चीन-श्रीलंका मुक्त व्यापार क्षेत्र (चीन-श्रीलंका एफ़टीए) की स्थापना के बाद यह एफ़टीए दोनों देशों के आर्थिक विकास की नयी शक्ति होगी। चीन की यात्रा के दौरान श्रीलंकाई विदेशमंत्री एंटोनिस पेइरिस ने चीनी मीडिया से साझात्कार में यह बात कही।
पेइरिस ने कहा कि विकास की सहायता क्षेत्र में चीन ने श्रीलंका की अर्थव्यवस्था को सबसे बड़ा योगदान दिया है। चीन ने श्रीलंका को ऋण दिया और श्रीलंका में अधिक महत्वपूर्ण बुनियादी सुविधा की परियोजनाओं के निर्माण का अनुबंध किया। श्रीलंका ने लक्ष्य निर्धारित किया कि वर्ष 2014 में श्रीलंका की आर्थिक विकास दर 7.5 प्रतिशत पहुंचेगी। श्रीलंकाई सरकार आर्थिक प्रोत्साहन की नीति के उपयोग से यह लक्ष्य प्राप्त करेगी। इसलिए चीन-श्रीलंका एफ़टीए के समझौता पर हस्ताक्षर जल्द करना बहुत महत्वपूर्ण है।
श्रीलंका पर्यटन बोर्ड के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक इस फरवरी में श्रीलंका जाने वाले पर्यटकों की कुल संख्या 1 लाख 46 हजार तक जा पहुंची, जिसमें चीनी पर्यटकों की कुल संख्या 10 हजार 7 सौ 79 रही, जिसने पिछली अवधि की तुलना में 223.9 प्रतिशत की वृद्धि की है। इस वृद्धि की राशि श्रीलंका के पर्यटन से जुड़े क्षेत्रों में सबसे अधिक है।
(हैया)