"हमें विश्वास है कि चीन भारत सीमा वार्ता में सक्रिय प्रगति हासिल होगी। ताकि दोनों पक्ष एक न्यायपूर्ण, युक्तियुक्त और समान स्वीकृत प्रस्ताव जल्द से जल्द प्राप्त कर सकें और चीन भारत संबंध के स्वस्थ और स्थिर विकास के लिए नया योगदान दें।"चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ह्वा छुनयिंग ने 11 फरवही को पेइचिंग में आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि इधर के दो दिनों में स्टेट कौंसिलर च्यांग चेछी और भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन की अध्यक्षता में चीन और भारत की सीमा मुद्दे से जुड़े विशेष प्रतिनिधियों की 17वीं वार्ता दिल्ली में आयोजित हुई। संबंधित स्थिति जल्द ही सार्वजनिक की जाएगी।
ह्वा छुनयिंग ने कहा कि चीन और भारत के सीमा मुद्दे से जुड़े विशेष प्रतिनिधियों की वार्ता व्यवस्था दोनों देशों द्वारा सीमा सवाल के समाधान में की गई अहम कोशिश है, पिछली 16 वार्ताओं में सक्रिय प्रगतियां हासिल हुईं।
चीनी प्रवक्ता के अनुसार पिछले वर्ष चीन-भारत संबंधों का फलदायी साल था। दोनों देशों के उच्च स्तीय नेताओं के बीच घनिष्ठ आवाजाही कायम हुई। चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग और भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दो बार वार्ता की, दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने 1954 के बाद से लेकर अब तक एक ही साल में पहली बार एक दूसरे देश की यात्रा की। इसके अलावा दोनों पक्षों ने बंग्लादेश-चीन-भारत-म्यांमार आर्थिक कॉरिडोर के निर्माण, रेलवे और औद्योगिक पार्क के निर्माण जैसे क्षेत्रों में आम सहमतियां हासिल कीं, जिससे चीन और भारत संबंधों का तेज़ विकास होगा।
(श्याओ थांग)