शांति मिशन—2013 नामक चीन-रूस संयुक्त सैन्याभ्यास के लिए चीनी सैनिकों ने अपने बख्तरबंद गाड़ियों के साथ 27 जुलाई को मनचूली बन्दरगाह पर चीनी रेलगाड़ियों को छोड़कर रूसी रेल-गाड़ियों का प्रयोग शुरू किया।
दरअसल चीन में जो रेलमार्ग हैं, वे रूस के रेलमार्गों से चौड़ाई में कम हैं। इसलिए चीनी रेलगाड़ियां रूस में प्रविष्ट नहीं हो सकती।
शांति मिशन—2013 नामक चीन-रूस संयुक्त सैन्याभ्यास शनिवार 27 जुलाई को रूस के चेल्याबिंस्काया में शुरू हुआ, जो 15 अगस्त तक चलेगा। इस सैन्याभ्यास के लिए चीन 26 जुलाई को अपने सैनिकों एवं उन के साजोसामान को रूस तक पहुंचाने लगा। योजनानुसार दूसरी अगस्त तक सभी आवश्यक चीनी सैनिक सैन्याभ्यास-स्थल तक पहुंचेंगे।