ब्रिक्स देशों का पहला प्रौद्योगिकी और नवाचार मंत्रिस्तरीय सम्मेलन 10 फरवरी को केपटाउन में आयोजित हुआ। इसके बाद जारी केपटाउन घोषणा पत्र में ब्रिक्स देशों के बीच प्रौद्योगिकी और नवाचार के सहयोग के मुख्य क्षेत्र निर्धारित किये गये।
सम्मेलन में उपस्थित विभिन्न पक्षों ने जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक आपदाओं से निपटने, जल प्रदूषण और प्रदूषण नियंत्रण, जियोस्पेटियल टैक्नोलॉजी और ऍप्लिकेशन, नई ऊर्जा, पुनरुत्पादनीय ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता में सुधार, खगोल विज्ञान आदि प्रौद्योगिकी और नवाचार के सहयोग के मुख्य क्षेत्र निर्धारित किये गए। घोषणा पत्र में यह सुझाव भी पेश किया गया कि वर्ष 2014 में ब्राजील में होने वाले ब्रिक्स देशों के छठे शिखर सम्मेलन के दौरान ब्रिक्स देशों के प्रौद्योगिकी और नवाचार के सहयोग के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये जाएं।
चीनी प्रतिनिधिमंडल के नेता चीनी विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री वान कांग ने सम्मेलन में प्रौद्योगिकी नवाचार व संचालित विकास की रणनीति की ताजा प्रगति के बारे में जानकारी दी। साथ ही उन्होंने बुनियादी विज्ञान और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी, तकनीकी संसाधनों के समान उपभोग आदि क्षेत्रों में चीन व ब्रिक्स देशों के सहयोग पर सुझाव पेश किया।
(मीनू)