फिलीस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास का भविष्य फिलीस्तीनी राज्य में इजराइल की सेना के बजाय नाटो सेना की तैनाती का सुझाव फिलीस्तीन और इजरायल के हितों के अनुरूप है। फिलिस्तीनी मुक्ति संगठन की कार्यकारिणी समिति के सदस्य हन्नान अशरावी ने 4 फरवरी को ये बात कही।
अशरावी ने उसी दिन फिलीस्तीनी मीडिया से सक्षात्कार में कहा कि अंतरराष्ट्रीय बलों को भविष्य में फिलीस्तीनी राज्य में तैनात होने की मंजूरी देने के पीछे फिलिस्तीन और इजराईल में शांति और क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखना है। उन्होंने कहा कि फिलीस्तीन भविष्य के लिये फिलीस्तीनी राज्य में इजराइल की सेना की दीर्घकालिक मौजूदगी का कड़ा विरोध करता है।
अब्बास ने 2 फरवरी को अमेरिकी मीडिया से कहा कि फिलीस्तीन भविष्य में फिलीस्तीनी राज्य में इजराइल की सेना के बजाय नाटो की असीमित अवधि की तैनाती पर सहमत है। इसके अलावा इजराइल की सैन्य शक्ति को भविष्य में फिलीस्तीनी राज्य की स्थापना के बाद के 5 वर्षों में पूर्ण रूप से हटा लेना चाहिए। इससे पहले अब्बास ने 3 वर्षों में ही सेना को हटाने की बात कही थी। (मीनू)