उन्होंने कहा कि ईरान हर समय परमाणु वार्ता की बहाली को तैयार है। लेकिन संबंधित पक्षों को ईरान के साथ बैठकर तीन वार्ता के समय,वार्ता के स्थल और वार्ता के विषय जैसे तीन मुद्दों पर विचार विमर्श करना चाहिए।
वहीं ईरान के प्रमुख वार्ताकार सईद जलीली ने गत सितंबर में यूरोपीय संघ की विदेश और सुरक्षा नीति के उच्च प्रतिनिधि कैथरीन एश्टोन को भेजे अपने पत्र में कहा था,"ईरान संबंधित पक्षों के साथ परमाणु सवाल पर विचार-विमर्श करने को तैयार है और इस सवाल पर ईरान का रुख नहीं बदला है।"अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी स्थित ईरान के प्रतिनिधि अली असग्हर सोलतान्येह ने 20 दिसम्बर को कहा कि ईरान ने अपने परमाणु संस्थाओं की जांच के लिये आईएईए को आमंत्रित किया।
गौरतलब है कि ईरान,अमेरिका,ब्रिटेन ,फ्रांस,रूस,चीन और जर्मनी आदि छह देशों में अंतिम दौर की परमाणु वार्ता 22 जनवरी 2011 में तुर्की के इस्तांबुल में आयोजित हुई थी। लेकिन यूरेनियम संवर्धन आदि मुद्दों पर मूल मदभेद होने के कारण वार्ता में वास्तविक सफलता हासिल नहीं हुई।
(रमेश)