पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने 27 जनवरी को कहा कि पाक सरकार को तालिबान के साथ वार्ता करने के बारे में संसद की राय जानने की जरूरत है।
शरीफ ने सत्तारूढ पार्टी पाक मुस्लिम लीग के सांसदों से भेंट की और वर्तमान स्थिति पर विचार विमर्श किया। उन्होंने कहा कि अगर आतंकवाद खत्म नहीं हुआ तो देश का तेज विकास नहीं होगा। राष्ट्रीय शांति और स्थिरता के लिये पाक सरकार सभी आवश्यक कदम उठाएगी।
हालांकि इस मुलाकात में कोई परिणाम नहीं निकला। अधिकांश सांसदों ने तालिबान पर सैन्य हमले का समर्थन किया, जबकि अन्य के विचार में तालिबान के साथ वार्ता की जानी चाहिए।
गौरतलब है कि पाकिस्तान में हाल के दिनों में कई आतंकी हमले हुए हैं। हालांकि 26 जनवरी को तालिबान ने आशा जतायी कि वह पाक सरकार के साथ शांति वार्ता कर सकेगा।
(रूपा)