《 सवाल जवाब 》के अन्तर्गत मुंगेर बिहार के मण्टु कुमार ठाकुर के इस सवाल कि चीन कब स्वतंत्र हुआ ? का जवाब दिया जाएगा ।
भाइयो, चीन हमेशा स्वतंत्र रहा है। किसी के अधीन नहीं हुआ था। वर्ष 1949 में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में चीन लोक गणराज्य की स्थापना हुई। तब चीन पुराने कोमिंगतांग सरकार के कुशासन से मुक्त हुआ।
वैसे आप जानते होंगे कि चीन एक प्राचीन सभ्यता वाला देश है। खुदाई में प्राप्त जीवाश्मों से सिद्ध है कि आज से कोई 16 लाख साल पूर्व ही चीन की भूमि पर मानव ने अपने पदचिन्ह छोड़ दिए थे। ईसा से 5 सदियां पहले मध्य चीन में रहने वाले हान जाति ने सामंती समाज में प्रवेश किया था। अब तक चीन का लिखित इतिहास कोई 5 हजार साल पुराना है। ईसा से 221 वर्ष पूर्व छिन राजवंश की स्थापना हुई,जिस ने चीन का एकीकरण किया था। ईस्वी सन् 618 मे थांग राजवंश स्थापित हुआ। उस के शासनकाल में चीन पूर्वी एशिया में सर्वाधिक समृद्धिशाली देश था। चीन का अंतिम राजवंश छिंग था। उसी दौरान चीन की अधोगति होने लगी थी। सन् 1840 से ब्रिटेन आदि साम्राज्यवादी ताकतों ने चीन पर आक्रमण शुरू कर दिया और चीन क्रमश: एक अर्ध-सामंती और अर्ध-उपनिवेशी देश बन गया। फिर भी वह किसी विदेश के अधीन नहीं हुआ। सन्1911 में डाक्टार सुन यात-सेन के नेतृत्व में हुई क्रांति ने छिंग राजवंश का तख्ता उलट दिया और चीन गणराज्य स्थापित हुआ था। लेकिन सत्तारुढ़ पार्टी कोमिंगतांग के कुशासन तले जनता मुसीबतों की चक्की में पिस रही थी। उस के विरूद्ध संघर्ष चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने ही छेड़ दिया था। सन्1949 में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की अगुवाई में चीन कोमिंगतांग शासन से मुक्त हुआ और चीन लोक गणराज्य की स्थापना हुई। इस प्रकार चीन के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ा ।
यह भजनपूरा दिल्ली के मुकेश कुमार का सवाल है कि चीन में भी स्पा बाथ होता है?
हां,चीन के बड़े शहरो में स्पा बाथ होता है। आम तौर पर क्लियोपेट्रा मिल्क बाथ और राँयल हमाम जैसे स्पा बाथ भी बाजार में आसानी से उपलब्ध हैं।
सदियां पहले, रोम में चोट लगने पर या थकान दूर करने के लिए योद्धाओं को जड़ी-बूटियों से भरे तालाब में स्नान कराया जाता था,धीरे धीरे यह पद्धति राजसी स्नान का हिस्सा बनी और पूरी दुनिया में फैल गई। इस में दूध,फूल,एरोमा के साथ कई तरह की जड़ी-बूटियों को मिलाकर स्नान कराया जाता है। आज के दिन अगर आप भी फूलों की तरह अपने आसपास खूबसूरती की छाप छोड़ना चाहते हैं , तो फूलों के रस और फूलों की पंखुड़ियों से भरे जावनीज एरोमा बाथ या फ्लाँवर डस्ट बाथ का आनन्द ले सकते हैं। ये स्नान आम से कुछ खास हैं। इन का सब से बड़ा फायदा यही है कि आप का पूरा शरीर स्फूर्ति से भर जाता है और आप में गजब की सुगंध भी आने लगती है। कोई भी व्यक्ति आम जीवन में अगर स्नान की इन पद्धतियां अपना ले, तो कई बीमारियों से वह छुटकारा पा सकता है।
रामपुराफुल पंजाब प्रदेश के बलवीर सिंह और कोआथ बिहार के किशोर कुमार केशरी ने यह सवाल पूछा है कि चीन के कितने देशों के साथ राजनयिक संबंध है?
2007 के अंत तक चीन विश्व के 170 देशों के साथ राजनयिक संबंध स्थापित कर चुका है. दक्षिण एशिया में चीन-भारत का राजयनिक संबंध 1 अप्रैल 1950 को,चीन-पाक राजनयिक संबंध 21 मई 1951 को,चीन-नेपाल राजनयिक संबंध 1 अगस्त 1955 को, चीन-श्रीलंका राजनयिक संबंध 7 फरवरी 1957 को और चीन-बांगलादेश राजनयिक संबंध 3 अक्तूबर 1975 को कायम हुए.
1 अक्तूबर 1949 को चीन लोक गणराज्य की स्थापना से मई 1951 तक मात्र एक साल से अधिक समय के अंतराल में चीन ने क्रमश: 19 देशों के साथ राजनयिक संबंधों की स्थापना की थी. इन में भारत भी शामिल है.1 अप्रैल 1950 को चीन औऱ भारत के बीच राजनयिक संबंध कायम हुए.अप्रैल 2005 में चीन और भारत ने आपसी राजनयिक संबंधों की स्थापना की 55वीं वर्षकांठ धूमधाम से मनाई. चीनी प्रधान मंत्री वन च्या-पो ने नयी दिल्ली में आयोजित एक संबंधित समारोह में भारतीय प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह के साथ शुभ का प्रतीक वाले दीप को प्रज्ज्वलित किया और कहा कि चीन और भारत एक दूसरे के निकट पड़ोसी और दोस्त है.दोनों के बीच आवाजाही का इतिहास बहुत पुराना है,जो 2000 वर्षों से भी ज्यादा पुराना है. वर्तमान इतिहास में चीन और भारत दोनों देशों की जनता ने राष्ट्रीय स्वतंत्रता तथा जनमुक्ति के लिए संघर्षों में एक दूसरे से हमदर्दी रखकर एक दूसरे की मदद की. श्री वन च्या-पो ने यह भी कहा कि वर्ष 2003 में दोनों देशों के प्रधान मंत्रियों द्वारा हस्ताक्षित चीन-भारत संबंधों के सिद्धांतों व पूर्ण सहयोग संबंधी घोषणा-पत्र इस बात का प्रतीक है कि चीन-भारत संबध विकास के एक नए दौर में दाखिल हो गया है.