बुद्धम शरणम गच्छामी, धमम शरणम गच्छामी, संघम शरणम गच्छामी। नमस्कार, श्रोता दोस्तों, मैं हेमा कृपलानी आप सब का न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम में हार्दिक स्वागत करती हूं। पेइचिंग में 21 नवम्बर को भारतीय दूतावास तथा भारतीय रेल खानपान तथा पर्यटन विभाग(आई आर सी टी सी) द्वारा Buddhist Circuit Special train- महापरिनिर्वाण एक्सप्रैस रेल के प्रमोशन हेतु एक सेमिनार आयोजित किया गया। वर्ष 2007 में आई आर टी सी द्वारा महापरिनिर्वाण एक्सप्रैस ट्रेन बौद्ध परिपथ पर यात्रियों के लिए सुरक्षित, विश्वसनीय, तथा सुविधाजनक पैकेज उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू की गई। इस सेमिनार के दौरान हमारी मुलाकात हुई आई आर सी टी सी के मैनेजिंग डायरेक्टर श्रीमान राकेश टंडन जी से। चलिए, और जानने की कोशिश करते हैं महापरिनिर्वाण एक्सप्रैस ट्रेन के बारे में।
बातचीत....................................................................................................
सेमिनार में आई आर सी टी सी द्वारा भारतीय रेल द्वारा अतुल्य भारत भूमि की सैर कहाँ-कहाँ और किस प्रकार की जा सकती है उसका प्रेसन्टेशन दिया गया साथ-साथ यात्रियों के लिए होटल, खानपान तथा पर्यटन की सारी जानकारी दी गई। पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों के लोगों के बीच बढ़ते पर्यटन को देखते हुए इस तरह के सेमिनार का आयोजन किया गया तथा दोनों देशों की संस्कृति को जोड़ने की एक बहुत मज़बूत कड़ी महात्मा बुद्ध परिपथ पर यात्रा करने से एक-दूसरे को और करीब से जानने से बेहतर और क्या हो सकता है। यकिन मानइए दोस्तों, मैं भी भारत को और करीब से यहाँ चीन आकर ही जान पाई हूँ।
श्रोताओं, आपको हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम का यह क्रम कैसा लगा। हम आशा करते हैं कि आपको पसंद आया होगा। आप अपनी राय व सुझाव हमें ज़रूर लिख कर भेजें, ताकि हमें इस कार्यक्रम को और भी बेहतर बनाने में मदद मिल सकें। क्योंकि हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम आप से है, आप के लिए है, आप पर है। इसी के साथ हमारा न्यूशिंग स्पेशल कार्यक्रम यहीं समाप्त होता है। आप नोट करें हमारा ई-मेल पताः hindi@cri.com.cn । आप हमें इस पते पर पत्र भी लिख कर भेज सकते हैं। हमारा पता हैः हिन्दी विभाग, चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पी .ओ. बॉक्स 4216, सी .आर .आई.—7, पेइचिंग, चीन , पिन कोड 100040 । हमारा नई दिल्ली का पता हैः सी .आर .आई ब्यूरो, फस्ट फ्लॉर, A—6/4 वसंत विहार, नई दिल्ली, 110057 । श्रोताओ, हमें ज़रूर लिखयेगा। अच्छा, इसी के साथ मैं हेमा कृपलानी आप से विदा लेती हूँ इस वादे के साथ कि अगले हफ्ते फिर मिलेंगे।
तब तक प्रसन्न रहें, स्वस्थ रहें। नमस्कार