अनिलः आपकी पसंद सुनने वाले सभी श्रोताओं को अनिल का नमस्कार। दोस्तो हम फिर आ गए हैं आपकी फरमाईश के गाने व कुछ मज़ेदार बातों के साथ। उम्मीद है आपको हमारा नया अंदाज पसंद आ रहा होगा।
लिलीः श्रोताओं को लिली का भी नमस्कार।
अनिलः दोस्तो आज के इस प्रोग्राम में बात करेंगे बॉलीवुड व फिल्मी दुनिया की। इसके-साथ आप सुनेंगे 7 सांग। जी हां...7 हिट सांग।
चलिए अब इंतजार किस बात का है, करते हैं प्रोग्राम का आगाज़।
सांग....1... मुकद्दर का सिकंदर फिल्म से, बोल है, ओ साथी रे
सांग....2... फिल्म दे दनादन से, बोल हैं, क्यों.पैसा पैसा करती है
सांग...3... मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी फिल्म से, बोल हैं चुरा के दिल मेरा गोरिया चली
सांग...4... दिल्ली 6 फ़िल्म से, बोल है मसकली
सांग....5... तेज़ाब फिल्म से, सांग के बोल हैं, कह दो कि तुम हो मेरी
सांग....6.... फालतू फिल्म से, गीत के बोल हैं चार बज गए
सांग....7... थैंक्यू फिल्म का गीत, बोल हैं प्यार दो प्यार लो
अनिलः दोस्तो हमें आपके फरमाइशी पत्रों का इंतजार रहेगा, आपको ये प्रोग्राम कैसा लगता है, हमें जरूर लिखिएगा, आपके लिए पत्र या हमारी वेबसाइट दोनों ऑप्शन उपलब्ध हैं, उम्मीद है कि आप अगले पोग्राम के अपनी पसंद के सांग जल्द ही हमें भेजेंगे, तो अब देर किस बात की है, उठाईए पैन या फिर सीधे जाइए सीआरआई की वेबसाईट पर, और लिख भेजिए अपनी पसंद के सांग। लेकिन इस उम्मीद के साथ कि अगले हफ्ते इसी समय, इसी दिन आपसे फिर मुलाक़ात होगी। तब तक के लिए, हमें इज़ाजत दें...बाय-बाय, नमस्ते, शब्वा खैर, अलविदा।