चीन और भारत के बीच हुई 2 दिवसीय सीमा वार्ता को रचनात्मक माना जा रहा है।
चीन व भारत ने आपसी विश्वास के निर्माण पर गहन रूप से विचार किया। दोनों पक्षों ने सीमा-रक्षा सहयोग समझौते के कुछ विषयों का कार्यान्वयन किया और सीमा से जुड़े सवाल के ढांचागत समझौते के मुख्य मुद्दों को निर्धारित किया। वर्तमान वार्ता में अहम उपलब्धियां हासिल हुईं। समाचार पत्र द हिंदू ने 11 फरवरी को इस बारे में रिपोर्ट जारी की।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि वर्तमान वार्ता के आयोजन का श्रेय पिछले साल में हुई चीन व भारत के प्रधानमंत्रियों की वार्ता में तैयार अच्छी व्यवस्था को जाता है। वार्ता से दोनों देशों के बीच सीमा मुद्दे के समाधान की कार्य व्यवस्था स्थापित हुई। वर्तमान वार्ता दोनों पक्षों के लिए लाभदायक है और उल्लेखनीय परिणाम हासिल होंगे।
(मीनू)