उप विदेश मंत्री ली पाओतोंग चीनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर 18 फ़रवरी को विएना में आयोजित ईरानी परमाणु मुद्दे से जुड़ी वार्ता में भाग लेंगे। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ह्वा छुनयिंग ने 17 फ़रवरी को यह बात कही।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में ईरान के परमाणु मुद्दे से जुड़ी वार्ता महत्वपूर्ण चरण में प्रवेश कर चुकी है। गत नवम्बर में छह देशों और ईरान के बीच पहले चरण के समझौते पर आम सहमतियां प्राप्त हुईं। इस वर्ष 20 जनवरी को पहले चरण का समझौता औपचारिक तौर पर कार्यान्वित हुआ, यह इस बात का द्योतक है कि ईरान का परमाणु मुद्दा सकारात्मक चरण में प्रवेश कर चुका है, ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम को सीमित करने का वादा किया। इसके बाद ईरान के खिलाफ़ लगाए गए प्रतिबंधों में ढील दी गई है।
ह्वा छुनयिंग ने कहा कि मौजूदा वार्ता वर्ष 2014 में पहली वार्ता होगी, जिस पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का बड़ा ध्यान केंद्रित होगा। वार्ता में हासिल सक्रिय कामयाबी को आगे बढ़ाना वार्ता व सहयोग के सकारात्मक रुझान को मजबूत बनाने और क्षेत्रीय शांति व स्थिरता कायम रखने के लिए लाभदायक होगा। इसके लिए विभिन्न पक्षों को समान कोशिश करनी चाहिए।
ह्वा छुनयिंग ने कहा कि वार्ता ईरान के परमाणु मुद्दे के समाधान का एकमात्र सही रास्ता है। इस मुश्किल सवाल के समाधान के लिए विभिन्न पक्षों को व्यवहारिक रुख अपनाना चाहिए, साथ ही शांतिपूर्ण तरीके से इसे हल करने का संकल्प भी मजबूत हो।
(श्याओ थांग)