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नया साल यानी 2014 दस्तक दे चुका है। इस मौके पर हम सभी श्रोताओं को ढेर सारी शुभकामनाएं देते हैं। उम्मीद है कि जिस तरह आपने हमारा साथ पिछले साल दिया, उसी उत्साह और जोश के साथ आपका प्यार 2014 में भी हमें मिलता रहेगा।
अनिलः आपका पत्र मिला कार्यक्रम सुनने वाले सभी श्रोताओं को अनिल पांडे का नमस्कार।
वनिताः सभी श्रोताओं को वनिता का भी नमस्कार।
अनिलः दोस्तो, नया साल यानी 2014 दस्तक दे चुका है। इस मौके पर हम सभी श्रोताओं को ढेर सारी शुभकामनाएं देते हैं। वैसे हर साल सीआरआई के कार्यक्रमों में कुछ न कुछ बदलाव ज़रूर होते हैं। इस साल आपका पत्र मिला कार्यक्रम मेरे साथ वनिता पेश करेंगी। हम यहां कहना चाहते हैं और उम्मीद भी है कि जिस तरह आपने हमारा साथ पिछले साल दिया, उसी उत्साह और जोश के साथ आपका प्यार 2014 में भी हमें मिलता रहेगा। अगर हमारे रेडियो प्रोग्राम या वेबसाइट के बारे में आपके पास कोई सुझाव या राय हो तो हमें भेज सकते हैं। वहीं कहानी, रचना व किसी भी मुद्दे पर अपने विचार भी रखने का मौका हम देते हैं। दोस्तो, आपको हमारे प्रोग्राम कैसे लगते हैं, अगर कोई कमी या गलती नजर आए तो बेहिचक हमें पत्र या ई-मेल भेज सकते हैं। हमें आपकी प्रतिक्रिया का वेसब्री से इंतजार रहेगा।
आप सभी को नए साल की फिर एक बार बधाई। हैप्पी न्यू-ईयर। लीजिए अब आज का प्रोग्राम आगे बढ़ाते हैं।
आज के कार्यक्रम में हम पत्रों और ई-मेल के अलावा मॉनिटर सुरेश अग्रवाल और ....के साथ हुई बातचीत के मुख्य अंश पेश करेंगे।
वनिताः न्यू ईयर के मौके पर हमें बधाई संदेश भी मिले हैं, पहला खत आया है सीआरआई लिस्नर्स क्लब, हैदराबाद से। भेजने वाली पी. श्रीलक्ष्मी रेड्डी। उन्होंने पूरे सीआरआई परिवार और श्रोताओं को क्रिसमस और नए साल की बधाई दी है। लिखती हैं कि उनके क्लब के सदस्य नए साल की पूर्व संध्या पर कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। इस दौरान गीत-संगीत आदि के जरिए वर्ष 2014 की खुशियां मनाई जाएंगी।
इस दौरान हम सदस्यों को उपहार भी बांटना चाहते हैं।
हालांकि श्रीलक्ष्मी ने शिकायत भी की है, कहती हैं कि हमने सीआरआई से नव वर्ष के लिए प्रमोशनल सामग्री भेजने का अनुरोध किया था, लेकिन आपके द्वारा कोई भी चीज नहीं भेजी गई।
देखिए, लक्ष्मी जी, हम नए साल के अवसर पर श्रोताओं को प्रमोशनल सामग्री नहीं भेज रहे हैं। इसलिए आपको भी कुछ प्राप्त नहीं हुआ, उम्मीद है कि आप इसे समझेंगी।
अनिलः हैदराबाद के बाद चलते हैं, भागलपुर, बिहार। नव वर्ष पर अगला बधाई संदेश हमें भेजा है, डॉ. हेमंत कुमार ने। लिखते हैं कि सभी को नया साल मुबारक हो। उन्होंने नव वर्ष के इतिहास पर कुछ जानकारी भेजी है, जिसे हम यहां आप लोगों के साथ शेयर कर रहे हैं। हेमंत लिखते हैं कि नव वर्ष की शुरुआत के साथ ही नया कलैंडर भी शुरू होता है। तमाम संस्कृतियों और देशों में नए साल पर जश्न मनाया जाता है। वैसे आज दुनिया भर में ग्रीगोरियन कलैंडर का इस्तेमाल किया जाता है, जो कि 1 जनवरी से शुरू होता है। हालांकि क्षेत्रीय स्तर पर कई तरह के कलैंडर चलते हैं, जो कि नए साल के आगमन की अलग-अलग तिथि बताते हैं। प्लूटार्च और मैक्रोबियस के अनुसार, 700 बीसी के लगभग, रोमन कलैंडर में महीनों का क्रम, जनवरी से दिसंबर तक होता था। बताते हैं आज जो एक जनवरी को नया साल मनाया जाता है, उसका इतिहास कोई बहुत पुराना नहीं है। 1751 तक इंग्लैंड और वेल्स में 25 मार्च यानी लेडी डे को नया साल शुरू होता था। इसके बाद पहली जनवरी को साल का पहला दिन माना जाने लगा। मध्य युग में कई दिन ऐसे होते थे, जिन्हें कलैंडर ईयर की शुरुआत कहा जाता था। चेक गणराज्य, इटली, स्पेन और ब्रिटेन आदि में 1 जनवरी को राष्ट्रीय अवकाश होता है।
हेमंत ने वाकई अच्छी जानकारी दी, शुक्रिया, दोस्तो, आपको भी अगर कोई जानकारी हो तो हमारे साथ शेयर कर सकते हैं। धन्यवाद।
वनिताः वहीं बांग्लादेश के नौगांव से, मोजाहिदुलु इस्लाम ने भी हमें न्यू-ईयर की मुबारकबाद दी है। वहीं मितुल कंसल, बिधान चंद्र सान्याल, रवि शंकर बसु और एस.बी शर्मा ने भी सभी को क्रिसमस और नए साल का बधाई संदेश भेजा है। आप सभी का धन्यवाद।
नव वर्ष पर दिल्ली से रामकुमार नीरज ने भी सभी लोगों को बधाई दी है। उन्होंने एक कविता के माध्यम से न्यू-ईयर विश किया है।
कविता कुछ इस तरह है।
यह रिश्ता साल दर साल यूं ही बना रहे,
दिल में यादों के चिराग यूं ही जलते रहे,
बहुत प्यारा सफ़र रहा पुनः साल 2013 का
हमारा आपका साथ 2014 में भी बना रहे,
यही हमारी नए वर्ष की शुभकामना है।
इसके साथ ही एक बार फिर हिंदी सेवा के मित्रों और प्रसारकों को नए साल की तहे दिल से शुभकामनायें। धन्यवाद नीरज जी, आपको भी नव वर्ष की शुभकामना।
अनिलः एक अन्य पत्र में नीरज ने लिखा कि हैकिंग की समस्या अब विश्वव्यापी होती जा रही है। कंप्यूटरों की दुनिया में हैकिंग आम बात हो गई है और इन दिनों बड़े पैमाने पर इसकी खबरें आती रहती हैं। लोगों के पर्सनल अकाउंट से डेटा गायब करने से लेकर उसे बिगाड़ने तक की खबरें आम हैं। यह सब होता है हैकिंग के जरिये।
इसी क्रम में 23 दिसंबर को आपकी साईट पर प्रकाशित 'हैकर हमले का विरोध करता है चीन' विषय पर रिपोर्ट पढ़ी।
विदित है कि हैकिंग का मतलब है किसी दूसरे के कंप्यूटर नेटवर्क या अकाउंट में बिना अनुमति के या अवैध तरीके से घुसना। कोई भी हैकर पहले आसान से टारगेट ढूंढ़ता है और फिर उसके सहारे और कंप्यूटरों को निशाना बनाता है। इस हमले के पीछे उसका उद्देश्य पूरे सिस्टम पर कब्जा करना होता है। इससे वह उस सिस्टम में एडिट, डिलीट, इन्स्टाल या फिर कोई भी फाइल किसी अन्य यूजर के फाइल में डाल सकता है। इस सम्बन्ध में चीनी दल के प्रवक्ता च्यांग श्याओ येन के 22 दिसंबर को दिए व्यान कविले तारीफ है कि वेब सुरक्षा मुद्दे पर चीन का रवैया स्पष्ट है। चीन किसी भी तरीके के हैकर हमले का विरोध करता है। निसंदेह अन्तरराष्ट्रीय समुदायों को आपसी सम्मान के आधार पर संबंधित अन्तरराष्ट्रीय नियम बनाना चाहिए। चीन विभिन्न पक्षों के साथ वेब सुरक्षा चुनौतियों के मुकाबले में रचनात्मक भूमिका निभाने को तैयार है। अच्छी प्रस्तुति के लिए धन्यवाद।
वनिताः नए साल पर बधाई संदेश के बाद बारी है, अगले खत की। जो हमें भेजा है, बालुरघाट, पश्चिम बंगाल से, बिधान चंद्र सान्याल ने। लिखते हैं कि सीआरआई भारत और चीन मित्रता का प्रतीक है। दोनों देशों के रिश्ते सदियों पुराने हैं, रेडियो के माध्यम से ये रिश्ते और मजबूत हो रहे हैं। हम भी एक श्रोता होने के नाते दोस्ती की डोर को मजबूत करने में अपना योगदान देंगे।
अनिलः इसके साथ ही श्रोता राजीव शर्मा ने हमें ई-मेल के जरिए भारतीय अखबार में छपी खबर का उल्लेख किया है। लिखते हैं कि एक हिंदी दैनिक के माध्यम से चीन के सम्बंध में ऐसी खबर पढ़ी जिसके बारे में कभी सोचा भी नहीं था। खासतौर से भारत के संदर्भ में तो ऐसी कल्पना करना भी असंभव है। यह खबर दैनिक भास्कर में छपी थी, जिसका शीर्षक था - चीन में आलसी अफसरों को सजा। इस ईमेल के जरिए मैं चीनी प्रशासन को तहेदिल से शुक्रिया कहना चाहूंगा कि उसने ऐसा साहसिक कदम उठाया। राजीव के ई मेल के लिए धन्यवाद ।हमने आपके द्वारा भेजा गया दैनिक भास्कर का समाचार पढा ।इसमें कहा गया कि है कि चीनी सत्तारूढ पार्टी के भ्रष्टाचार निरोधक और अनुशासन विभाग ने पिछले साल करीब 20 हजार नौकरशाहों को सजा सुनायी ।आलसी ,निकम्मे और आलीशान जिंदगी जीने वाले ऑफिसरों पर खासतौर पर काररवाई हो रही है । राजीव जी ,भ्रष्टाचार चीन में एक बडी समस्या है ।चीनी सत्तारूद्ध पार्टी इस बाबत सख्त कदम उठा रही है ।भारत में भ्रष्टाचार एक बडी समस्या भी है ।भ्रष्टाचार विरोधी अभियान में दोनों देश एक दूसरे से सीख सकते हैं । धन्यवाद।
दोस्तो, इसी के साथ आपका पत्र मिला प्रोग्राम यही संपन्न होता है, नए साल की ढेर सारी शुभकामनाओं और इसी उम्मीद के साथ कि अगले हफ्ते इसी दिन, इसी वक्त आपसे फिर मुलाकात होगी। तब तक के लिए अनिल पांडे और वनिता को आज्ञा दीजिए, नमस्कार।