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वेइतुंगः आपका पत्र मिला कार्यक्रम सुनने वाले सभी श्रोताओं को वेइतुंग का नमस्कार।
अनिलः सभी श्रोताओं को अनिल पांडे का भी नमस्कार।
वेइतुंग: दोस्तो ,चीनी प्रधानमंत्री ली ख छांग ने अभी-अभी भारत की यात्रा की ,जो चीन भारत संबंधों के विकास में और एक मील का पत्थर साबित होगा ।सबसे पहले हम इस यात्रा पर हमारे श्रोताओं के ई मेल पढ़ेंगे।
अनिलः केसिंगा, उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल लिखते हैं कि आज शाम के ताज़ा समाचारों और सम-सामयिक चर्चा में चीनी प्रधानमंत्री ली ख-छयांग की महत्वपूर्ण भारत-यात्रा पर पर्याप्त जानकारी हासिल हुई। जहां चीनी प्रधानमंत्री का भारत में ज़ोरदार स्वागत किया गया, वहीं उन्होंने भी अपनी विदेश यात्रा का पहला पड़ाव भारत को क्यों बनाया, इस पर महत्वपूर्ण उदगार व्यक्त किये। सामयिक चर्चा में मुझे यह सुनकर बहुत अच्छा लगा कि भारत-चीन विश्व आर्थिक विकास के इंजन का काम करेंगे। बहरहाल, ली ख-छयांग द्वारा प्रधानमंत्री बनने के बाद अपनी विदेश यात्रा के पहले पड़ाव के रूप में भारत को चुना जाना, अपने आप में काफी अहमियत रखता है।
वेइतुंग : वहीं झारखंड के श्रोता एस बी शर्मा ने अपने ई-मेल में कहा कि 19 मई को चीनी प्रधानमंत्री ली ख-छयांग नई दिल्ली पहुचे भारत के वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया I इस महत्वपूर्ण यात्रा के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की चीनी प्रधानमंत्री से जो वार्ता हुई ,वह काफी सकारात्मक माहौल में हुई और कई मुद्दों पर चर्चा की गई । लगता है दोनों देश बड़े कदम उठाने के लिए दृढ संकल्प हैं। दुनिया के देश इस यात्रा और वार्ता पर नजर टिकाये हैंI
वहीं दूसरे पत्र में शर्मा लिखते हैं कि उम्मीद है कि इस बार विश्वास और दोस्ती की पक्की नीव डाली जाएगी जो आगे चल कर सभी आपसी मतभेदों को दूर करेगी। और भारत-चीन के बीच चीन दोस्ती की एक मिसाल कायम होगी। अब हम आपसी सहयोग कर व्यापार, शिक्षा, रक्षा और अनुसंधान, कृषि और तकनीकी क्षेत्र में एक दूसरे के साथ सहयोग कर अपने अपने देश को नई ऊंचाई तक ले जाएंगे और साथ ही अपने पड़ोसियों को भी विकसित करेंगे, ताकि इस पूरे क्षेत्र की जनता खुशहाल बने और उन्मुक्त होकर जीवन बिताए I छोटे-छोटे विवादों को छोड़ हमें बड़े बड़े काम करने चाहिए । अब समय आ गया है जब दोनों देशों को दोस्ती विश्वास और आपसी सहयोग की मिसाल कायम करनी होगी और दोनों देश की आम जनता की भावनाओं का आदर I भारत सरकार के साथ भारत की जनता चीनी प्रधानमंत्री के इस भारत दौरे का स्वागत और समर्थन करती है ।
अनिलः वहीं दिल्ली से राम कुमार नीरज कहते हैं कि भारत-चीन रिश्तों को करीब से देखने का सबसे बड़ा माध्यम है सीआरआई का हिंदी प्रसारण. प्रसारण आप चाहे जिस माध्यम से सुनें रेडियो या इंटरनेट से.ज्ञान का सागर हर जगह मौजूद है। आपकी साईट पर प्रकाशित ली खछ्यांग की पहली विदेश यात्रा पर अन्तरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान केन्द्रित संबंधी आलेख पढ़ा, बेहद गंभीर और निष्पक्ष आलेख मन को उद्वेलित कर गया। जाहिर सी बात है कि हाल में लद्दाख में भारत और चीन की सेनाओं के बीच उत्पन्न गतिरोध का समुचित हल और परस्पर कूटनीतिक तनाव खत्म करने के चीन के प्रधानमंत्री ली ख छयांग भारत यात्रा पर आए। प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद ली की यह पहली विदेश यात्रा है जो कई मायनों में महत्वपूर्ण है। ली की इस भारत यात्रा से समान विकास और समृद्धि के लिए रणनीतिक सहयोग को आगे बढाने में मदद मिलेगी इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। चीन ने अपने नये नेताओं की विदेश यात्राओं के लिए रूस और भारत को पहले गंतव्य के रूप में चुना है. चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने मार्च में ब्रिक्स सम्मेलन के लिए जाने के दौरान रूस की यात्रा करने का फैसला किया। वहीं ली ने अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए सबसे पहले भारत जाने का कार्यक्रम बनाया ताकि भारत को यह संदेश दिया जा सके कि चीन का नया नेतृत्व उसके साथ मैत्री संबंधों को आगे ले जाने को प्रतिबद्ध है ।
वहीं एक अन्य ख़बर के मुताबिक, विक्टरो गाओ चीनी नेता देंग शियाओपिंग के अनुवादक रह चुके हैं और काफी प्रभावशाली माने जाते हैं. गाओ के मुताबिक, दोनों देशों के बीच ऊर्जा और रेल यातायात को लेकर काफी संभावनाएं हैं. दोनों देशों के बीच हो रहा व्यापार अभी चीन के पक्ष में है. भारत को द्विपक्षीय व्यापार में अभी करीब 1.5 लाख करोड रूपये से ज्यादा का घाटा हो रहा है, भारतीय व्यापार जगत के प्रतिनिधियों से मिलते वक्त दोनों देशों की ओर से इस बात की कोशिश हुई कि चीन के बाजार में भारत बेहतर ढंग से कैसे पहुंचे।
वेइतुंगः अब अन्य विषयों पर श्रोताओं के पत्र और ईमेल।
सबसे पहले पढ़ते हैं, सीतामढ़ी, बिहार के आजम लिस्नर्स क्लब के महबूब आलम का पत्र। उन्होंने अपने पत्र में कहा कि मैं सीआरआई का पुराना एवं नियमित श्रोता हूं। हमारे इलाके में आपका प्रोग्राम स्पष्ट सुनाई देता है। मैं आपको पहले भी पत्र लिख चुका हूं, लेकिन आप लोगों ने कोई जवाब नहीं दिया। अनुरोध है कि मेरे क्लब को प्रोग्राम गाइड, ऐतिहासिक इमारतों की फोटो के अलावा श्रोता सामग्री भेजने का कष्ट करेंगे।
महबूब अलाम जी, आपका पता पहले से ही हमारी सूची में शामिल है। आपको संबंधित सामग्री मिल जाएगी।
इसी तरह हमसे पत्र-व्यवहार बनाए रखें। धन्यवाद।
अनिलः वहीं नैहाती ,पश्चिम बंगाल के श्रोता माधव चंद्र सागौड़ ने अपने पत्र में कहा कि चीन के अल्पसंख्यक जाति की स्कूली सुविधा पर जानकारी बेहद पसंद आयी ।आपका पत्र मिला में श्रोताओं के प्रश्नों के जवाब भी अच्छे लगे। सागौड ने हमें रेडियो रूस की कार्यक्रम सूची भी भेजी ।इससे हमें रेडियो रूस के बारे में अधिक जानकारी मिली । धन्यवाद ।
वेइतुंगः बिहार के शियोहर जिले के महात्मा गांधी श्रोता संघ के अध्यक्ष मुकुंद तिवारी ने हमें दो फोटो भेजे हैं। एक फोटो उनकी पासपार्ट साइज की है। दूसरी फोटो में उनके क्लब के अन्य दो श्रोता अमित तिवारी और अजीत तिवारी हैं। फोटो के लिए धन्यवाद । फोटो देखकर लगता है कि आप तीनों युवा हैं, अगले पत्र में अपने बारे में विस्तृत जानकारी दें तो अच्छा रहेगा। धन्यवाद।
अनिलः फैजाबाद, उत्तर प्रदेश के राम कुमार रावत लिखते हैं कि सीआरआई के पुराने श्रोताओं में हमारा भी नाम है। सबसे पहले मैं पंकज श्रीवास्तव का आभारी हूं, जिन्होंने मेरा इंटरव्यू लिया था । मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि सीआरआई हमारा इंटरव्यू लेगा। वहीं आपकी पसंद प्रोग्राम हमारे क्लब के सभी लोगों का पसंदीदा प्रोग्राम है। इसमें जो रोचक जानकारी की जाती है, वह बहुत ही पसंद आती है ।गीत भी अच्छे सुनाये जाते हैं। पर हमारे पत्र बहुत कम शामिल किये जाते हैं, क्या बात है ऐसा करने के पीछे ।
अनिल जी ,पिछले साल आप इस कार्यक्रम के होस्ट थे, आप बता सकते हैं। देखिए राम कुमार जी हमारी पूरी कोशिश होती है, अधिक से अधिक श्रोताओं के पत्र शामिल करने की। फिर भी कभी आपका पत्र शामिल नहीं हो पाया तो माफी चाहते हैं। हो सकता है, कभी पत्र देर से मिलते हों या आपने वहीं सांग बार-बार हमें भेजे हों। फिर भी आगे पत्र भेजते रहिएगा। धन्यवाद।
वेइतुंगः राम कुमार रावत के पत्र के बाद बारी है, आजमगढ़, यूपी के श्रोता असलम के पत्र की। वे लिखते हैं कि 22 अप्रैल को समाचार और सामयिक वार्ता सुनी यह प्रोग्राम मुझे बहुत पसन्द आया। देश-विदेश के समाचारों में ताज़ा व आवश्यकजानकारी और विषय शामिल किए जाते हैं। अगर साप्ताहिक प्रोग्राम चीन का भ्रमण में भारत से गये पर्यटकों का साक्षात्कार लिया जाए, तो अच्छा रहेगा। इससे हमें पता चलेगा कि चीन भारतीय लोगों को कितना प्रभावित कर रहा है। वैसे चीन का तिब्बत कार्यक्रम बहुत अच्छा लगता है। श्याओथांग इस प्रोग्राम को बेहतर ढंग से तैयार कर हम तक पूरी जानकारी पहुंचाती हैं, इसके लिए आपका धन्यवाद।
अनिलः अब शामिल करते हैं कि पश्चिम बंगाल से न्यू हॉराइजन रेडियो लिस्नर्स क्लब के रविशंकर बसु का पत्र। इसमें क्लव के सदस्य लिखते हैं कि हम सीआरआई के प्रचार-प्रसार में जुटे हैं। पिछले साल की तरह गत् 7 अप्रैल को भी हमारे क्लब द्वारा सीआरआई रक्तदान शिविर का आयोजन किया। इसमें 37 महिलाओं के साथ साथ 80 लोगों ने रक्तदान किया था। हमारा मक़सद इसके ज़रिए गरीब और ज़रूरतमंद लोगों की मदद करना है। इसके साथ ही हमने लोगों का निःशुल्क हेल्थ चेक-अप भी करवाया।
इसमें इस बार विशेष अतिथि के रूप में पश्चिम बंगाल के कृषि एबं शिशु कल्याण राज्यमंत्री बेचाराम मन्ना जी उपस्थित थे। वहीं कोलकाता में नियुक्त चीन के कोंसल जनरल चांग ली चुंग ने हमें फोन कर शुभकामना दी।
मैं सीआरआई की ओर से हॉराइजन क्लब का धन्यवाद अदा करता हूं।
वेइतुंगः वहीं ऑल इंडिया सीआरआई लिस्नर्स एसोसिएशन के विधान चंद्र सान्याल ने भी पत्र भेजा है। वे लिखते हैं कि पेइचिंग में 25 अप्रैल को भारत की शाही शान नामक प्रदर्शनी का आयोजन हुआ। जिसमें भारत की शानदार शाही कला, जैसे चित्र, कसीदा और सजावट से जुड़ी वस्तुएं प्रदर्शित की गई। सीआरआई के माध्यम से यह जानकारी पाकर बहुत अच्छा लगा। उम्मीद है कि इस तरह के कार्यक्रमों से चीन और भारत के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान बढ़ेगा।
अनिलः वेइतुंग जी, हाल के दिनों में पाकिस्तान में चुनाव हुए, जिसमें नवाज शरीफ़ की पार्टी को जीत मिली है। इस बारे में हमें झारखंड के श्रोता एस.बी.शर्मा ने पत्र लिखा है। वे लिखते हैं कि पाकिस्तान के दिग्गज नेता, मियां नवाज शरीफ ने हालिया आम चुनावों में एकतरफा जीत दर्ज की। और सरकार बनाने के प्रबल दावेदार के रूप में उभरी है, इन चुनावों से साफ हो गया कि किसी भी मुल्क़ की जनता खूनखराबा, आतंकवाद, अशिक्षा, मानवाधिकार हनन और महिलाओं पर अत्याचार आदि नहीं चाहती है। पाक जनता इस बात की जीती-जागती मिसाल है। सीआरआई सहित दुनिया भर की समाचार एजेंसियों ने यह खबर दी कि खून खराबे और बिस्फोटों के बीच बड़ी संख्या में लोग मतदान के लिए अपने घरों से बाहर निकले। मौत का खौफ़ भी उनके चेहरे पर नहीं था, यह इस बात का प्रतीक है कि पाकिस्तान की जनता बदलाव चाहती है, इसी उम्मीद में नवाज शरीफ़ की पार्टी को वोट दिए।
गौरतलब है कि पाक पाकिस्तान जनता गरीबी भुखमरी और आतंकवाद आदि से त्रस्त है, अब वह इन बुराईयों को सहन नहीं कर सकती है। वैसे नवाज शरीफ़ से लोगों को बहुत उम्मीदें हैं, लेकिन उनके सामने चुनौतियां भई कम नहीं हैं। देखना है कि वे किस तरह इन मुश्किलों से पार पाते हैं।
वेइतुंगः अब मेरे हाथ में ढोली सकरा, बिहार से दीपक कुमार दास का पत्र है। उन्होंने सामयिक चर्चा प्रोग्राम के अंतर्गत भारतीय विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद की पेइचिंग यात्रा पर पर अनिल पांडेय जी द्वारा प्रस्तुत भेंटवार्ता सुनी। इसमें सलमान खुर्शीद ने कहा कि चीन और भारत के बीच प्राचीन मैत्री संबंध हैं। हम सभी श्रोताओं को पता है कि चीनी प्रसिद्ध भिक्षु ह्वेन त्सांग 7वीं सदी में बौद्ध धर्म की शिक्षा प्राप्त करने के लिए भारत आये थे और एक दशक बिहार के नालंदा में प्रवास किया था ।ह्वेन त्सांग ने थांग राजवंश में पश्चिम की यात्रा नामक पुस्तक भी लिखी थी। यह पुस्तक भारत के इतिहास का मूल्यवान सामग्री है, जो चीन भारत मैत्री का प्रतीक है। चीनी सामाजिक विज्ञान अकादमी के शोधकर्ता वांग शु युंग ने अपनी पुस्तक भारत की दुनिया में आ जाओ प्रकाशित की, जिसमें चीनी और भारतीय मित्रों का विशेष ध्यान केंद्रित किया गया था। भारतीय विदेश मंत्री खुर्शीद ने बडी अच्छी बात कही कि सीआरआई के श्रोताओं ने चीन और भारत के बीच मैत्री के पुल की स्थापना की है, जो एक महत्वपूर्ण बात है। सीआरआई की हिंदी सेवा ने पिछले कई वर्षों में चीनी और भारतीय जनता की पारस्परिक समझ एवं मैत्री के लिए अहम योगदान दिया है।
धन्यवाद।