10 फरवरी को चीन-भारत सीमा मुद्दे के विशेष प्रतिनिधियों की 17वीं वार्ता का पहला दौर नई दिल्ली में आयोजित हुआ, जिस पर भारतीय मीडिया का ध्यान केंद्रित हुआ है।
समाचार पत्र द हिन्दू की रिपोर्ट के अनुसार 10 तारीख की वार्ता में भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन और चीनी स्टेट कौंसिलर यांग च्येछी ने दोनों देशों की सीमा, द्विपक्षीय संबंध और अन्य समान रुचि वाले क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर व्यापक चर्चा की।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने वार्ता के बाद आयोजित न्यूज़ ब्रीफिंग में कहा कि मौजूदा वार्ता भारत की वर्तमान सरकार और चीन के साथ सीमा मुद्दे को लेकर आयोजित अंतिम वार्ता है। भविष्य में भारत सरकार चीन के साथ सलाह मशविरे के जरिए सीमावर्ती मुद्दे के समाधान करती रहेगी।
रिपोर्ट में भारत स्थित चीनी राजदूत वेइ वेइ द्वारा हाल में प्रकाशित लेख के हवाले से कहा गया कि सीमा मुद्दा चीन भारत संबंध में मौजूद अपेक्षाकृत संवेदनशील सवाल है। मतभेद और फ़र्क मौजूद होने के बावजूद भविष्य में दोनों पक्षों के बीच लगातार रचनात्मक सहयोग जारी रहेगा। ताकि क्षेत्रीय शांति और अमनचैन की समान रुप से रक्षा की जा सके।
(श्याओ थांग)