श्रोता दोस्तो ,नये साल के उपलक्ष्य हमें बहुत बधाई संदेश मिले ।इस के प्रति हम आप लोगों को धन्यवाद देते हैं ।इन बधाई संदेशों से हमें बहुत खुशी है ।क्योंकि मीडिया के लिए श्रोताओं की प्रतिक्रिया सब से महत्वपूर्ण है ।इस से हमें प्रेरणा भी मिला ।नये साल में हम कार्यक्रम सुधारने के लिए पूरी कोशिश करेंगे ।व्यक्तिगत शक्ति सीमित है ,पर सामूहिक शक्ति असीमित है ।आशा है कि आप हमें मदद और समर्थन देते रहेंगे ।अब हम कुछ श्रोताओं के ई –मेल और पत्र के मुख्य अंश सुनाएंगे । उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद के इण्टरनेशनल फ्रेण्डस क्लब के पुराने श्रोता रवि श्रीवास्तव ने अपने ई मेल में कहा ,आप सभी को नए साल की दिली और हार्दिक मुबारकबाद। नया साल नयी खुशियों के साथ सुख, समृद्धि और बेहतर स्वास्थ्य दे यही मंगलकामना है। सीआरआई के श्रोता बन्धुओं के बीच मैत्री और प्यार बढ़े, सफलताओं के नए द्वार खुलें इसी भावना और विश्वास के साथ एक बार पुनः आप सभी का हार्दिक अभिनन्दन!
आजमगढ यू पी के श्रोता मोहम्मद असलम ने अपने ई मेल में कहा , आप सभी को हार्दिक बधाइया और नया साल मुबारक । आप को आज मै यह बताना चाहता हूं कि आप लोगों के साथ मैं मेरा क्लब सदा रहेगा और आप को पत्र भी भेजेगा । २०१३ का पहला प्रोग्राम आप का पत्र मिला वेइतुन्ग और अनील भई से सुना ।अच्छा लगता है और आगे सुनने की इच्छा भी है । ऐसा लगता है एक बार पुनं श्रोताओं का दौर आ गया है जब भाइ वेई तुन्ग दिल्ली मे थे तो श्रोताओं को बहुत आनंद आया कई पार्टियां दीं जिसमे श्रोताओं ने जमकर भाग लिया और बेईतुन्ग भाई का स्वागत किया ।आज वह दौर हमारे साथ है और रहेगा यकीन है आप सदा साथ रहेंगे.
हमारे पूराने श्रोता सुरेश अग्रवाल ने अपने ई मेल में कहा ,5 जनवरी शाम साढ़े छह बजे के ताज़ा समाचार बुलेटिन में चीन में सार्वजनिक यातायात को सुचारू बनाने सार्वजनिक परिवहन को प्राथमिकता दिए जाने सम्बन्धी चीनी राज्य परिषद् के प्रस्ताव के बारे में जान कर अच्छा लगा। इससे न केवल अनावश्यक भीड़-भड़क्के से निजात मिल सकती है बल्कि यह किफ़ायती भी है। तिब्बत, छिंगहाई तथा सिञ्चेन क्षेत्र के लोगों के लिए रोज़गार के अधिक अवसर जुटाने बीजिंग विश्वविद्यालय में आयोजित मेला; चीन-नेपाल सम्बन्धों पर नेपाल में आयोजित विशेष बैठक; भारत में गैंगरेप सम्बन्धी ज्वलन्त मुद्दे की विस्तृत चर्चा; भारतीय रक्षा-मंत्री एके अंथनी 22 जनवरी से दो दिवसीय यात्रा पर म्यांमार जायेंगे; उत्तरी बांग्लादेश में कड़ाके की ठण्ड ने ली कइयों की जान; पाकिस्तान द्वारा ड्रोन हमलों की कड़ी निंदा तथा इस मसले पर पाक-अमरीका के बीच वार्ता की सम्भावना; जापानी उपविदेशमंत्री म्यांमार के दौरे पर तथा अलास्का में 7 से अधिक तीव्रता वाला भूकम्प आदि खबरें भी बुलेटिन में काफी अहम् रहीं।साप्ताहिक "आपकी फ़रमाइश आपकी पसन्द" के तहत लिलीजी के साथ पंकज श्रीवास्तवजी की आवाज़ का विशेष आकर्षण रहा। कार्यक्रम में प्रसारित छहों पसन्दीदा नगमे रुचिकर लगे।विशेषकर, शास्त्रीय संगीत पर आधारित मन्नाडे की आवाज़ में फ़िल्म "मेरे हुज़ूर" का गाना-"झनक-झनक तोरी बाजे पायलियाँ-----सुना, तो उसके साथ मेरा मन-मयूर भी झूम उठा। और हाँ, जीन मैपिंग के ज़रिये ब्रिटिश वैज्ञानिकों द्वारा किचन और गमलों में पैदा की जा सकने वाली टमाटर की विशेष किस्म का ज़िक्र पहली बार सीआरआई पर ही सुना। धन्यवाद् स्वीकार करें।
यू पी बिजनोर के श्रोता प्राची रंधीर और मंगूलाल विजय कुमार रंधर ने हमें एक लंबा ई मेल भेजकर इधर कुछ हफ्ते के कार्यक्रमों पर चर्चा की ।उन्होंने कहा,
आपकी वेबसाइट अक्सर देखती रही हूँ ,कई प्रतियोगिताएं में भी भाग लिया है। बौद्ध मठ की प्रतियोगिता में मुझे तीसरा पुरस्कार घोषित हुआ है।मुझे यह जानकार बहुत ख़ुशी है। पुरस्कार मिलने पर आपको सूचित करूंगी
मैंने रेडियो पर विगत तीन दिनों में कुछ कार्यक्रम सुने उन पर अपनी प्रतिक्रिया आपको लिख रही हूँ।
1/1/2013-न्युशिंग स्पेशल और भी रोचक था . हेमा जी लगता है कार्यक्रमों में जान फूक देती हैं। सर्दी वर्णन बड़ा सजीव था, उन्होंने बीजिंग आने वालों को महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए। बीजिंग की सर्दी का बड़ा सुन्दर चित्र भी खींचा।
2/1/2013- श्रोता मंच में दो श्रोताओं से बातचीत की गई, एक श्री चुन्नीलाल और दुसरे श्री सुरेश अग्रवाल, एक निवर्तमान मानीटर और दुसरे नए नियुक्त मानीटर। पहले श्रोता के अनुभव मूल्यवान थे तो दुसरे श्रोता के सुझाव बेशकीमती थे। भेंट वार्ता बहुत अच्छी लगी।
3/1/2013- खुन्मिग के नए बने हवाई अड्डे के बारे में जानकारी सूचना प्रद दी। ओ माय गाड मै चाइना में हूँ - मुझे यादगार अंक लगा। मेरा हेमा जी की फैन बनना सार्थक है . वे कार्यक्रम को बिलकुल ऐसे अंदाज में पेश करती हैं कि सुनने वाला मंत्रमुग्ध हो सुनता है। श्री रवि शंकर बासु से उनकी बातचीन बहुत ही अनौपचारिक वातावरण में हुई उन्होंने बहुत महत्वपूर्ण सवाल पूछे , जिनमे श्रोताओं की स्वाभाविक रूचि हो सकती है। इस भेंट वार्ता के बहाने चीन की कई विशेषताओं से भी परिचय हो गया। जैसे वहां मिलने वाली चाय , चौप स्टिक से भोजन करना .
मैं आपको पहली बार विस्तार से पात्र लिख रही हूँ, हो सकता है इसमें त्रुटियाँ भी हों, कृपया उत्साह बढाए। और गलतियों को भी बताएं।
सभी भाई बहिनों को सादर अभिवादन, हेमा जी को विशेष रूप से नमस्कार, और धन्यवाद, रोचक प्रस्तितु तियों के लिए ।
पश्चिम बंगाल के सिलिगुरी के श्रोता असीम ज्योति घोष ने अपने पत्र में कहा ,
सबसे पहले, हमारे सबसे प्यारा कार्यक्रम- "आपका पत्र मिला" को सँभालने के लिए आप दोनों को धन्यवाद देने के साथ साथ मैं अपनी दिल से स्वागत भी करता हूँ. आप दोनों की सञ्चालन में नए साल की पहला "आपका पत्र मिला" कार्यक्रम सुना, बेहद अच्छा लगा. मैं आशा करता हूँ की आप दोनों ने हमारे इस खास कार्यक्रम को और भी उचाई तक ले जायेंगे.
मैं चाइना रेडियो इन्टरनेशनल के साथ दीर्घ समय से ज़ुरा हुआ हूँ। सी आर आई हिंदी कार्यक्रम की श्रोताओ के बिच पश्चिम बंगाल की हूगली जिला के बोम-नगर की रविशंकर बसु-जी आज जाने-पहचान नाम है। इस साल सी आर आई हिंदी विभाग की द्वारा आयोजित "तिब्बती बौद्धधर्म के प्रमुख मठ" पर सवाल-जवाब प्रतियोगिता की दौलत से विशेष विजेता की रूप में रविशंकर बसु-जी चीन दौरा करने की मौका मिलने पर जब आपकी देश में सफ़र (26 नवंबर, 2012 सोमवार) करने गया, तब एक भारतीय होने पर मुझे भी गर्व महसूस हुआ।
पश्चिम बंगाल के न्यू हराइजन रेडियो लिस्नर्स कल्ब के रविशंकर बसु व देबशंकर चक्रवर्ती ने अपने क्लब की एक गतिविधि का परिचय किया ।उन्होंने अपने पत्र में लिखा ,मैं सी आर आई - हिंदी विभाग के एक प्रशंसक केरूप में सी आर आई - हिंदी विभाग की प्रसार के लिए हमारे रेडियो क्लब की ओर से प्रचार करता रहता हूँ, जो हिंदी विभाग अच्छी तरह वाकिफ है | पिछले 23 दिसंबर,2012 रविबार क्लब की कुछ सदस्य विशेषकर मेरा क्लब की सक्रिय सदस्य देबशंकर चक्रवर्ती का नेतृत्य में सी आर.आई-हिन्दी विभाग के प्रचार -प्रसार अभियान के लिए हुगली जिला के सिंगुरमें आयोजित 16 वां सिंगुर पुस्तक मेला में गया ।सिंगुर पुस्तक मेला भ्रमणार्थियों की दृष्टि से हुगली जिला का सबसे बड़ा पुस्तक मेला है। जिसका आयोजन प्रति वर्ष शीत काल में सिंगुरमें किया जाता है। यहाँ पुस्तकों को आम जनता पढ़ सकती है, देख सकती है । पुस्तकों काजीवन में महत्वपूर्ण स्थान है।
उत्तर प्रदेश के सैदापुर अमेठी के पुराने श्रोता दोस्त अनिल कुमार द्विवेदी ने अपने ई मेल में कहा ,चीनी राष्ट्राध्य्क्ष का नववर्ष सन्देश सुनने को मिला,
"हाथ मेँ हाथ डालकर विश्वशान्ति और समान विकास की ओर" ।चीनी राष्ट्राध्य्क्ष श्री हू चिन थाओ ने अपने आप मेँ एक अतुलनिय सन्देश दिया है। उनके विचार "हाथ मेँ हाथ डालकर" अर्थात पडोसियोँ तथा अन्य मित्रोँ के साथ मिलकर कार्य करेँ तथा एक दूसरे का सहयोग करेँ और ये सच है कि आज के इस दौर मेँ आपसी समझ के साथ विश्व शान्ति को प्राप्त किया भी जा सकता है।
इसी के साथ हू चिन थाओ जी ने यह भी कहा कि असमान विकास से हमेँ सावधान भी कर रहे हैँ।आज विश्व मेँ जहाँ जहाँ अशान्ति है उसका असली कारण ये असमान विकास ही है।
यदि हू चिन थाओ जी के सन्देश को दुनिया अमल मेँ लाती है तो निश्चित ही मानव जाति को लाभ मिलेगा।
विश्व के लिए कल्याणकारी शान्ति और समान विकास प्राप्त करना अत्यन्त आवश्यक है।नववर्ष 2013 की आप लोगोँ को भी ढेर सारी शुभकामनाऐँ।
झाडखंड के श्रोता एस बी शरमा ने अपने ई मेल में कहा ,नव बर्ष के उपलक्ष में आपने अनेको कार्यक्रम आयोजित किया है और उसे इंटरनेट पर भी पोस्ट किया है जिसमे चीनी राष्ट्रध्यक्ष का नव वर्ष का संबोधन तथा सिआर आई के डिरेक्टर का नए साल का सुभकामना सन्देश है जिसे आप रेडियो पर सुनाने के साथ सी आर आई के साईट पर भी पोस्ट किया जो काफी उत्साहित करने वाला कदम है I सी आर आई में बिदेशी कर्मचारियों के लिए नव बर्ष पर विशेष कार्यक्रम आयोजित होता है और हिंदी बिभाग ने भी आपने साथियों के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जो काबिले तारीफ है , इस इवेंट का फोटो भी आप दिए है जिसमे अनिल जी हेमा जी आनन्दित होते तथा कार्यक्रम का मजा लेते दिखाई दे रहे है चंद्रिमा जी है किसी भी संस्था के लिए उसके कर्मचारी अमूल्य धरोहर है यदि इन्हें खुश रखे तो काफी आउट पुट मिल सकता है यह कदम काफी सराहनीय है।
इसी क्रम में पेश है, खैरपुर, सिंध पाकिस्तान के श्रोता, आज़म अली सूमरू का पत्र। उन्होंने नए साल की शुभकामनाएं भेजी हैं, कहते हैं कि सीआरआई के तमाम कार्यक्रमों से जुड़े रहने का कारण न सिर्फ चीन के बारे में जानकारी व ज्ञान हासिल करना है, बल्कि दुनिया की राजनीतिक परिस्थिति व वैज्ञानिक आविष्कारों आदि के बारे में समाचार हासिल करना भी है। आप इतना अहम कार्य कर रहे हैं, इसके लिए हम सभी श्रोता आपके आभारी हैं। आपके द्वारा पेश किए जाने वाले सभी कार्यक्रम मनोरंजक व ज्ञानवर्धक होते हैं। ऐसे में मेरा चीन व सीआरआई के साथ संबंध गहरा होता जा रहा है।
आज़म जी आप सीआरआई से पेश होने वाले प्रोग्राम को इतने ध्यान से सुनते हैं, इसके लिए आपका शुक्रिया। उम्मीद करते हैं कि आप आगे भी यूं ही हमसे पत्र व्यवहार जारी रखेंगे।
अब मेरे हाथ एक ऐसा पत्र है, जिसे भेजा है अशोक बजाज ने उन्होंने अपनी भावनाएं, कविता के माध्यम से व्यक्त की है। लिखते हैं, मानवता का धर्म नया है।
धूप वही है, रूप वहीं है।
सूरज का स्वरूप वही है,
केवल उसका प्रकाश नया है,
किरणों का अहसास नया है,
दिन वही है, रात वही है,
इस दुनिया की, बात वही है,
केवल अपना विश्वास नया है,
जीवन का आभास नया है,
रीत वही है, गीत वही है,
जीवन का संगीत वही है,
केवल उसमें राग नया है,
मित्रों का अनुराग नया है
नाव वही है, पतवार वही है
बहते जल की रफ्तार वही है
नदी का केवल किनारा नया है
इसके बाद जो अगला पत्र हम शामिल कर रहे हैं, उसे भेजने वाले श्रोता हैं, महात्मा गांधी रेडियो लिस्नर्स क्लब, पिपराही, ज़िला शिवहर बिहार से, मुकुंद कुमार। उन्होंने सीआरआई को कुछ सुझाव भेजे हैं। वे कहते हैं कि, मैं सीआरआई का एक सक्रिय श्रोता हूं, मैं आपको कुछ सुझाव देना चाहता हूं, आशा है कि आप इस पर गौर करते हुए अपने प्रोग्राम में कुछ बदलाव करेंगे। कहते हैं कि मेरा मकसद कार्यक्रमों में कुछ नयापन लाना है। इसके साथ ही श्रोताओं की पसंद और नापसंद पर भी गौर करेंगे, तो आपके कार्यक्रमों की सुंदरता में चार-चांद लग जाएंगे।
हर शनिवार को प्रसारित होने वाला कार्यक्रम आपकी पसंद की कोई आवश्यकता नहीं है, बॉलीवुड के हिंदी सांग तो हमेशा स्थानीय रेडियो में बजते रहते हैं, इसके बजाय आप बच्चों से संबंधित कार्यक्रम या कोई प्रोग्राम पेश किया करें।
इसके साथ ही प्रतियोगता का आयोजन वर्ष में कम से कम 3 से 4 बार करें।
इसके साथ ही उन्होंने एक और सुझाव दिया है, लिखते हैं कि सीआरआई में एक एसएमएस सेवा जल्द ही शुरू करें, ताकि श्रोताओं को सीआरआई के कार्यक्रमों के बारे में और बेहतर जानकारी मिल सके।
देखिए, मुकुंद जी, आपने हमें कई सुझाव भेजे हैं, इसके लिए आपका धन्यवाद, जहां तक आपकी पसंद प्रोग्राम को बंद करने का सुझाव है, मैं कहना चाहूंगा, हमारे कई अन्य श्रोता इस कार्यक्रम को बेहद पसंद करते हैं। ऐसे में अभी तो इसे बंद करने का सवाल ही नहीं उठता। फिर भी आपके सुझाव पर ध्यान देंगे। वहीं एसएमएस सेवा शुरू करने के बारे में विचार किया जाएगा।
आप इसी तरह हमें सुझाव भेजते रहेंगे।
अगला पत्र पश्चिम बंगाल से आया है, इसे भेजने वाले श्रोता हैं, ऑल इंडिया सीआरआई लिस्नर्स एसोसिएशन, ढाका कॉलोनी से बिधान चंद्र सान्याल। सान्याल जी लिखते हैं कि सीआरआई के सभी कर्मचारियों को नव वर्ष 2013 की शुभकामनाएं। लिखते हैं कि मुझे 6 जनवरी को पेश कार्यक्रम आपकी पसंद बहुत अच्छा लगा। जिसमें विश्व की तमाम चटपटी व रोचक जानकारी दी गई थी, इसके लिए अनिल जी, पंकज जी व लिली जी को बहुत-बहुत धन्यवाद। वे कहते हैं कि मुझे आपकी पसंद, आपका पत्र मिला आदि प्रोग्राम बहुत अच्छे लगते हैं। बिधान जी सीआरआई के प्रोग्राम यूं ही सुनते हुए हमारा उत्साह बढ़ाते रहें। धन्यवाद।
वहीं ग्वालियर मध्य प्रदेश के श्रोता, ज्ञान सिंह कुशवाहा ने भी नए साल का बधाई संदेश हमें भेजा है।
आज के इस कार्यक्रम में इतना ही,हालांकि हमारे पास अब भी कई पत्र हैं, लेकिन समय के अभाव में हमें आज का कार्यक्रम यहीं समाप्त करना पड़ेगा और जिन श्रोताओं के पत्र हमने इस बार के कार्यक्रम में शामिल नहीं किये हैं, उनके पत्र अगले कार्यक्रम में शामिल करेंगे। उन्हें निराश होने की कोई आवश्यकता नहीं है। अब हमें आज्ञा दें नमस्कार।