श्रोता दोस्तो ,हमारे कुछ सक्रिय श्रोताओं ने हाल ही में दिल्ली में एक मिलन बैठक आयोजित की ,जिस में विभिन्न राज्यों के 13 प्रतिनिधियों ने भाग लिया ।उन्होंने हिंदी सेवा के कार्यक्रमों पर विचार विमर्श किया और अपने सुझाव व राय पेश की ।यह कार्यक्रम उन श्रोताओं द्वारा अपने से आयोजित था ,जिस से सी आर आई से उन की गहरी भावना जाहिर हुई । हम इस गतिविधि और उन श्रोताओं की बातों से काफी प्रभावित हुए ।हम उन को धन्यवाद देते हैं ।आज के इस कार्यक्रम में हम इस मिलन समारोह का पहला भाग प्रस्तुत करेंगे ,पर पहले कुछ श्रोताओं के ई मेल व पत्रों के मुख्य अंश सुनिए ।
उत्तर प्रदेश के सैदापुर अमेठी के श्रोता अनिल कुमार द्विवेदी ने अपने ई मेल में कहा कि सुन्दर तथा विशाल पतंगो के चित्र के साथ आपकी रिपोर्ट पढने को मिली।
मुझे पता ही नहीँ था कि मुम्बई मेँ 25 वीँ पतँग प्रतियोगिता आयोजित हुई थी।सी आर आई से इसकी खबर पाकर बहुत खुशी मिली।
40 से अधिक देशोँ से आयेँ लगभग 100 प्रतियोगियोँ ने इसमेँ हिस्सा लिया।
प्रतियोगी अपनी रंग बिरंगी पतंग व वेशभूषा के साथ शामिल हुए थे।
हम यहाँ रहकर भी इस प्रतियोगिता को जान नहीँ पाये और CRI दूर से हमारे लिए खबर खोज लाया।सुन्दर चित्रोँ और रिपोर्ट के लिए सी आर आई को बहुत बहुत धन्यवाद।
आलमी रेडियो लिसनर्स क्लब के श्रोता मोहम्मद असलम ने अपने पत्र में कहा कि आज मंगलवार जनवरी ८, २०१३ आज का समाचार पंकज से सुना पंकज सही मायने में अच्छी आवाज़ और अंदाज़ वाले संवाददाता हैं जो सी.आर.आई को महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं , देश विदेश के ढेर सारे समाचार सुनकर हमें भी खुशी होती है ऐसे समाचार के लिए हम आपके आभारी हैं । समाचार के दौरन भारत मे पांच आरोपियों के खिलाफ़ मुकदमा और फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में हो रही सुनवाई के बारे में मै आज आप को यह ध्यान दिलाना चाहता हूं कि फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट क्या है । लोगों ने यह नया नाम सुना है यह कब बनाया गया और इससे महिलाओं को कितना लाभ होगा ज़रुर बतायें. एक बात और यह है आज दुनिया भर में गर्ल और ब्वाय फ़्रेंड का नाम देकर प्यार के नाम पर बलात्कार होता है ,लेकिन इसके लिए कोई भी दंड नहीं हैं । इस की बात पर भी जानकारी दें ।
आज का साप्ताहिक कार्यक्रम न्युशिंग स्पेसल मे हेमा और जानकारी बिल्कुल सटीक थी । इस प्रोग्राम मे अब थोडा धुन में बदलाव करना चाहिये ।भारत चीन मैत्री की आवाज़ में पंकज ने ऐसे लोगों के साथ परिचय कराया , जो दुनिया भर का दौरा कर रहे हैं । प्रोग्राम बहुत पसन्द आया ।
नई दिल्ली के श्रोता नीरज ने अपने पत्र में कहा कि अपेक्षा के अनुरूप आप की साईट अभी भी पूरी तरह से रेडियो का विकल्प नहीं बन पायी है ।आपके हिंदी सेवा के साईट पर दिखने वाला रेडियो टैब पूरी तरह से कारगर और उपयोगी नहीं है । रेडियो के बने टैब पर क्लिक करने के साथ ही सप्ताह के अलग अलग दिनों के नाम तो दिखते हैं , लेकिन उस पर क्लिक करने के साथ ही कोई भी रेडियो या इससे जुडी सामग्री उपलब्ध नहीं हो पाती । आप से नम्र निवेदन है कि इस दिशा में और व्यावहारिक कदम उठायें ।आपके श्रोताओं का एक बड़ा समूह रेडियो को नियमित रूप से नहीं सुन पाता है , तब रेडियो एक मात्र विकल्प के रूप में दिखता है लेकिन अफसोस की वहां भी निराशा ही दिखती है । ख़ुशी होगी यदि इस दिशा में कोई कारगर कदम उठायें,
आंध्र प्रदेश के गौतमी नगर के नियमित श्रोता राम कृषण प्रसाद ने अपनी चिट्ठी में कहा कि हमें आप के द्वारा भेजी गयी अंक 34 का श्रोता वाटिका प्राप्त हुई ।जिस के लिए आप को धन्यवाद ,जिस में संपादक की बातें---संपादक लिली जी द्वारा संपादित श्रोता वाटिका का इस अंक हमें बहुत पसंद आया ।लिली जी के संपादन का काम बहुत कामयाब रहा ।भारतीय युवा प्रतिनिधि मंडल की चीन यात्रा की विशेष जानकारी और सी आर आइ के संवाददाताओं की तिब्बत यात्रा पर बहुत विस्तृत जानकारी पढ़कर बहुत ज्ञानवर्धक लगी ।
गुजराट के श्रोता वी डी वाकवाना ने अपने पत्र में कहा कि आप का कार्यक्रम सब से अलग है दिल को छू जाता है ।मुझे सी आर आई के सभी कार्यक्रम बहुत ही पसंद हैं । उन में आप सभी का प्यार महसूस होता है जो मेरे दिल को सुकून देता है ।आप के कार्यक्रम लाजवाब होते हैं ,जिस में मुझे चीन के बारे में बहुत महत्वपूर्ण जानकारी हासिल होती है। आप के कार्यक्रम सुनकर मुझे लगता है कि मैं चीन में हूं और अलग अलग शहर में पर्यटन कर रहा हूं। वी डी वाकवाना ने चिट्ठी में चीनी अक्षर में हमारे रेडियो का पूरा नाम भी लिखा है। इस से जाहिर होता है कि उनको चीनी भाषा में बहुत रुचि भी है ।
अनिलः श्रोता दोस्तो , हमें नए साल पर श्रोताओं की ओर से ग्रीटिंग कार्ड भी मिल रहे हैं। ऐसे ही दो कार्ड भेजे हैं, स्वर्गीय मीनू रेडियो श्रोता क्लब, गल्लामंडी, गोलाबाज़ार गोरखपुर, यूपी के श्रोता बद्री प्रसाद वर्मा अंजान, बिट्टू वर्मा, यीशू वर्मा, विक्की, मोनू, सत्यम वर्मा, नवरत्न वर्मा, मंगल वर्मा, शकुंतला अनजान, सरिता वर्मा, पिंकी वर्मा, श्वेता, माया, सावित्री, मीरा और रुचि वर्मा आदि ने। वे लिखते हैं कि सीआरआई हिंदी विभाग के सभी कर्मचारियों को नया साल मुबारक।
हम आप सभी के आभारी हैं कि आप लोग सीआरआई को इतना प्यार करते हैं, और वाकई में आपने जो कार्ड भेजा है, उसे देखकर हमें बहुत खुशी हुई है। आगे भी यूं ही हमसे जुड़ें रहें।
इसके बाद मेरे हाथ में जो पत्र है, उसे भेजा है पवन श्रोता संघ, डिलियां रोड कोआथ बिहार से, प्रमोद कुमार केशरी ने। वे लिखते हैं कि मैं सीआरआई का पुराना श्रोता हूं, उनकी शिकायत आपका पत्र मिला और सवाल-जवाब कार्यक्रम को एक साथ मिलाने को लेकर है। कहते हैं इससे प्रोग्राम में अब पहले की तरह ज्यादा श्रोताओं को मौके नहीं मिल रहे हैं। हालांकि प्रमोद जी का कहना है कि उन्हें चीन का तिब्बत कार्यक्रम पसंद है, साथ ही टॉप फाइव प्रोगाम सुनना भी अच्छा लगता है।
प्रमोद जी सबसे पहले हमें पत्र भेजने और सुझाव देने के लिए धन्यवाद। जहां तक आपकी शिकायत है कि हमने दो कार्यक्रमों को एक साथ मिला दिया, तो मैं कहना चाहूंगा कि सीआरआई में समय-समय पर प्रोग्राम बदलते रहते हैं। फिर भी हम अधिक से अधिक श्रोताओं के पत्रों को शामिल करने की कोशिश करते हैं। धन्यवाद ।
दोस्तो, अगला पत्र आया है, कैलाश नगर, नारनौल हरियाणा से, इसे भेजने वाले श्रोता हैं उमेश कुमार शर्मा। हालांकि यह पत्र पिछले वर्ष सितंबर महीने का है। वे लिखते हैं, समाचारों के पश्चात सामयिक वार्ता में भारत-चीन शैक्षिक आदान-प्रदान पर वार्ता सुनने को मिली। दोनों देशों के बीच इस तरह के मेलजोल से मैत्री अवश्य बढ़ेगी। उम्मीद है कि भारत में चीनी शिक्षकों की संख्या में इजाफा होगा, वहीं चीन में भारतीय शिक्षकों की।
इसके अलावा उन्होंने खेल जगत कार्यक्रम में वेइ तुंग और अनिल द्वारा लंदन पैराओलंपिक खेल, भारत-न्यूजीलैंड टेस्ट सीरीज, फुटबाल और नेहरू कप की चर्चा सुनी। जो कि जानकारी से पूर्ण थी। वहीं न्यूशिंग स्पेशल में हेमा जी द्वारा मॉडल कपिल जी से बातचीत सुनी, जो कि रोचक लगी। जबकि मैत्री की आवाज में पंकज जी द्वारा योग गुरू मोहन सिंह भंडारी से भी वार्ता सुनी। इसके माध्यम से हम चीन में उनके अनुभवों से परिचित हुए। हालांकि कहते हैं कि आपने योग गुरू से यह सवाल नहीं पूछा कि वे योग की शिक्षा किस प्रकार देते हैं।
लीजिए दोस्तो प्रोग्राम को आगे बढ़ाते हुए पढ़ते हैं अगला पत्र। इसे भेजने वाले श्रोता हैं कलेर बिहार से, मो. आसिफ ख़ान। वे कहते हैं कि मैं हिंदी सेवा का नियमित और पुराना श्रोता हूं। आपके यहां से प्रसारित सभी प्रोग्राम नियमित रूप से सुनता रहता हूं। समय की कमी के कारण आपको टाइम पर पत्र नहीं लिख पाता हूं। उसका मुझे खेद हैं। इन दिनों सीआरआई से प्रसारित सभी प्रोग्राम अच्छे चल रहे हैं। कहते हैं कि आपने नए वर्ष का कैलेंडर श्रोताओं को नहीं भेजा। आखिर इसकी क्या वजह है। आपसे अनुरोध है कि पहले की ही तरह कैलेंडर भेजा करें।
देखिए आसिफ जी इस बार कैलेंडर की कमी है, फिर भी हम श्रोताओं की डिमांड पर कुछ दिनों के बाद श्रोता वाटिका के साथ छोटे कैलेंडर भेजेंगे।
इसके बाद अब हम जो पत्र पढ़ने जा रहे हैं, वह आया है ढोली सकरा, बिहार से, हालांकि यह पत्र भी पिछले साल का है। वे लिखते हैं कि 28 सितंबर को खेल जगत के अंतर्गत अनिल पांडे की हेमंत रस्तोगी जी से लंदन ओलंपिक पर चर्चा सुनी। लेकिन हम श्रोताओं का दिल 2008 में हुए बीजिंग ओलंपिक ने जीता। बीजिंग ओलंपिक में 204 देशों व क्षेत्रों से आए खिलाड़ियों ने अपना असाधारण प्रदर्शन व बेहतरीन खेल भावना दर्शाई। जो आज भी श्रोताओं के दिल में ताज़ा है। दीपक जी बीजिंग ओलंपिक से पूरी तरह जुड़े हुए हैं, वे लिखते हैं कि उस ओलंपिक का नारा एक ही दुनिया एक ही सपना का लक्ष्य पूरे विश्व के सामने आया। साथ ही ओलंपिक का उद्घाटन समारोह भी बेहतरीन था।
अब मेरे हाथ में जो पत्र है, उसे भेजा है, औरेया, यूपी के श्रोता कालका प्रसाद जी ने। वे लिखते हैं कि पूर्व में पंकज श्रीवास्तव जी से आपका पत्र मिला प्रोग्राम सुना। मेरा पत्र भी शामिल किया गया। वहीं दीपक कुमार दास और अनिल ताम्रकार का पत्र भी शामिल हुआ। वहीं परशु राम जी से फोन वार्ता सुनी, काफी अच्छी लगी।
कालका जी सीआरआई को इस तरह का पत्र लिखने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। उम्मीद करते हैं कि आगे भी आप यूं ही हमें पत्र भेजते रहेंगे।
कालका जी के पत्र के बाद हम शामिल कर रहे हैं मालवा रेडियो लिस्नर्स क्लब, रतलाम, मध्य प्रदेश के श्रोता लक्ष्मण लाल और अमर लाल जी का पत्र। इसके साथ ही उन्होंने अपने कई साथियों के नाम भी लिखे हैं, जिसमें बलवंत वर्मा, विक्रम मालवीय, शंभू लाल गहलोत, शंकर लाल, गोकुल, दलपत सिंह और रामकुमार रावत।
वे लिखते हैं कि मैं सीआरआई का नियमित श्रोता हूं। आपका पत्र मिला प्रोग्राम सुना। इसमें आपकी आवाज ऑनलाइन के तहत श्रोता नरेंद्र जागीर से बातचीत अच्छी लगी। आप श्रोताओं को फोन लगाकर उनसे बातचीत करते हैं, उनकी बातें हम तक पहुंचाते हैं, यह हमें बहुत पसंद आती हैं। उनकी एक शिकायत भी है, कहते हैं कि आप सभी श्रोताओं से बात करते हैं, लेकिन मुझसे नहीं।
नरेंद्र जी हम आपकी शिकायत पर गौर करेंगे और हमारी कोशिश होगी कि आपसे ज़रूर बात की जाय।
पत्र लिखने के लिए शुक्रिया।
इसके बाद हम पढ़ेंगे, एक नए श्रोता का पत्र, जो हैं, डां प्रदीप मिश्रा, बालाघाट मध्य प्रदेश से। सबसे पहले सभी लोगों को मेरी ओर से सादर नी हाव। कहते हैं कि पिछले कुछ महीनों से मैं अपने लिए एक घर बना रहा हूं। इसलिए मैं ठीक से सीआरआई के प्रोग्राम नहीं सुन पा रहा हूं। जल्द ही मैं आपके सभी प्रोग्राम सुनने लगूंगा। प्रदीप जी आपका यह पत्र पुराना है। हमें उम्मीद है कि अब तक आप सीआरआई के प्रोग्राम फिर से सुन रहे होंगे। हमें आगे भी पत्र लिखते रहें।
(दोस्तो ,यह प्रारूप टेक्सट है ,जो रेडियो कार्यक्रम से कुछ अलग है)