पिछले 26 वर्षों के तकनीकी अनुसंधान के बाद छिंगहाई तिब्बत पठार में विमानों से वृक्षारोपण के काम में सफलता हासिल हुई। संबंधित विशेषज्ञों ने 11 फरवरी को कहा कि समुद्र तल से बहुत ऊंचे और सर्द क्षेत्रों में विमानों के जरिए वन रोपण की तकनीक में यह एक रिकॉर्ड बन गया है।
बताया जाता है कि इस प्रकार की परियोजना वर्ष 1987 से शुरू हुई, सरकार द्वारा प्रदत्त 720 हैक्टेयर क्षेत्र में प्रयोगात्मक अध्ययन किया गया। प्रयोगशाला मुख्य तौर पर छिंगहाई प्रांत के सूखे, रेत और हवा केंद्रित क्षेत्र में स्थित है।
कृत्रिम वृक्षारोपण की तुलना में विमानों से वृक्षारोपण करने की अधिक विशेषता होती है, जो तेज़ होने के साथ-साथ इसमें संबंधित मज़दूरों की भी कम ज़रूरत होती है। सस्ता होने के अलावा वृक्षों की स्थिति भी अच्छी होती है। इस तरह विमानों के जरिए वन रोपण व्यापक मानव रहित क्षेत्र में किया जाता है।
(श्याओ थांग)