डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगेन के चिड़ियाघर में"मारिउस"नाम के एक दो वर्षीय जिराफ़ को चिड़ियाघर के कर्मचारियों ने मार डाला। इस घटना की व्यापक निंदा हो रही है। जिराफ़ की मौत के विरोध में हज़ारों लोगों ने ऑनलाइन अभियान चलाया है।
बताया जाता है कि जिराफ़ को मारने की वजह यूरोपीय संघ का एक नियम है। जिसके मुताबिक आंतरिक प्रजनन( इन-ब्रीडिंग) की मनाही है। उसके शरीर के कुछ हिस्से का इस्तेमाल अनुसंधान में किया जाएगा, और कुछ शेर को खिलाया जाएगा।
(श्याओ थांग)