भारत की राजधानी नई दिल्ली में स्थित चीनी दूतावास में 25 जुलाई को चीनी जन मुक्ति सेना की स्थापना की 86वीं वर्षगांठ के लिये विशेष समारोह आयोजित किया गया। चीनी राजदूत वेई वेई, भारतीय सैन्य सूचना ब्यूरो (आईएमआईबी) और सुरक्षा विभाग के अधिकारी, भारत स्थित अन्य देशों के दूतावास के अधिकारियों समेत दो सौ से अधिक लोगों ने समारोह में भाग लिया।
समारोह में चीनी दूतावास के सैन्य अधिकारी त्साइ फिंग ने बधाई संदेश देते हुए चीन-भारत संबंध, विशेष तौर पर इस वर्ष चीनी और भारतीय सेनाओं के बीच बढ़ते समन्वय के बारे में जानकारी दी। साथ ही उन्होंने विश्वशांति, देश और जनता की रक्षा करने पर चीनी जन मुक्ति सेना द्वारा निभाई गई भूमिका की प्रशंसा की।
त्साइ फिंग ने कहा कि वर्ष 2013 चीन-भारत संबंधों के विकास के लिये एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस साल मई में चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग की भारत यात्रा के बाद भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इस वर्ष अक्तूबर में चीन का दौरा करने की संभावना। साथ ही दौनों देशों के बीच सैन्य आदान-प्रदान भी बढ़ रहा है। जुलाई की शुरूआत में भारतीय रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने पहली बार चीन का दौरा किया। वहीं अगस्त में चीनी नौ सेना के "शांति आर्क" नाम का चिकित्सा जलपोत मुबई पहुंचकर भारतीय लोगों को चिकित्सा सेवा देगा।
च्साइ फिंग के अनुसार दोनों देशों की सेनाएं इस वर्ष के भीतर तीसरा संयुक्त सैन्याभ्यास करेंगी। उनका कहना है कि चीन भारत और दूसरे देशों के साथ सैन्य स्तर पर आपसी विश्वास और सहयोग मज़बूत करने को तैयार है।
(रमेश)