जापानी मीडिया संस्था एनएचके के एक उच्चस्तरीय अधिकारी नाओकी ह्याकुटा ने 3 फरवरी को सार्वजनिक रूप से नानजिंग नरसंहार घटना से इन्कार किया है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होंग लेइ ने 5 फरवरी को कहा कि जापान में कुछ लोग इतिहास को मिटाने और उस घटना पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं, जो अंतरराष्ट्रीय न्याय और मानवीय अंतरात्मा के लिए खुली चुनौती है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इसमें सावधानी बरतना चाहिए।
रिपोर्ट के अनुसार नाओकी ह्याकुटा के 3 फरवरी भाषण के अनुसार वर्ष 1938 में च्यांग काई शेक ने कहा था कि जापानी सैनिकों ने चीन के नानजिंग शहर में नरसंहार किया था, विश्व के विभिन्न देशों ने इस घटना की अनदेखी की थी क्योंकि नानजिंग नरसंहार बिल्कुल मौजूद नहीं है। युद्ध के बाद हुए टोक्यो ट्रायल में नानजिंग नरसंहार एकदम नजर आ गया क्योंकि अमेरिकी सेना ने इससे अपने अपराधों को मिटा दिया। इस बारे में जापानी डेमोक्रेटिक पार्टी के नीति सर्वेक्षण अध्यक्ष मित्सुरु सकुराई ने आलोचना करते हुए कहा कि नाओकी ह्याकुटा का कथन सामान्य ज्ञान से अलग है।
होंग लेइ ने कहा कि नानजिंग नरसंहार जापानी सैनिकों द्वारा चीन में किया गया क्रूर अपराध है, जिसके पुख्ता सबूत मौजूद हैं। इसपर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने अपनी प्रतिक्रिया दी थी। जापान में कुछ लोग इतिहास को मिटाने और उसपर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं, जो अंतरराष्ट्रीय न्याय और मानवीय अंतरात्मा के लिए खुली चुनौती है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सावधानी बरतना चाहिए। (मीनू)