14 फ़रवरी को चीन की यात्रा पर आये अमेरिकी विदेशमंत्री जॉन केरी के साथ वार्ता में चीनी विदेशमंत्री वांग यी ने दक्षिण चीन सागर की वर्तमान स्थिति पर चीन के मूल विचारों और नीतियों से अवगत कराया।
वांग यी के अनुसार पहला, दक्षिण चीन सागर की मूल स्थिति स्थिर है। आसियान देशों से चीन इस क्षेत्र में शांति बनाए रखने पर अडिग है। दूसरा, गत, वर्तमान और भविष्य में दक्षिण चीन सागर में जहाज़रानी की स्वतंत्रा और सुरक्षा का कोई सवाल नहीं है । हर देश को दक्षिण चीन सागर में जाहाज़रानी का कानूनी अधिकार है। तीसरा, चीन और आसियान देश दक्षिण चीन सागर में दक्षिण चीन सागर से जुडे विभिन्न पक्षों की आचार संहिता को संपूर्ण और कारगर रूप से अमल में लाने और व्यावहारिक समुद्री सहयोग मज़बूत कर रहे हैं। साथ ही इसके आधार पर इस संहिता को सफलता से बढ़ाने के लिये विचार-विमर्श भी किया जा रहा है। चौथा, दक्षिण चीन सागर के द्वीपों और आसपास के समुद्री क्षेत्र पर चीन की प्रभुसत्ता न्यायसंगत है, जिसके पर्याप्त ऐतिहासिक और कानूनी सबूत भी हैं।
1970 के दशक में कुछ देशों द्वारा चीन के नानशा द्वीप समूह के कुछ रीफ़ों पर गैर-कानूनी कब्ज़ा वर्तमान विवाद का कारण है। लेकिन चीन संबंधित देशों से प्रत्यक्ष तौर पर वार्ता करने और शांतिपूर्ण तरीके से विवादों का निपटारा करना चाहता है। (लिली)