आज जब मैं सुबह उठा तो एक अलग ही नजारा देखने को मिला, जो कि मैंने अभी तक आशा नहीं कि थी. आज सुबह बर्फ़बारी हो रही थी. आज सुबह का नजारा देखने लायक था, मानो कि दूर दूर तक बर्फ कि सफ़ेद चादर बिछी हो. मुझे यह नजारा देख कर अति प्रसन्ता हो रही थी. आज तह कार्यक्रम अनुसार साढ़े आठ बजे होटल के हॉल में मिलना था. मेरे साथ दस अन्य लोग भी थे, जो CRI के सत्तरवें सालगिरह पर आमंत्रित थे. मेरा उनके साथ परिचय हुआ. साढ़े आठ बजे CRI की बस होटल पहुँच गयी. हम सब उसमे बैठ गए, और तह कार्येक्रमनुसार फोरबिडन सिटी (कू कोंग) जाना था. हम सभी बीजिंग की सड़कों का नजारा देखते हुए फोरबिडन सिटी पहुंचे. साथ ही साथ बर्फ़बारी भी होती रही, जिससे मौसम काफी ठंडा और सुन्दर हो रहा था. सच बताऊँ मैंने बर्फ़बारी का खुब आन्नद लिया. हम सभी ने फोटो खिंचवाईं, और फोरबिडन सिटी के अंदर गए.
फोरबिडन सिटी देखने में काफी सुन्दर और बढ़िया था. हमारे साथ एक टूर गुइड भी थी, जो हमें समय समय पर बीजिंग और फोरबिडन सिटी की जानकारी देती जा रही थी. मेरे साथ मैडम चंद्रिमा जी भी थी, जो मेरी हर मुमकिन सहायता कर रही थी. वो मुझे हिन्दी में अनुवाद कर के जानकारी दे रही थी, जिससे मुझे फोरबिडन सिटी को जानने में कोई परेशानी नहीं हो रही थी. जब हम सबने फोरबिडन सिटी देख लिया, तब हम दोपहर का खाना खाने के लिए एक होटल में गए. वहाँ कही प्रकार के व्यन्जन परोसे गए, जो सभी स्वादिष्ट थे. भोजन करते समय मेरी कुछ लोगो से अच्छी मित्रता भी हुई. भोजन समाप्त होने के उपरान्त हम सब स्वर्ग मंदिर (द टेम्पल ऑफ हेवन) के लिए निकले. स्वर्ग मंदिर देखने में काफी बढ़िया लगा.
जब हम स्वर्ग मंदिर से वापिस लौट कर आ रहे थे, तो हम कुछ लोग एक बड़े से बाजार में खरीदारी के लिए उतरे. मुझे भी कुछ खरीदारी करनी थी. खरीदारी समाप्त करके दुबारे बस में बैठ गए और CRI कार्यलय के लिए चल दिए. वहाँ हम सब इकठ्ठा हुए. CRI के विशिष्ट सदस्यों ने हम सबको कल के कार्येक्रम के बारें में समजाया. इसके बाद हम सभी रात का भोजन करने के लिए चल दिए. उधर हमने बीजिंग की मशहूर व्यन्जन "खाओ या" (रोस्टेड बत्तक) का आनंद लिया. वो काफी स्वादिष्ट था. उसके बाद हम सभी अपने होटल वापिस आ गए. आज का मेरा दिन काफी बढ़िया रहा और काफी चीज़ देखने और जानने को मिला. मैं कहना चाहूँगा कि CRI द्वारा मुझे अन्य देशों के लोगो से मिलने का भी अवसर हुआ.
धन्यवाद
अखिल पाराशर
02/12/2011