Web  hindi.cri.cn
श्यांग शन क्लास में भरी खुशी
2011-08-28 18:26:08

श्यांग शन यानी हास्यास्पद कथावाचन चीनी लोक गायन, वाचन व वादन कलाओं में से एक है।विनोदपूर्ण वार्ताओं और हास्यास्पद प्रदर्शन के माध्यम से दर्शको को श्यांग शन का मज़ा लेते हैं। श्यांग शन का चीन में एक सौ से अधिक साल का इतिहास है और वह चीनी जनता में बहुत लोकप्रिय कला है।पिछली सदी के नौवें दशक से लेकर चीनी श्यांग शन मंच पर कुछ विदेशी भी दिखाई देने लगे हैं, जिससे इस परंपरागत कला को एक और नया रंग मिल गया है।
कुछ समय पहले हमारा संवाददाता ने पेइचिंग रासायनिक प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के एक छोटे क्लासरूम में जा कर देखा कि यहां विदेशी लोग पढ़ते हैं और सब चीनी भाषा कफ़ी अच्छी तरह बोलते हैं और चीनी संस्कृति में पारंगत दिखते हैं।उनमें से कई लोग चीनी टी वी प्रोग्रमों में जाने माने स्टार बन गए हैं और प्रदर्शकों में लोकप्रिय हैं।उनके गुरू हैं चीन के मशहूर श्यांग शन कलाकार डिंग क्वांग छ्वैन।
कुछ लोग कहते हैं कि हास्यास्पद कथावाचन यानि श्यांग शन बोलने की तुलना में विदेशी चेलों को श्यांग शन सिखाने में उन्हें अधिक पारंगत माना जाता हैं।इसी कारण उन्हें एक उपनाम भी दिया गया है, राजधानी में विदेशियों के कोच।तो डिंग क्वांग छ्वैन ने कब से विदेशियों को श्यांग शन सिखाना शुरू किया और क्यों ऐसा फ़ैसला किया ?
बीसेक साल पहले डिंग क्वांग छ्वैन ने अपना पहला विदेशी चेला——कैनेडा से आये मार्क रोस्वेल को स्वीकार किया।उस समय बढ़िया व शुद्ध चीनी भाषा बोलने वाले विदेशी बहुत कम दिखाई पढ़ते थे।जो श्यांग शन का प्रदर्शन कर सकते थे, वे और ज़्यादा दुर्लभ दिखते थे।मार्क द्वारा प्रदर्शन शुरू करने के बाद उन का नाम सभी चीनी लोगों की ज़ुबान पर चढ़ गया।बाद में मार्क के गुरू के रूप में डिंग क्वांग छ्वैन भी विश्वविख्यात हो गये ।

मार्क चीन की लोककला व संस्कृति खासकर श्यांग शन में बड़ी रूचि रखता है।उसने मेरे घर आकर मुझ से श्यांग शन सीखने की गुजारिश  की।चीनी लोगों को विदेशियों के द्वारा किया गया हमारी परंपरागत कलाओं का प्रदर्शन देखना बहुत पसंद है।इसलिये मुझे यह अच्छा लगा और मैंने उसे सिखाने का फैसला किया।
श्यांग शन में चीनी लोगों को विनोद, आशा तथा होशियारी दिखती है।इसके प्रदर्शन के लिये कलाकारों को भाषा में महारत होना और अभिव्यक्ति में सक्षम होना जरुरी है।आप मान सकते हैं कि विदेशियों को श्यांग शन सिखाना डिंग क्वांग छ्वैन के लिये कितना मुश्किल होगा।लेकिन वे 20 साल से अधिक समय से इस का अभ्यास करते आ रहे हैं ।अभी तक उन्होंने अस्सी से ज़्यादा देशों से आये एक सौ साठ से अधिक विदेशियों को अपना शिष्य बनाया है।अमेरिका से आए डेविड मोसर भी  उनमें से एक हैं।वर्ष 1997(सत्तानबे) में मोर्स ने डिंग क्वांग छ्वैन को अपना गुरू बनाया।अब वह चीन में जाना-माना स्टार हो गया है।चीनी भाषा और चीनी संस्कृति सीखने में श्यांग शन से मिली मदद की चर्चा करते हुए उसने कहा

अगर कोई विदेशी अच्छी तरह चीनी बोलना चाहता है, तो श्यांग शन सीखना एक आसान तरीका है। इस कला में बोलियां,कहावतें और मुहावरे आदि की अभिव्यक्तियां शामिल हैं।इसलिये श्यांग शन बोलचाल की कला है। इसे सीखने से विदेशी लोगों को चीनी भाषा में अपना स्तर ऊंचा करने में बहुत मदद मिलेगी। साथ ही वे चीनी लोक संस्कृति को ज़ायादा अच्छी तरह समझ सकेंगे।
डिंग क्वांग छ्वैन के बहुत विदेशी चेले उनकी प्रतिष्ठा सुनकर श्यांग शन सीखने के लिये उनसे मिलने आते हैं। इनमें से काफ़ी लोगों को श्यांग शन सीखते हुए दसेक साल बीत गये हैं।आर्मेनिया से आईं दो बहनें रियना और मरिना सन 1999(निन्यानबे) से श्यांग शन सीख रही हैं ।डिंग क्वांग छ्वैन ने हमेशा उनसे सख्ती बरती है।चीनी कहावत है कि सख्त शिक्षा से श्रेष्ठ शिष्य निकलते हैं।डिंग क्वांग छ्वैन के निर्देशन के तहत हाल में उन दोनों बहनों के प्रदर्शन की लोगों ने हमेशा भूरी-भूरी प्रशंसा की है।श्यांग शन सीखने के अपने अनुभव के बारे में रियना और मरिना ने बताया

मेरे लिये टंग ट्विस्टर पढ़ना यानी एक सांस में श्यांग शन का एक भाग शुरू से अंत तक कंठस्थ करना बहुत कठिन है।मैं बड़ी मेहनत से सीख रही हूं और आशा करती हूं कि बाद में शुद्ध चीनी बोल सकूं।

जब हम उस्ताद डिंग से श्यांग शन और अन्य परंपरागत अभिनय शैली जैसे पेइचिंग ऑपेरा सीखते हैं,जिस में इतिहास के तत्त्व शामिल हैं,तो वे काफ़ी धीरज से मुझे बताते हैं।आम तौर पर यह जानकारी स्कूल में नहीं मिल सकती।
इधर के सालों में डिंग क्वांग छ्वैन श्यांग शन के माध्यम से चीनी भाषा का प्रसार करने की कोशिश कर रहे हैं।2008 में वे पेइचिंग रासायनिक प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के गेस्ट प्रोफ़ेसर बने ।इसे  लेकर वहां प्रति सप्ताह मजेदार हसीं मजाक वाली क्लास होती है।

यह है डिंग क्वांग छ्वैन की मजेदार हंसी मजाक वाली क्लास।दूसरी कक्षाओं की तुलना में इस कक्षा में पढ़ाई हल्के-फुल्के ढंग से चल रही है।डिंग क्वांग छ्वैन इस कक्षा को दिलचस्प बनाने चाहते हैं।उनकी उम्मीद है कि श्यांग शन से चेलों को वह जानकारी दी जा सकती है,जो किताबों से नहीं मिल सकती।उल्लेखनीय है कि यह क्लास सभी लोगों के लिये बिल्कुल मुफ़्त है।
अमेरिका से आये कनान मोर्स को डिंग क्वांग छ्वैन से श्यांग शन सीखते हुए करीब दो साल हो चुके हैं।पहले उसने श्यांग शन सीखना चीनी भाषा पढ़ने का एक तरीका माना।कुछ समय बाद उसे इस कला की मनमोहक शक्ति ने आकर्षित कर लिया ।उसने बताया

पहले अपनी चीनी भाषा उन्नत करने के लिये मैंने श्यांग शन सीखने का फैसला किया।इसे सीखते-सीखते मुझे मालूम हुआ कि श्यांग शन में इतनी दिलचस्प चीज़ें शामिल हैं, और मैं बड़े ध्यांन से श्यांग शन सीखने लगा।मैं जानता हूं यह संभव है कि ज़िन्दगी भर सीखने के बाद भी मैं शायद उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकूंगा,जितना चीनी श्यांगशन कलाकार कर सकते हैं।मगर श्यांग शन सीखने से चीनी संस्कृति के बारे में मेरी जानकारी बढ़ रही है,मेरे लिये यह सबसे महत्वपूर्ण है।
श्यांग शन सीखने में विदेशियों के लिये भाषा एक बाधा मानी जाती है ।चीनी विशेषता वाले विनोदपूर्ण श्यांग शन में जो बातें शामिल हैं, उन्हें विदेशियों को समझाना बड़ा मुश्किल है।विदेशी चेलों और चीनी चेलों को सिखाने की प्रक्रिया में बडा़ फर्क है।यह सिर्फ़ भाषा की समस्या नहीं है,बल्कि चीन के इतिहास.संस्कृति व सामाजिक स्थिति से संबंधित जानकारी की समस्या भी है। केवल इनसे संबंधित पृष्ठभूमि की जानकारी काफ़ी अच्छी तरह जानने के बाद ही चेले सच्चे माइने में श्यांग शन का बढ़िया प्रदर्शन कर सकते हैं।डिंग क्वांग छ्वैन के चेले डेविड मोसर ने इस के बारे में अपना अनुभव बताया

श्यांग शन कला में बहुत सांस्कृतिक पृष्ठभूमि से संबंधित तत्व शामिल हैं।गुरू डिंग एक श्रेष्ठ गुरु हैं।चाहे हम प्रदर्शन के लिये कहीं भी जाएं, वे हमेशा स्थानीय विशेषता वाली जगह हमें ले जाएंगे, जहां पर हम स्थानीय भोजन चख सकते हैं, वहां की बोली सीख सकते हैं और वहां की लोक संस्कृति व रीतिरिवाज़ से परिचित हो सकते हैं।इसीलिये उस्ताद डिंग के साथ इधर-उधर जाना मेरे लिये एक बहुमूल्य शिक्षापरक अनुभव रहा है।
वर्तमान में ज़्यादा से ज़्यादा विदेशी लोग चीनी भाषा का स्तर ऊंचा करने के लिये श्यांग शन सीखना शुरु करते हैं।साथ ही इतने लोगों के श्यांग शन सीखने से कुछ हद तक विदेशों में इस कला के प्रचार को बढ़ावा मिला है।डिंग क्वांग छ्वैन का मानना है कि पहली कई पीढ़ियों के श्यांग शन कलाकार इस कला से विदेशियों को अवगत कराने के लिये प्रयास करते आए हैं।कुछ लोगों ने श्यांग शन का अंग्रेज़ी में अनुवाद किया ।लेकिन इस तरीके से इस कला की चीनी विशेषता खो गयी, और इस कला को पसंद करने के विदेशी फिर भी कम थे।अब डिंग क्वांग छ्वैन विदेशी चेलों को सिखाते हैं,जिसे एक नयी कोशिश माना जा सकता है।डिंग क्वांग छ्वैन के शब्द

हाल में चीनी भाषा पढ़ने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है।अधिक विदेशी विद्यार्धी चीनी सीखने के लिये मेरे यहां भी आये हैं।चीन का श्यांग शन दुनिया भर में लोकप्रिय बनाने के लिये मैं पूरा ज़ोर लगाऊंगा।ताकि ज़्यादा विदेशी जान सकें कि चीनी भाषा में ऐसी एक कला है।
विदेशों में श्यांग शन के प्रचार के लिये डिंग क्वांग छ्वैन के विदेशी चेलों ने कार्रवाई करना शुरू किया है।कनान मोर्स उम्मीद करता है कि विदेशियों की विशेषता के ज़रिये परंपरागत श्यांग शन में नये परिवर्तन लाये जा सकेंगे।जबकि डेविड मोसर ने श्यांग शन के प्रचार के लिये कदम उठाया है। इधर के सालों में वह श्यांग शन के प्रदर्शन के बारे में अपने अनुभवों के आधार पर चीनी श्यांग शन के विनोदपूर्ण तत्वों को पश्चिमी संस्कृति के साथ जोड़कर अंग्रेज़ी भाषा में ऐसे कार्यक्रम बना रहा है जिससे वे लोग भी चीनी विशेषता वाला विनोद महसूस कर सकें, जिन्हें चीनी नहीं आती।
(लिली)

आप की राय लिखें
Radio
Play
सूचनापट्ट
मत सर्वेक्षण
© China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040