सीरियाई मुद्दे पर चल रहे दूसरे जिनेवा सम्मेलन की पहली वार्ता 31 जनवरी को समाप्त हो गई। संयुक्त राष्ट्र-अरब लीग के सीरिया समस्या के विशेष प्रतिनिधि लख्दर ब्राहिमी ने कहा कि सीरिया के दोनों पक्षों के बीच पहली वार्ता में धीमी प्रगति हासिल हुई है, अगले दौर की वार्ता 10 फरवरी को जारी रहेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि वार्ता में दोनों पक्षों ने मानवीय मदद होम्स क्षेत्र में पहुंचाने के बारे में चर्चा की, लेकिन इस पर कोई सहमति नहीं बन सकी। हालांकि एक अच्छी खबर यह है कि कि 30 जनवरी को कुछ राहत सामग्री यारमौक शरणार्थी शिविर में पहुंच गई। ब्राहिमी के विचार में दोनों पक्षों के बीच व्यापक मतभेद हैं। सीरिया का भविष्य वहां की जनता के हाथों में है।
संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के उपसचिव वैलेरी अमोस ने 31 जनवरी को वक्तव्य जारी कर कहा कि सीरिया में 30 लाख से ज्यादा मासूम लोग संघर्ष की चपेट में आए हैं। सीरिया के दोनों पक्षों के बीच वार्ता के वक्त तमाम लोग पानी, भोजन आदि की कमी से मारे गए। उन्होंने जल्द युद्धविराम और सड़क मार्ग खोलने की अपील की।
(मीरा)