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आपकी पसंद 2011-11-12
2011-11-19 18:05:22

अनिलः आपकी पसंद सुनने वाले सभी श्रोताओं को अनिल का नमस्कार। दोस्तो हम फिर आ गए हैं आपकी फरमाईश के गीत व कुछ मज़ेदार बातों के साथ। उम्मीद है आपको हमारा नया अंदाज पसंद आ रहा होगा।

ललिताः श्रोताओं को ललिता का भी नमस्कार।

अनिलः दोस्तो आज के इस प्रोग्राम में हम आपको कुछ चटपटी व रोचक बातों से रूबरू करवाएंगे। साथ ही बातें होंगी फिल्मी दुनिया की भी। इसके साथ-साथ आप सुनेंगे 6 स्पेशल सांग। चलिए अब इंतजार किस बात का, करते हैं प्रोग्राम का आगाज़।

अनिलः दोस्तो यह साल कला व संगीत जगत के लिए काफी स्तब्धकारी रहा है। जहां पिछले महीने हमने ग़जल सम्राट जगजीत सिंह को खोया, वहीं पिछले सप्ताह भारतीय संगीत जगत के एक और महान गायक, संगीतकार, गीतकार व फिल्मकार भूपेन हज़ारिका भी अब हमारे बीच नहीं रहे हैं। हज़ारिका व जगजीत के लाखों प्रशंसकों के लिए काफी दुख समय है, संगीत व कला जगत में इसके साथ ही एक युग का भी अंत हो गया है, अब इस शून्य को भरना आसान नहीं होगा। पिछले शनिवार को मुंबई के एक अस्पताल में 85 वर्षीय हजारिका का निधन हो गया। वे पिछले कुछ महीनों से बीमार चल रहे थे। 8 सितंबर 1926 को असम के सादिया में जन्म में हजारिका को गीत संगीत से बचपन से ही लगाव था। दस साल की खेलने-कूदने की उम्र में ही उन्होंने अपना पहला गीत लिखा और उसे गाया भी, असमिया फिल्मों से वे बचपन से ही जुड़ गए थे। उन्होंने हिंदी सिनेमा में कई गीत गाए। राजस्थान की पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म रूदाली का सर्वाधिक लोकप्रिय गीत, दिल हूम-हूम करे घबराए, आज भी लोगों के दिल में बसा हुआ है। चलिए प्रोग्राम का अगला सांग हम भूपेन हजारिका को ही डेडिकेट कर रहे हैं, जो उन्होंने रुदाली फिल्म में गाया था।

ललिताः असमिया भाषा में बनी दूसरी फिल्म इंद्रमालती के लिए उन्होंने 1939 में काम किया। एक बहुमुखी प्रतिभा के धनी भूपेन को दक्षिण एशिया के बेहतरीन जीवित सांस्कृतिक दूत में से एक माना जाता था। उन्होंने कविता लेखन, पत्रकारिता, गायकी व फिल्म निर्माण आदि कई क्षेत्रों में काम किया।

अनिलः इतना ही नहीं हजारिका ने गंगा व बिहू के गीतों में भी अपनी आवाज दी। 1992 में उन्होंने दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया, वहीं 2001 में भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण के सम्मान से भी नवाजा गया। इसके अलावा भी वे कई अन्य पुरस्कारों के हक़दार बने। फिल्म गांधी टू हिटलर में उन्होंने महात्मा गांधी के प्रसिद्ध भजन वैष्णव जन को भी अपनी आवाज दी। चायना रेडियो इंटरनेशनल से आप सुन रहे हैं आपकी पसंद प्रोग्राम और मैं हूं अनिल। आज हम याद कर रहे हैं भूपेन हजारिका को।

अनिलः दोस्तो अभी हम याद कर रहे थे, महान गायक, संगीतकार व फिल्मकार भूपेन हजारिका को। चलिए अब बालीवुड व दूसरी बातों पर नजर डालते हैं। बताया जाता है कि सलमान खान ने क्रिकेटर युवराज सिंह को अपनी एक ऐक्शन-कॉमेडी फिल्म में हीरो बनने का ऑफर दिया है। साथ में यह भी कहा जा रहा है कि हीरोइन के तौर पर शत्रुघ्न सिन्हा की बेटी सोनाक्षी को लिया जा सकता है। हालांकि युवराज अपने क्रिकेट करियर पर ज्यादा ध्यान देना चाहते हैं लेकिन सलमान उन्हें फिल्मों में खींच लाएं तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए। युवराज सिंह के बॉलिवुड में सलमान के अलावा कई अच्छे दोस्त भी हैं।

ललिताः एक्स गर्लफ्रेंड किम शर्मा की वजह से बॉलिवुड पार्टियों में युवराज की एंट्री हुई और फिर वह अक्सर फिल्मी हस्तियों के साथ देखे जाने लगे। बाद में उनका नाम दीपिका पादुकोण से भी जुड़ा लेकिन यह रिश्ता ज्यादा दिनों तक परवान नहीं चढ़ पाया। वैसे, उनकी मां शबनम सिंह भी पंजाबी फिल्मों की ऐक्ट्रेस रह चुकी हैं। दोस्तो चर्चा आगे भी जारी रहेगी, पहले सुनते हैं प्रोग्राम का नेक्स्ट सांग, जिसे हमने लिया है मुग़ल-ए-आज़म फ़िल्म से, बोल हैं जब प्यार किया तो डरना क्या। इस गीत को सुनना चाहते हैं चांदनी चौक दिल्ली से राधा-रानी खंडेलवाल, मनीष खंडेलवाल, चिराग, अमन व उमर, वहीं मऊ नाथ भंजन यूपी से इसी गीत की फरमाईश भेजी है इरशाद अंसारी, मुसरत जहां, शमशाद अहमद, फैज़ अहमद आदि श्रोताओं ने।

अनिलः दोस्तो हमें एक लंबा खत भेजा है बिहार के श्रोता जसीम अहमद ने। वे लिखते हैं कि अनिल जी व ललिता जी द्वारा प्रसारित कार्यक्रम काफी मनोरंजक होता है। मैं इस प्रोग्राम को नियमित रूप से सुनता हूं, और लैटर भी लिखता रहता हूं। भले ही आप लोग मेरी पसंद का गीत नहीं सुनवाते हों, यह प्रोग्राम बहुत पुराना है और मैं लंबे समय से सुनता आया हूं। मैं आज तक करीब दस हज़ार गीतों की फरमाईश लिखकर भेज चुका हूं और आगे भी भेजता रहूंगा। आप लोग बड़ी मेहनत से कार्यक्रम पेश करते हैं, इसके लिए आप सभी को धन्यवाद। जसीम जी आप सीआरआई के प्रोग्राम के बारे में इतनी रुचि रखते हैं, इसके लिए आपका धन्यवाद। जहां तक आपके पसंद के गीत न सुनवाने की बात है, तो मैं यह बता दूं कि हम पूरी कोशिश करते हैं वहीं गीत या एक ही तरह के गीत बार-बार रिपीट न हों। उम्मीद करते हैं कि आप आगे भी यूं ही हमें पत्र लिखते रहेंगे।

ललिताः हां तो आज आपकी शिकायत दूर कर देते हैं और सुनते हैं ये गीत। हम-तुम फ़िल्म से, बोल हैं सांसों को सांसों में ढलने दो जरा। इस गीत की फरमाईश की है रॉयल लिस्नर्स क्लब ढोली सकरा बिहार से जसीम अहमद, विनीता कुमारी, लवली कुमारी, शोभा कुमारी, श्वेत कमल, संजय दुबे आदि श्रोताओं ने।

अनिलः अब बात हॉलीवुड की कर लेते हैं। हमेशा चर्चाओं में रहने वाली हॉलीवुड एक्ट्रेस लिंडसे लोहान अपनी गलतियों की वजह से एक बार फिर जेल पहुंच गई हैं। उन्हें 30 दिन की सजा सुनाई गई है। वेबसाइट 'कांटेक्ट म्युजिक डॉट कॉम' के मुताबिक, प्रोबेशन के दौरान लोहान को नियमों के उल्लंघन का दोषी पाए जाने के बाद लास एंजेलिस काउंटी की एक कोर्ट ने एक महीने की सजा सुनाई है। लोहान को अपने काम निपटाने के लिए कई दिनों की छूट दी गई थी।

ललिताः अब मेरे हाथ में जो पत्र है इसे भेजने वाले हैं, यूपी राम चबूतरा कालपी से, जाकिर मंसूरी, शरीफ मंसूरी, शविस्ता, पलक, अलमीरा, कल्लू, सोनू, मोनू, गोलू, राज, लकी व यश आदि श्रोता। इन्होंने किशोर कुमार द्वारा गाए गए ब्लैक मेल फ़िल्म के गीत, पल-पल दिल के पास तुम रहती हो, सुनने की फरमाईश की है।

अनिलः दोस्तो इसी गीत के साथ हमारे जाने का वक्त आ गया है। आपसे फिर मुलाकात होगी, कुछ नयी मज़ेदार बातों व सांग्स के साथ। नेक्स्ट वीक इसी टायम इसी डे, तब तक के लिए हमें इज़ाजत दें, बाय-बाय, नमस्ते, शब्वा खैर, अलविदा।

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