चीन भारत सीमा मामले के विशेष प्रतिनिधियों की 17वीं वार्ता 10 से 11 फरवरी तक दिल्ली में आयोजित हुई। चीनी पक्ष के विशेष प्रतिनिधि और चीनी स्टेट कौंसिलर च्यांग चेछी और भारतीय पक्ष के विशेष प्रतिनिधि और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन ने चीन भारत सीमा सवाल ,चीन भारत संबंध और समान रूचि वाले अंतरराष्ट्रीय व क्षेत्रीय सवालों पर व्यापक चर्चा की।
दोनों पक्षों का समान विचार है कि चीन और भारत ने इधर के कुछ साल सीमा वार्ता जारी रखते हुए सीमा से जुडे मतभेदों को प्रभावित रूप से नियंत्रित किय। जिसने द्विपक्षीय संबंधों के स्वस्थ व सुचारू विकास के लिए अनुकूल स्थिति तैयार की । दोनों पक्ष तय रोडमैप के मुताबिक सीमा मसले के समधान के राजनीतिक निर्देशक सिद्धांतों पर कायम रहकर न्यायपूर्ण ,युक्तियुक्त और दोनों पक्षों के लिए स्वीकार्य ढांचागत योजना ढूंढने के लिए समान कोशिश करने को तैयार हैं। सीमा सवाल के समाधान से पहले दोनों पक्ष सीमा मुद्दे से जुडी व्यवस्थाओं की भूमिका निभाकर सीमांत क्षेत्र की शांति व अमन चैन बरकरार रखेंगे।
दोनों पक्षों ने बताया कि चीन और भारत रणनीतिक सहयोगी साझेदार हैं । चीन-भारत संबंध मजबूत करना और समान विकास बढ़ाना दोनों देशों और दोनों देशों की जनता के समान हितों से मेल खाता है । दोनों पक्ष चीन और भारत दोनों बड़े बाजारों को जोड़ने के लिए रेलवे और औद्योगिक उद्यान के सहयोग, बंगलादेश-चीन-भारत-म्यांमार आर्थिक कॉरिडॉर और सिल्क रोड आर्थिक पट्टी के निर्माण को बढावा देंगे। इस साल दोनों पक्ष मिलकर चीन भारत मैत्री आदान प्रदान वर्ष भी मनाएंगे।
(वेइतोंग)