ऑरेंज ने इसकी पुष्टि की है कि 16 जनवरी से उसके डेटा बेस की हैकिंग हुई। आंशिक उपभोक्ताओं के लिये पत्रों में ऑरेंज ने कहा कि हैकरों ने मुख्य तौर पर कंपनी की फ़्रांसीसी वेबसाइट पर उपभोक्ताओं के स्पेस में घुसकर नाम और पते जैसी सूचनाओं की चोरी की। लेकिन उपभोक्ताओं के कोड की चोरी नहीं की गई है। हाल ही में ऑरेंज ने हैकिंग को रोक दिया और मामला दर्ज करवा दिया। सोमवार को फ़्रांसीसी जासूसी ब्यूरो ने इस मामले की जांच भी शुरू कर दी है।
ऑरेंज के विश्व में करीब 9 करोड़ उपभोक्ता हैं। इस बार फ़्रांसीसी मीडिया पर हैकिंग की खबर की बहुत चर्चाएं हो रही हैं। विशेषज्ञों के अनुसार हैकरों द्वारा चोरी किये गये इमेल के पते से उपभोक्ताओं की व्यक्तिगत सूचनाएं पाने की संभावना है। ऑरेंज के उपभोक्ताओं को हर वेबसाइट और इमेल गौर से चेक करना और सतर्क रहना चाहिये। (लिली)