भारत के मुंबई विश्वविद्यालय और चीन के थ्येनचिन प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से स्थापित किया गया भारत का पहला कन्फ़्यूशियस कॉलेज 18 जुलाई को मुंबई में उद्घाटित हुआ। मुंबई स्थित जनरल कॉउसलर ल्यू यो फ़ा और महाराष्ट्र प्रदेश के युवा व खेल मंत्री पद्माकर वल्वी ने उद्धाटन समारोह में भाग लिया।
ल्यू यो फ़ा ने अपने भाषण में कहा कि हाल के कई वर्षों में चीन व भारत के बीच राजनीति, अर्थव्यवस्था, व्यापार, पूंजी-निवेश, संस्कृति व शिक्षा आदि क्षेत्रों के सहयोग लगातार मज़बूत हो रहे हैं। मुंबई का कन्फ़्यूशियस कॉलेज चीन द्वारा भारत में स्थापित किया गया पहला कन्फ्यूशियस कॉलेज है। जिसका ऐतिहासिक महत्व है। उम्मीद हैं कि चीन व भारत दोनों पक्ष इस कॉलेज द्वारा एक दूसरे की संस्कृति को जान सकेंगे और एक दूसरे को बेहतर समझ सकेंगे।
थ्येन चिन प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के प्रधान मंग छींग सोंग ने परिचय देते हुए कहा कि मुंबई का कन्फ्यूशियस कॉलेज न सिर्फ़ चीनी भाषा सीखाएगा बल्कि मुंबई विश्वविद्यालय के साथ सहयोग कर चीनी भाषा के माध्यम से भारतीय जनता को चीन की परंपरागत संस्कृति और वर्तमान में चीन के सामाजिक व आर्थिक विकास की स्थिति का परिचय भी देगा।
मुंबई विश्वविद्यालय के महानिदेशक राजन एम.वेलुकर ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि कन्फ्यूशियस कॉलेज की स्थापना भारत व चीन के बीच शिक्षा, संस्कृति व अर्थव्यवस्था आदि क्षेत्रों के आदान-प्रदान व सहयोग के लिये सकारात्मक भूमिका अदा करेगा। (चंद्रिमा)