मुंबई स्थित चीनी जनरल कांउसिल ल्यू योफ़ा ने 28 जनवरी को"पृथ्वी का संरक्षण"अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में"हिमालय के विकास और संरक्षण"विषय पर भाषण दिया।
ल्यू योफ़ा ने कहा कि हिमालय पर्वत चीन, भारत, पाकिस्तान और नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित है, जो पड़ोसी देशों की समान सभ्यता का उद्गम स्थल और अहम जल स्रोत भी है। 10 से अधिक देशों के आर्थिक और सामाजिक विकास, करीब 3 अरब लोग इस क्षेत्र के जल संसाधन पर निर्भर हैं। यहां प्राकृतिक संसाधन बहुत प्रचुर हैं। प्राचीन काल से आज तक हिमालय पर्वत संबंधित देशों के धर्म और संस्कृति का पवित्र स्थल ही नहीं, विभिन्न देशों को जोड़ने वाला मैत्री का पर्वत भी बन चुका है।
ल्यू योफ़ा ने बल देते हुए कहा कि चीन ने हिमालय पर्वत क्षेत्र के संरक्षण पर ठोस कदम उठाए हैं और संबंधित देशों से इसका और अच्छी तरह संरक्षण के लिए सहयोग करने की अपील की।
(श्याओ थांग)