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ला पा त्योहार
2012-09-03 20:19:44

चीनी पंचांग के अनुसार, दिसम्बर माह ला व्येई भी कहलाया है। आठ दिसम्बर को ला बा त्योहार मनाया जाता है। ला बा त्योहार चीन की हान जाति का परम्परागत त्योहार है और वह वसंत त्योहार की पूर्व बेला में एक त्योहार माना जाता है।

कहा जाता है कि ला बा त्योहार सब से पहले पुराने चीन की एक पूजा रस्म से शुरु हुआ था। प्राचीन काल से ही चीनी लोग कृषि को बड़ा महत्व देते हैं। लोगों का मानना था कि कृषि की उपज में वृद्धि ईश्वर द्वारा की जाती है, इसलिए, हर बार अच्छी फसल होने पर लोग ईश्वर की पूजा करने की एक शानदार रस्म का आयोजन करते थे, यह पूजा ला जी भी कहलाते थी।ला जी रस्म के बाद लोग एक साथ भोजन करके त्योहार मनाते थे। धीरे-धीरे ला जी की रस्म पूर्वजों की पूजा करने के एक प्रमुख त्योहार के रुप में विकसित हुई। ईसा सदी पांच से चीन सरकार ने चीनी पंचांग के अनुसार, हर वर्ष के आठ दिसम्बर को ला बा त्योहार निश्चित किया।

बौद्ध धर्म के चीन में प्रवेश होने के बाद, चीनी लोगों ने आठ दिसम्बर को बुद्ध शाक्यमुनि के बुद्ध बनने की कहानी बनायी।कहानी इसी तरह हैः बुद्ध बनने से पहले, शाक्यमुनि ने अनेक वर्षों के लिए तपस्या और साधना की जिस से वे बहुत कमजोर हो गये। एक बार, उन की मुलाकात एक लड़की से हुई। लड़की ने उन्हें पीने के लिए कुछ दूध दिया। धीरे-धीरे शाक्यमुनि स्वस्थ होने लगे।और वे बोधि-वृक्ष के नीचे बैठकर तपस्या करते रहे। और आठ दिसम्बर को आखिरकार उन्हें ज्ञान का बोध हुआ और वे बुद्ध बनें। इस घटना की स्मृति में बौद्ध धर्म के अनुयायी उस दिन चावल व फलों को मिलकर एक दलिया पकाते हैं और बुद्ध की पूजा करते हैं।

ला पा दलिया खाने का इतिहास एक हजार से ज्यादा वर्षों से लम्बा है। सब से पहले चीन के सुंग राज्यवंश में ला पा त्योहार के दिन, सरकारी भवनों या मंदिरों में ला पा दलिया पकाने का चलन शुरु हुआ। लोग घरों में ही ला पा दलिया पकाये थे और पूर्वजों की पूजा करते थे।और इस पर सब लोग एक साथ बैठकर हुए ला पा दलिया खाते थे।

ला पा दलिये की विविधतापूर्ण किस्में होती हैं। चूंकि चीनी भाषा में पा यानी आठ का अर्थ सौभाग्य की बात है,इसलिए, ला पा दलिये में आम तौर पर आठ चीजें होती हैं। ला पा दलिये में मुख्य चीज चावल है, चावल की भी अलग अलग किस्में होती हैं। उदाहरण के लिए छोटा चावल, बड़ा चावल, पीला चावल आदि आदि । चावल के अलावा, इस में लाल या हरे रंग की दांल डाली जाती है।

ला पा दलिये में चावल, दाल के अलावा अंगूर, नाशपाती आदि फल डालना भी जरुरी हैं। आप कल्पना कीजिए, कि सर्दी के मौसम में परिवार के लोग एक साथ मेज के इर्द-गिर्द घोरा डाल कर बैठे हों और स्वादिष्ट ला पा दलिया खा रहे हों तो कितना अच्छा लगेगा।

पेइचिंग के नागरिक ला पा त्योहार को वसंत त्योहार के आगमण की सूचना मानते हैं। ला पा त्योहार का दिन, पेइचिंग का हर परिवार ला पा दलिया खाता है।

ला पा त्योहार में दलिया खाने के अलावा, उत्तरी चीन में ला पा के लिए लहसुन बनाने का भी रिवाज़ है। महिलाएं लहसुन को सिरके में डालकर रखती है। पेइचिंगवासियों को नव वर्ष की पूर्व संध्या पर चाओत्ज़ खाते समय ला पा लहसुन खाने की भी आदत है।ला पा लहसुन हरे रंग का होता है और गहरे लाल सिरके में वह बहुत सुन्दर दिखाई देता है।

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