पहली जुलाई को भारत में IRNSS-1A नौवहन उपग्रह को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया।
रिपोर्ट के अनुसार IRNSS-1A उन सात उपग्रहों में पहला उपग्रह है जिसे भारतीय क्षेत्रीय नौवहन उपग्रह प्रणाली के लिये छोड़ा गया है। भारतीय PSLV (पोलर सैटेलाइट लांच व्हीकल) की योजना के अनुसार इन सभी सात नौवहन उपग्रहों को वर्ष 2015 तक एक नौवहन प्रणाली में शामिल किया जाएगा। इनका डिजाइन भारत में किया गया है। इस उपग्रह की क्षमता भारत की सीमा से 1500 किलोमीटर की दूरी तक के क्षेत्र में आने वाली हर वस्तु की सटीक जानकारी देगा। इन उपग्रहों से मिले आंकड़े भारत में विभिन्न क्षेत्रों, जैसे आपदा प्रबंधन, वाहनों का पता लगाने, समुद्री नौवहन जैसे क्षेत्रों में मदद करेगा। जिससे एक "क्षेत्रीय नौवहन उपग्रहों की प्रणाली" स्थापित की जाएगी।
भारत की योजना के अनुसार"क्षेत्रीय नौवहन उपग्रहों की प्रणाली"की स्थापना के बाद भारत अन्य और 10 नौवहन उपग्रह छोड़ेगा, जिससे भारत के जीपीएस प्रणाली की स्थापना की जा सके।
(रमेश)