अनिलः आपकी पसंद सुनने वाले सभी श्रोताओं को अनिल का नमस्कार। दोस्तो हम फिर आ गए हैं आपकी फरमाईश के गाने व कुछ मज़ेदार बातों के साथ। उम्मीद है आपको हमारा नया अंदाज पसंद आ रहा होगा।
ललिताः श्रोताओं को ललिता का भी नमस्कार।
अनिलः दोस्तो आज के इस प्रोग्राम में हम आपको बॉलीवुड से जुड़ी कुछ रोचक ख़बरों से रूबरू करवाएंगे। साथ ही आप सुनेंगे पेइचिंग में भारतीय फिल्मकारों के साथ बातचीत के अंश और 6 सांग। हां तो अब इंतज़ार किस बात का, करते हैं प्रोग्राम का आगाज, वो पहली बार जब हम मिले।
अनिलः दोस्तो आपने विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांज का नाम तो सुना ही होगा। उन्होंने अपनी खोजी वेबसाइट व केबल लिंक के जरिए पूरी दुनिया में तहलका मचाकर रख दिया था। भारत हो या अमेरिका सभी देशों की सरकारें असांज से घबराने लगी थी, यहां तक कि उनके खिलाफ कई आरोप भी लगाए गए। मगर अब भारत में उन पर आधारित एक फिल्म बनाने की योजना चल रही है। जी हां फिल्म निर्देशक मणि शंकर का यही प्लान है। इसके लिए वह असांज से मिलने दो बार लंदन भी जा चुके हैं। यह फिल्म सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत जानकारी हासिल करने में लगे लोगों की कहानी बयां करेगी। मणि इससे पहले विदेश में जमा काले धन की वापसी को लेकर संजय दत्त और इरफान खान की फिल्म नॉक आउट बना चुके हैं। दोस्तो इस बारे में आगे बात करेंगे पहले सुनते हैं ये सांग, इसे हम पेश करने जा रहे हैं फिल्म खेल-खेल में से, बोल हैं एक मैं और एक तू। इस गीत को सुनने के ख्वाहिशमंद हैं बटिंडा पंजाब से अशोक ग्रोवर, परवीन ग्रोवर, नीती ग्रोवर, पवनीत और विक्रमजीत ग्रोवर आदि श्रोता।
अनिलः आप सुन रहे हैं सीआरआई से आपकी पसंद प्रोग्राम और मैं हूं अनिल।
ललिताः प्रोग्राम का अगला सांग हमने लिया है, लकी फिल्म से, गीत के बोल हैं हाय रामा-रामा हो। इसे सुनना चाहते हैं पैठण महाराष्ट्र से प्रकाश पगारीया, पराग पगारीया, केशव पटेल, प्रीति भंडारी, प्रतीक्षा भंडारी, सरल प्रकाश, सुरेश जाधव व अनिता जाधव आदि श्रोता।
अनिलः हां तो दोस्तो आप हमारे साथ बने रहिए, पहले सुनते हैं नेक्स्ट सांग, फिल्म दिल्ली-6 से, गीत के बोल हैं मसकली, मसकली। इसे पसंद करने वाले श्रोता हैं इस्लामनगर आर्य बाज़ार से रतनदीप आर्य, बिपिन बिहारी वाष्र्णेय, राघव, कुलदीप, कपिल कुमार, संजय चौधरी, सुमित मित्तल व डां. स्वास्तिक जैन।
अनिलः ललिता व अनिल के साथ आप सुन रहे हैं आपकी पसंद प्रोग्राम।
अनिलः दोस्तो आपको कैसा लग रहा है प्रोग्राम, हम पूरी कोशिश करते हैं कि नए व पुराने दोनों तरह के सांग पेश किए जाएं, लेकिन कुछ श्रोता हमेशा ही पुराने या वहीं गाने बार-बार सुनने की फरमाईश करते हैं। हमें उम्मीद है कि आप इस बात पर गौर करेंगे। हमारे जो श्रोता शहरों में रहते हैं वे हमारी वेबसाइट पर भी सीधे अपनी पसंद लिख सकते हैं। हमारी वेबसाइट का पता है हिंदी डॉट सीआरआई डॉट सीएन।
ललिताः दोस्तो प्रोग्राम को आगे बढ़ाते हुए सुनते हैं अगला सांग शोले फिल्म से, गीत के बोल हैं ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे। इसे सुनने की फरमाईश भेजी है, शिवाजी चौक कटनी मध्य प्रदेश से अनिल ताम्रकार, अमर ताम्रकार, संतोष शर्मा, रज्जन रजक, राजू, दिलीप वर्मा व पंचू सोनी आदि श्रोता।
अनिलः दोस्तो देखते ही देखते आज का प्रोग्राम समाप्त होने वाला है। चलिए अब आखिर में सुनते हैं हावड़ा ब्रिज़ फिल्म का गीत, बोल हैं मेरा नाम चिन-चिन-चिन। इस गीत को सुनने के ख्वाहिशमंद हैं एटा से दीपक शाक्य, ज्योति शाक्य, अंकित, अशोक, विनोद व अजय आदि श्रोता।
अनिलः दोस्तो इसी के साथ हमारे जाने का वक्त आ गया है। आपसे फिर मुलाकात होगी, कुछ नयी मज़ेदार बातों व सांग्स के साथ। नेक्स्ट वीक इसी टायम इसी डे, तब तक के लिए हमें इज़ाजत दें, बाय-बाय, नमस्ते, शब्वा खैर, अलविदा।