हू श्याओयी ने बताया कि चीन में बीमा व्यवस्था काफी नई है हमने इसे 2009 में शुरु किया था। उन्होंने संवादाताओं को बताया कि इस बीमा योजना में अभी वो लोग शामिल नहीं हो पाए हैं जो एक प्रांत से दूसरे प्रांत काम की तलाश में जाते रहते हैं। उनके सामने अभी समस्या ये है कि वो बीमा योजना का प्रीमियम कहां जमा करें और जब वो किसी दूसरे प्रांत में रहेंगे तो क्या उन्हें इस सुविधा का लाभ मिलेगा या फिर उन्हें बीमा लाभ लेने के लिये वापस अपने प्रांत में ही जाना पड़ेगा। लेकिन इन सभी दुश्वारियों को दूर कर हम अगले 6 से 7 वर्षों में विस्थापित होने वाली जनता को भी बीमा दायरे में ले आएंगे इसके लिये हमें अभी कुछ काम करने की आवश्यकता है।
हू श्याओयी ने बताया कि किसी भी देश के संपूर्ण विकास में सामाजिक सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण होती है, और इसका विकास करना बहुत आवश्यक है। सामाजिक सुरक्षा क्षेत्र में वैज्ञानिक और लोकतांत्रिक आधार पर हमें अभी बहुत काम करना है जिसके बाद हम देश के हर व्यक्ति को इसकी जद में ला सकेंगे। चीन में युवाओं के अलावा वृद्ध लोगों की जनसंख्या बहुत बढ़ रही है, आने वाले समय में हर एक चीनी युवा पर चार वृद्ध लोगों का बोझ होगा, और उसे इस बोझ से बचाने के लिये हम जल्दी ही बीमा व्यवस्था में बहुत सारी चीज़ों को जोड़ना चाहते हैं। इसके लिये हमें राष्ट्रीय स्तर पर बहुत मेहनत करना है।
हमें ग्रामीण क्षेत्रों में उन लोगों का भी ध्यान रखना है जो बीमा की अग्रिम राशि नहीं दे सकते। इसके अलावा स्थानांतरित होने वाली जनसंख्या का भी ख्याल रखना है, हू श्याओयी ने कहा कि जल्दी ही हम अपने लक्ष्य को पा लेंगे।
(पंकज श्रीवास्तव)