स्थानीय समयानुसार 27 जुलाई को अमेरिका ने कोरिया युद्ध-विराम की 60वीं जयंती पर एक समारोह आयोजित किया। इसमें राष्ट्रपति बराक ओबामा ने दक्षिण कोरिया की सुरक्षा के लिए अपना वायदा दौहराया।
अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन में कोरिया युद्ध स्मारक के सामने आयोजित समारोह में बराक ओबामा ने भाषण देते हुए कहा कि दक्षिण कोरिया की सुरक्षा के लिए अमेरिका का वायदा सदा के लिए अविचल रहेगा। उन का कहना है कि अमेरिकी सेना एक दशक लम्बे युद्ध को समाप्त करने के बाद भी तरह-तरह की घरेलू कठिनाइयों का सामना कर रही है। लेकिन अमेरिका दुनिया में अपनी सब से ताकतवर सेना को बनाए रखने के प्रति कटिबद्ध है।ओबामा ने वचन भी दिया कि अमेरिका सरकार कोरिया युद्ध के दौरान लापता अपने 7910 सैन्य अफसरों एवं सैनिकों के शवों को ढूंढने की कोशिश तब तक जारी रखेगी, जब तब उन सब की आत्मा स्वदेश लौटरकर शांत नहीं रहती।
अमेरिकी रक्षा मंत्री हार्गेल ने समारोह में कहा कि इस समय दक्षिण कोरिया में अमेरिका के करीब 30 सैनिक तैनात हैं। अमेरिका कोरियाई प्रायद्वीप की शांति एवं स्थिरता को सुनिश्चित करेगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने कोरिया युद्ध से जो एक अहम सबक सीखा है, वह है कि मित्र देश एवं अंतर्राष्ट्रीय संस्थाएं अमेरिका को उस के प्रभाव के विस्तार में मदद देती हैं, न कि अमेरिका की शक्ति को सीमित करती। वे शांति एवं स्थायित्व को बरकरार रखने की अमेरिका की दीर्धकालिक इच्छा की पूर्ति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, खासकर एशिया-प्रशांत क्षेत्र में।
गौरतलब है कि कोरिया युद्ध 25 जून 1950 को छिड़ा था और 27 जुलाई 1953 को एक युद्ध-विराम समझौते पर हस्ताक्षर होने के साथ उस का अंत हुआ। इस युद्ध में अमेरिका के 36 हजार से अधिक सैनिकों की जान चली गई और अन्य 1 लाख से ज्यादा घायल हुए। आज भी उस के 7910 सैन्य अधिकारी और सिपाही लापता हैं।