहाडों से गुजरते हुए आगे चल रहे थे. मुझे यह बहुत अच्छा लगा. यह मेरा जहाज़ में सफर करने का पहला मौका था. हम सभी लोगो ने ढेर सारी फोटो खिचवाई. हमारे बीच में से कई लोगो ने अपनी अपनी भाषा में गाना गाकर मनोरंजन कर रहे थे. मुझे भी एक गाना गाने के लिए कहा गया. मैंने भी एक हिन्दी गाना गाया. हमारा सफर बहुत बढिया तरीके से कटा. हम सभी ने जहाज़ में ही दोपहर का भोजन खाया.
हमारे सफर के बीच कहीं ऐसे द्रश्य आये जो बहुत अदभूत थे, जिससे देखने में बहुत बढिया लग रहे थे. चीन के 20 युआन के नोट पर जो द्रश्य छपा रहता हैं वो आज मेरे आँखों के सामने था. सच में आज का सफर बहुत ही बढिया रहा. हम युन्शोऊ दोपहर के लगभग 2:30 बजे पहुँच गए थे. हमें कुछ चीनी लोग छोटे छोटे चीजें बेचते नज़र आये. आगे एक शौपिंग स्ट्रीट पड़ती हैं जहाँ अनेको चीजों की दुकान हैं. वो स्ट्रीट काफी सुन्दर बना हुआ था. हम फिर एक होटल में आ गए. हमने अपना सामान अपने अपने कमरों में रखा और फिर शाम के 5:30 बजे रात का खाना खाने के लिए चल दिए. एक शानदार होटल था जहाँ हमने खाना खाया. हमने कुछ स्पेशल व्यन्जन भी मंगवाये जो बड़े स्वादिष्ट थे. उसके बाद हम रात को भ्रमण के लिए निकल गए. रात में यह शहर बहुत ही जगमगाता हैं. आज का सफर मेरे बहुत ही बढिया रहा.
अखिल पाराशर
05/12/2012