चीनी विदेशमंत्री वांग ई ने 14 फरवरी को अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी से भेंट की। इस दौरान दोनों पक्षों ने कोरिया प्रायद्वीप की स्थिति पर विचार-विमर्श किया। वांग ई ने चीन के रुख पर प्रकाश डाला।
वांग ई ने बल देकर कहा कि चीन कोरिया प्रायद्वीप का पड़ोसी देश है। इसलिये कोरिया प्रायद्वीप पर बहुत ध्यान दिया जाता है। कोरिया प्रायद्वीप के नाभिकीयकरण पर रोक लगाने, कोरिया प्रायद्वीप की शांति और स्थिरता की रक्षा करने, शांति वार्ता द्वारा मामलों का समाधान करने पर चीन का रुख सतत और स्पष्ट है। हम कोरिया प्रायद्वीप में युद्ध जैसी स्थिति उत्पन्न करने की अनुमति नहीं देंगे। चीन का रुख गंभीर है। हम न सिर्फ ऐसा बोलते हैं, बल्कि ऐसा करते भी हैं। वर्तमान में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस अवसर से लाभ उठाकर जल्द ही वार्ता होगी। आशा है विभिन्न पक्ष दूरदृष्टि से काम करेंगे, लचीलापन अपनाकर स्थिति को बेहतर बनाने के लिये लाभदायक काम करेंगे, और 6 पक्षीय वार्ता को फिर से शुरु करने के लिये वास्तविक कदम उठाएंगे। ताकि कोरियाई नाभिकीय मामले का समाधान निरंतर और कारगर वार्ता के तरीके से किया जा सके। चीन अमेरिका समेत संबंधित पक्षों के साथ मिलकर इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता की रक्षा के लिये रचनात्मक भूमिका निभाएगा।
चंद्रिमा