चीन, म्यांमार, दक्षिण कोरिया और भारत चार देशों द्वारा निर्मित चीन-म्यांमार प्राकृतिक गैस पाइपलाइन के जरिए गैस 28 जुलाई को औपचारिक रूप से चीन पहुंची। यह इस बात का द्योतक है कि पिछले तीन साल के निर्माण के बाद चीन-म्यांमार तेल व प्राकृतिक गैस पाइपलाइन परियोजना को महत्वपूर्ण उपलब्धि मिली है।
उसी दिन म्यांमार के मेनदलेई प्रांत में एक रस्म का आयोजन किया गया। म्यांमार के उपराष्ट्रपति, म्यांमार स्थित चीनी राजदूत यांग होलेई और चीनी गैस ग्रुप के उपमैनेजर वांग तुंगचिन आदि प्रतिनिधि कार्यक्रम में उपस्थित थे।
चीन-म्यांमार तेल व प्राकृतिक गैस पाइपलाइन का म्यांमार भाग कच्चे तेल व प्राकृतिक गैस भेजने वाली पाइपलाइन परियोजना है, जिसमें प्राकृतिक गैस पाइपलाइन म्यांमार के क्याओप्यो से राखहिन, मेगवेई व मेनदलेई प्रांत आदि स्थलों से होते हुए चीन के रेली पहुंचती है। म्यांमार में प्राकृतिक गैस पाइपलाइन की कुल लम्बाई 793 किलोमीटर है, जो वर्ष में 12 अरब घनमीटर की गैस भेज सकती है।
(श्याओयांग)