चाइना इलेक्ट्रानी मशिनरी वाणिज्य संघ के अध्यक्ष शी युन हुंग सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि इधर के वर्षों में चीन और भारत के बीच पारस्परिक निवेश बढ़ता जा रहा है। उनकी आशा है कि भविष्य में दोनों देश बिजली, दूरसंचार, जल संरक्षण आदी क्षेत्रों में सहयोग मजबूत करेंगे।
सभा को संबोधित करते हुए चीन में भारतीय राजदूत एस जयशंकर ने कहा कि चीन और भारत एशिया के बड़े देश हैं। दोनों देशों का संबंध काफी पुराना है। चीन और भारत के बीच सहयोग के बहुत अवसर हैं। गुजरात भारत का एक उभरता हुआ राज्य हैं जहां पर चीनी व्यापार-जगत के लिए निवेश के बहुत अवसर हैं।
मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभा में चीनी प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए गुजरात के विभिन्न पहलुओं के बारे में परिचय दिया। उन्होनें कहा कि वे तकनीकी विकास में विश्वास करने वाले व्यक्ति हैं और गुजरात में तकनीकी क्षेत्र में निवेश के स्वर्णीम अवसर है। उन्होंने कहा कि चीन पवन और जल उर्जा के क्षेत्र में दुनिया में पहले स्थान पर है और इस क्षेत्र में भारत में निवेश की काफी संभावनाएं हैं। तकनीकी क्षेत्रों के अलावा सांस्कृतिक क्षेत्रों में भी निवेश की काफी संभावनाएं हैं। दोनों देशों को आपसी सहयोग के जरिए दोनों देशों की जनता की भलाई के लिए एक-दूसरे के साथ सहयोग करने की जरूरत है।