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भारतीय प्रधान मंत्री की सफल चीन यात्रा पर श्रोताओं की बात
2013-10-29 15:28:45

श्रोता दोस्तों को वेइ तुंग का नमस्कार ।

श्रोता दोस्तों को अनिल का प्यार भरा नमस्कार ।

दोस्तो ,पिछले हफ्ते भारतीय प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह ने चीन की सफल यात्रा की ।हमें कई श्रोताओं के ई मेल मिले ।शुक्रिया ।इस विषय पर यहां हम कुछ पत्र चुनकर सुनाएंगे ।हमारे मानिटर सुरेश अग्रवाल ने अपने पत्र में कहा कि

आज भीं सीआरआई हिन्दी का ताज़ा प्रसारण शॉर्टवेव 41 मीटरबैंड पर रात साढ़े आठ बजे वाली सभा में सुना और उस पर अपनी त्वरित प्रतिक्रिया के साथ अब मैं आपके समक्ष हाज़िर हूँ.आज भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तीन दिवसीय चीन यात्रा का अन्तिम दिन है और आशा के अनुरूप प्रसारण में उसकी भरपूर चर्चा भी की गई, जिसके लिए धन्यवाद्। ताज़ा समाचार और सम-सामयिक चर्चा में मनमोहन सिंह द्वारा चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के सेन्ट्रल पार्टी स्कूल में भाषण दिए जाने को प्रमुखता दी गई। वैसे स्कूल में दिए अपने भाषण में मनमोहन सिंह ने उन तमाम बातों का ज़िक्र किया, जिनका चीन-भारत सहयोग और सम्बन्धों में विकास से गहरा सरोकार है.कृषि-उद्योग, शहरीकरण, सुरक्षा, प्रतिरक्षा, आदि तमाम क्षेत्र ऐसे हैं, जिनमें चीन भारत की मदद कर सकता है और जिनमें निवेश की प्रबल संभावना विद्यमान है.भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा पश्चिमी देशों द्वारा अपनाये जाने वाले संरक्षणवाद और भारत और चीन के बीच आर्थिक सहयोग के महत्व को भी उजागर किया गया.अपने इस दौरे में हस्ताक्षरित नौ समझौतों में सीमा-विवाद से जुड़े मुद्दे को बहुत ही सावधानीपूर्वक उठाया गया,जो कि एक अच्छी बात है, परन्तु यह मुद्दा इतना अहम है कि भारत-चीन भावी सम्बन्धों का सारा दारोमदार इसी पर निर्भर करता है । विशेष कार्यक्रम के तहत दिल्ली से श्री कार्की दीवान से ली गई भेंटवार्ता से भी यही बात निकल कर आयी कि तमाम समझौतों का वज़ूद तभी कायम रह सकता है, जब कि वर्षों से लम्बित पड़े सीमा-विवाद को सुलझाने में कोई प्रगति देखने को मिले। दीवानजी का यह कहना भी शतप्रतिशत सही जान पड़ा कि चीन-भारत दोनों मिल कर काम करें, तो उन्हें विश्व-शक्ति बनने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने हस्ताक्षरित समझौतों पर ईमानदारी से अमल करने की बात भी उठाई, जो कि सर्वथा उचित जान पड़ी, क्यों कि अतीत गवाह है कि समझौतों पर अमल नहीं हुआ.

पोस्ट टेंगनमाड़ा,जिला बिलासपुर, छत्तीसगढ़ के पुराने श्रोता चुन्नीलाल कैवर्त ने अपने पत्र में कहा कि चाइना रेडियो इंटरनेशनल के सभी दोस्तों को मेरा प्यार भरा नमस्कार तथा दीपावली त्यौहार की हार्दिक शुभकामनाएं!आशा है,आप सब सकुशल होंगे।

पिछले सप्ताह भारत के प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह ने चीन की सफल एवं मैत्रीपूर्ण यात्रा की,वह चीन-भारत संबंधों की दृष्टि से महत्वपूर्ण और ऐतहासिक थी।भारतीय प्रधानमंत्री श्री मनमोहन सिंह ने ने चीनी प्रधानमंत्री श्री ली खछ्याङ्ग और चीनी राष्ट्राध्यक्ष श्री शी चिनफिंग के अलावा चीनी जन प्रतिनिधि सभा की स्थायी कमेटी के अध्यक्ष श्री चांग दच्यांग से मुलाक़ात की और चीन-भारत द्विपक्षीय सम्बन्धों के बारें में विचार विमर्श किया,वह दोनों देशों की जनता की खुशियाली और विश्व शान्ति के लिए ख़ास मायने रखते हैं। इस बार दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने प्रतिरक्षा,यातायात,ऊर्जा,संस्कृति,शिक्षा और आदान-प्रदान आदि से जुड़े 9 सहयोग समझौतों और ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किये गये,इनसे दोनों देशों के सतत विकास को आगे बढ़ाने में बेहतर आधार निर्मित हुए हैं। वास्तव में हाल के वर्षों में चीन और भारत के बीच आर्थिक सहयोग और सांस्कृतिक आदान-प्रदान दिन-प्रतिदिन प्रगाढ़ हुआ है।बहुत ही ख़ुशी की बात है कि मनमोहन सिंह की मौजूदा यात्रा दोनों देशों के बीच एक और महत्वपूर्ण उच्च स्तरीय आवाजाही है। यह वर्ष 1954 के बाद से लेकर अब तक दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने पहली बार एक ही वर्ष में एक दूसरे देशों की यात्रा की है।बहुत ही अच्छी बात है कि वर्ष 2014 को चीन-भारत मैत्रीपूर्ण आदान-प्रदान वर्ष घोषित किया गया है।इस प्रकार आने वाला नया वर्ष भी दोनों देशों की जनता के लिए ख़ास है।

चाइना रेडियो इंटरनेशनल का बहुत-बहुत धन्यवाद,जो कि प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह की चीन यात्रा को काफी महत्व देते हुए इसने इसकी शानदार और सटीक ढंग से कवरेज किया।इस मौके पर सीआरआई संवाददाता अनिल ने भारत में अंग्रेजी अखबार-द टेलीग्राफ़ के असिस्टेंट एडिटर चारू सूदन कस्तूरी और दिल्ली में वेब डिजाइनर दिवान कार्की के साथ अलग-अलग विशेष साक्षात्कार किया।इसी प्रकार सीआरआई संवाददाता अखिल पाराशर ने डॉ. विकास कुमार सिंह:पेइचिंग विश्वविद्यालय,दिल्ली उच्च न्यायालय और भारत के सर्वोच्च न्यायलय के अधिवक्ता और अंतर्राष्ट्रीय मामलों के जानकर आर.के.शर्मा तथा दिल्ली विश्वविधालय में राजनीतिक विज्ञान की प्रोफ़ेसर और चीनी भाषा की विशेषज्ञ डॉ. सोफिया चटर्जी के साथ अलग-अलग विशेष साक्षात्कार किया।चीन-भारत द्विपक्षीय संबंधों पर आधारित ये सभी साक्षात्कार सम-सामयिक और सार्थक लगे।इसके लिए सी आर आई के सभी संवाददाताओं को कोटिशः धन्यवाद।

हुगली ,पश्चिम बंगाल के न्यू हराइजन रेडियो लिस्नर्स क्लब के संपादक रविशंकर बासू ने अपने पत्र में कहा किसबसे पहले सीआरआई हिंदी विभाग की सभी सदस्यों को मेरा सादर नमस्कार।

सीआरआई-हिंदी विभाग ने हमारे देश के प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की तीन दिवसीय चीन की सरकारी यात्रा (22-24 अक्टूबर 2013) बहुत ही शानदार कवरेज दी है ,खासकर उनकी यात्रा पर भारतीय विशेषज्ञों के अलावा चीन के पेइचिंग विश्वविद्यालय में पढ़ रहे भारतीय विशेषज्ञ डॉ. विकास कुमार सिंह से बातचीत बेहद अच्छी लगी है।इसलिए मैं सीआरआई-हिंदी विभाग को धन्यवाद देता हूँ ।

यहाँ पर मैं यह उल्लेख करना चाहूंगा कि प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह कि मौजूदा चीन यात्रा की बावजूद दो बड़े एशियाई देशों के बीच सार्थक सहकार की जमीन तैयार हुआ ।इस यात्रा के दौरान, चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग एवं हमारे प्रधानमंत्री डा. सिंह - दोनों नेतायों ने भारत- चीन द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए एक दूसरे की सराहना की । लंबी 8 सालों से पेईचिंग में रहनेवाले भारतीय विश्लेषक एवं चीनी भाषा की विशेषज्ञ श्री विकास कुमार जी के साथ मैं एक मत हूं कि चीन और भारत का बेहतरीन संबंध एशिया के पुनरुत्थान के लिए महत्वपूर्ण होगा और विश्व शांति की रक्षा के लिए भी भारी महत्व है।

23 अक्टूबर,2013 को पेइचिंग स्थित जन बृहद भवन में चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग के साथ बैठक में हमारे देश की प्रधानमंत्री चीन के साथ रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने पर सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। इस यात्रा के दौरान दोनों देशों की बीच सहयोग के नौ समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए थे । हम साधारण आम जनता आशा करता है कि दोनों देशों की बीच मैत्री और विश्वास को आगे बढ़ाने, सीमांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता की रक्षा करने के लिए चीन एवं भारत एक दूसरे के महत्वपूर्ण पड़ोसी देश के रूप में हाथ में हाथ रखकर समान कोशिश करेंगे और इस रिश्ते से एक नयी और समतापूर्ण दुनिया बनेगी।

अंत में, मुझे आशा है कि सीआरआई-हिंदी विभाग एक मुक्त मंच की रूप में भारत-चीन - इन दोनों देशों के बीच मैत्री, सहयोग और विकास को आगे बढ़ाने की आवाज का प्रचार-प्रसार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

झाडखंद के नियमित श्रोता एस बी शर्मा ने अपने पत्र में कहा कि भारतीय प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह चीन के दौरे से स्वदेश लौट आये है जैसा की प्रधानमन्त्री ने खुद कहा उनका यह चीन दौर काफी सफल रहा है भारतीय बुद्धिजीवियों ने भी इसका सकारात्मक विश्लेषण किया है भारतीय मिडिया जो चीन के सीमा संबधी विवाद के कारण नाराज रहती है काफी खुश और पोजिटिव नजर आ रहा है भारत की जनता तो हमेशा बेहतरी की आस में रहती है सो भारतीय प्रधानमन्त्री के इस सफल दौरे से आम लोग काफी ख़ुशी महशुश कर रहे है क्योकि चीन और भारत ने कुल नौ समझौतों पर हस्ताक्षर किया है जिसमे सीमा विवाद दूर करने की कटिबद्धता सम्बन्धी भी समझौता है जिससे उम्मीद की किरण नजर आने लगी है की अब दोनों देश अपने विवाद को सुलझाने की जरुर कोशिश करेंगे व्यक्ति से व्यक्ति का सम्बन्ध बढाने के लिए भी प्रयास तेज किया जाएगा इस तरह देखा जय तो अब नै सुबह हो गई है उम्मीद किरने फ़ैल गई है नई सबेरा होने वाला है जहा चीन और भारत में केवल प्रेम और भाई चारा ही फैलेगा जहा केवल खुशहाली ही होगी उम्मीद है चीन भारत की दोस्ती अब नए जग में प्रवेश कर इतिहास रचेगी

दोस्तो ,भारतीय प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह की यात्रा पर श्रोताओं की टिप्पणी तो यहीं तक ।दोस्तो ,जैसे कि आप जानते हैं कि अखिल भारतीय श्रोता संघ ने वर्ष 2013 सीआऱआई श्रेष्ठ क्लब के चयन में अपना स्थान बनाया है ।यह वास्तव में हमारे तमाम श्रोताओं के लिए गौरव की बात है ।हमें कई श्रोताओं के बधाई पत्र मिले हैं ।शुक्रिया ।अब हम उन में से दो चुनकर सुनाऊंगा ।

हुगली ,पश्चिम बंगाल के श्रोता रविशंकर बसु ने अपने पत्र में कहा कि आशा करता हूं की सीआरआई-हिंदी विभाग के आप सभी लोग सकुशल एवं सानंद में हैं।

मैं हमारे "न्यू हराइजन रेडियो लिस्नर्स क्लब" की सभी सदस्यों के तरफ से साथ ही पूरे बंगाल के श्रोता भाई बहनों की ओर से सीआरआई हिंदी सेवा को धन्यवाद देता हूँ जिन्होंने अखिल भारतीय सीआरआई श्रोता संघ की सक्रियता को देखते हुए सीआरआई श्रेष्ठ श्रोता क्लब-2013 का अवार्ड दिया। जिसके लिए मैं श्रीमान राम कुमार जी को हमारे "न्यू हराइजन रेडियो लिस्नर्स क्लब" की ओर से चीन जाने पर उनको बधाई देता हूँ।

झाडखंद के श्रोता एस बी शर्मा ने बधाई पत्र में कहा कि खबर जानकर वे बहुत खुश हैं और उन का क्लब अखिल भारतीय श्रोता संघ से जुडा है ।

अब अन्य श्रोताओं के कुछ पत्र व ई मेल ।

वहीं रामपुरा फूल पंजाब के श्रोता श्री पाल गर्ग ने अपने पत्र में कहा कि SMS शुरू करके आपने फिर से बता दिया कि क्यों चाइना रेडियो सभी स्टेशनों से बहुत आगे है और आगे ही रहेगा क्योंकि आप हर टाइम कुछ न कुछ नया करते रहते हैं और श्रोताओं का ख्याल रखते हुए नए बदलाव लाते हैं। जिसके लिए हमारे क्लब की और से चाइना रेडियो का तहे दिल से धन्यवाद। SMS समाचार सेवा के बारे में सूचना पाकर बेहद ख़ुशी हुई।।इसके लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।कृपया मेरा भी मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड कर लें और प्रतिदिन समाचार प्रेषित करें ।

दोस्तो ,इस सितंबर से हमने एसएमएस के जरिये श्रोताओं को खबर पेश करने की सेवा शुरू की ।अगर आप खबर पाना चाहते हैं ,तो आप अपने नाम व फोन नंबर हमें बता सकते हैं। हमारा ई मेल है। hindi@cri.com.cn

ढोली सकरा ,बिहार के दीपक कुमार दास ने अपने ई मेल में कहा कि 20 सितंबर को खेल-जगत के अंतर्गत चंद्रिमा जी और अनिल जी ने ओलंपिक के बारे में चर्चा की जो दिल को छू गई। सच में यह समीक्षा सुनकर पेइचिंग ओलंपिक की याद ताजा हो गयी । पेइचिंग ओलंपिक के सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत दो अंतरिक्ष यात्री आकाश से उतरे ,फिर एक विशाल पृथ्वी मॉडल राष्ट्रीय स्टेडियम बर्ड्स नेस्ट की भूमि के नीचे से ऊपर निकला जो हमने टीवी पर देखा काफी अच्छा लगा कि चीन के पूर्व विश्वविख्यात खिलाडी ली निंग ने अंतिम मशाल धारक की हैसियत से मशाल ग्रहण की। इसके बाद उन्होंने स्टेडियम के ऊपर किनारे पर छलांग लगाकर दौड शुरू की थी। ऐसा लग रहा था कि मानों वे हवाई पथ पर दौड रहे हों। ओलंपिक के इतिहास में पहली बार विश्वव्यापी मशाल रिले प्रक्रिया को उद्घाटन स्थल में प्रज्जवलित किया गया।

अब बारी है, दिल्ली के श्रोता जयंत चौधरी के पत्र की। वे लिखते हैं कि सीआरआई हिंदी मेरे सबसे प्रिय रेडियो स्टेशनों में से एक बन गया है। मेरे परिवार के सभी सदस्य आपके प्रोग्राम सुनते हैं। मेरी ओर से आप सभी को शुभकामनाएं। आगे लिखते हैं मैं चीन में होने वाली सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक क्षेत्र की गतिविधियों पर नजर रखता हूं।

धन्यवाद जयंत जी, आगे भी हमें पत्र भेजते रहिएगा।

प्रोग्राम में अगला पत्र हमें भेजा है, दक्षिण दिनाजपुर पश्चिम बंगाल से बिधान चंद्र सान्याल ने। लिखते हैं कि गत एक अक्टूबर को चीन

की स्थापना की 64 वी बर्षगांठ थी । इस मौके पर हमारे एसोसियेशन की तरफ से एक सांस्कृतिक संध्या 1 अक्टूबर की बालुरघाट मेँ आयोजित की गई। इसमें संसद सदस्य प्रशान्त मजूमदार, वरिष्ठ पत्रकार और बालुरघाट वार्ता सम्पादक पीयूष कान्ति देव , दक्षिण दिनाजपुर वार्ता सम्पादक राहुल बागची , दक्षिण दिनाजपुर कथा सम्पादक मधुसूदन अधिकारी , मोहिनी समाचार की सम्पादक बिनायक कृष्ण मजूमदार सहित तमाम लोग मौजूद थे। इस अवसर पर बाल कलाकारॉ के साथ-साथ जानेमाने कलाकारॉ ने

सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए। सांस्कृतिक कार्यक्रम से पहले

एक चर्चा भी आयोजित हुई। सभी वक्ताओं ने भारत-चीन परम्परागत मैत्री पर अपने विचार रखे। साथ ही उन्होने कहा कि भारत और

चीन को साथ मिलकर समान विकास करना चाहिए । सभी ने आशा जताई कि दोनॉ देश सभी क्षेत्र मेँ सहयोग लगातार बढ़ाएंगे ताकि समान विकास साकार हो सके।

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